लाइटकॉइन (Litecoin) भी एक डिसेंट्रलाइज तकनीक से उपजी डिजिटल मुद्रा है, जिसे एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है. इसके संस्थापक चार्ल्स ली (Charles Lee) हैं जो गूगल में काम कर चुके हैं. इसके बहुत सारे फीचर Bitcoin से मिलते-जुलते हैं.

बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है?

अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।

बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर दो व्यापारियों से 5.90 लाख रुपए ठगे, एसपी ने क्राइम ब्रांच को सौंपा मामला

ग्वालियर। शहर में बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने का पहला मामला सामने आया है। व्यापारियों को 21 महीने में रकम दोगुनी करने और हर महीने 12 प्रतिशत रिटर्न का झांसा देकर फंसाया गया। ठगी आधा दर्जन व्यापारियों के साथ हुई है, बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है? लेकिन अभी दो व्यापारी ही शिकायत करने सामने आए हैं। व्यापारी सोमवार को एसपी से शिकायत करने पहुंचे। इन दोनों से 5.90 लाख रुपए की ठगी हुई है। अन्य व्यापारियों से ठगी गई रकम करीब 20 लाख रुपए बताई जा रही है। बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के मामले अभी तक दिल्ली, नोयडा, मुंबई और अन्य बड़े शहरों में ही सामने आ रहे थे, लेकिन अब ग्वालियर में भी वर्चुअल करेंसी के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है।

ग्वालियर के व्यापारी रामजी अग्रवाल, दतिया के व्यापारी सुधीर गुप्ता के साथ चार अन्य व्यापारी सोमवार को एसपी ऑफिस पहुंचे। इन्होंने शिकायत की कि इनके संपर्क में सिटी सेंटर का रहने वाला अनिल सिंह आया। उसने खुद को मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी का प्रतिनिधि बताकर बिटकॉइन में निवेश करने का झांसा दिया। इन्हें बताया गया कि बिटकॉइन की कीमत बाजार में लगातार बढ़ रही है। इससे या तो निवेश की गई रकम 21 महीने में दोगुनी हो जाएगी या फिर हर महीने 12 प्रतिशत रिटर्न दिया जाएगा। इस पर रामजी ने 5 लाख और सुधीर ने 90 हजार रुपए निवेश किए। बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है? इसके अलावा चार और व्यापारियों ने निवेश किया। पहले तो 3 महीने इन्हें रिटर्न मिला, इसके बाद रिटर्न मिलना बंद हो गया। उन्होंने ब्रोकर से संपर्क किया तो फोन बंद मिला। घर से भी गायब मिला। सोमवार को एसपी नवनीत भसीन से शिकायत की। उन्होंने एएसपी क्राइम पंकज पांडे को मामले की जांच सौंपी है।

भारत में कैसे खरीदें बिटकॉइन?

बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसमें 2009 में इसकी शुरुआत से अब तक कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल के शुरुआत से अब तक इसमें 120 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इस असेट क्लास को बीच में झटके लगे हैं। फिर भी डिजिटल करेंसी ने पूरी दुनिया में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर ली। अब तो दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक भी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरीके से डिजिटल करेंसी को मुख्य धारा की मुद्रा के तौर पर मान्यता दी जाए। संस्थागत रूप से मिल रही स्वीकृति बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी की अहम वजहों में से एक रही है।

पूरी दुनिया में इन्फ्लेशन (महंगाई) की बढ़ती चिंताओं के बीच बिटकॉइन को सेफ हैवेन असेट (सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प) माना जा रहा है। न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन ETF(एक्सचेंज ट्रेड फंड) के हाल में हुए आगाज ने भी बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल में सहयोग किया है। इसके साथ ही अक्टूबर का महीना पूरे स्टॉक मार्केट लिए भी रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इसके अलावा 35 करोड़ यूजर वाले पे पल (PayPal) ने भी क्रिप्टो में होने वाली पेमेंट को मंजूरी दे दी है। इन सब कारणों के चलते 9 नवंबर 2021 को बिटकॉइन की कीमतें 68,641.57 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं।

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 11, 2021 / 02:48 PM IST

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

एक वक्त था, जब दुनिया में कोई मुद्रा (Currency) नहीं थी. सिर्फ वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन होता था. लेकिन उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आए. आज यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य Currency हैं. लेकिन इसके अलावा भी एक करेंसी है, जो पूरी तरह Digital है. इसे Cryptocurrency कहा जाता है.

आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी?

Crypto Currency: क्रिप्टो करेंसी क्या है, इसे कहां से खरीदें?

crypto currency prices Bitcoin, Ethereum, Terra, XRP

Crypto Currency पर ज्यादा रिटर्न मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए है, ऐसे में निवेशकों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है

  • क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क पर आधारित डिजिटल मुद्रा है, जिसका डिस्ट्रीब्यूशन कंप्यूटरों के एक विशाल नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है.
  • कंप्यूटर नेटवर्क और ब्लॉकचेन पर आधारित यह विकेंद्रीकृत संरचना क्रिप्टो करेंसी को सरकारों और किसी भी वित्तीय नियंत्रण से बाहर रखती है.
  • क्रिप्टो करेंसी के बारे वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लॉकचेन पर आधारित इस तकनीक के कारण दुनिया भर में फाइनेंशियल और कानूनी पेचीदगियां पैदा होंगी.
  • क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह अन्य परंपरागत मुद्राओं के मुकाबले में बेहद सस्ता और तेज मनी ट्रांसफर है.
  • क्रिप्टो करेंसी का सिस्टम डिसेंट्रलाइज होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसी एक जगह से इस मुद्रा बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है? पर नेगेटिव असर नहीं होगा.
  • क्रिप्टो करेंसी की कुछ मुश्किलें भी हैं, जिनमें कीमत में होने वाला उतार-चढ़ाव, माइनिंग के लिए ऊर्जा की ज्यादा खपत और इसका आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल है.
रेटिंग: 4.66
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 558