Cryptocurrency क्या है, Popular cryptocurrencies in Hindi
(Cryptocurrency in Hindi) is a digital currency, secured by cryptography and based on blockchain technology.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? | How Does Cryptocurrency Work in Hindi?
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी 2009 में आयी और एक दशक से भी कम समय में दुनिया भर में अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में है। शायद आपने बिटकॉइन के बारे में सुना हो यह पहली क्रिप्टोकरेन्सी थी और उसे लोगों ने स्वीकार किया और उसके बाद अन्य क्रिप्टोकरेंसी आयी जो धीरे धीरे पॉपुलर हो रही हैं। आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादातर ऑनलाइन ट्रेड में लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितनी सुरक्षित है? | How secure is Cryptocurrency in Hindi?
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
डिजिटल मुद्रा कहाँ स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? | What are the most popular Crypto Currencies?
इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।
bitcoin
क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi
Bitcoin | बिटकॉइन |
Ethereum | एथेरियम |
Litecoin | लाइटकॉइन |
Binance Coin | बिनेंस कॉइन |
Cardano | कार्डानो |
Dogecoin | डॉगकॉइन |
Polka Dot | पोल्का डॉट |
Uniswap | यूनिस्वैप |
Ripple | रिपल |
Dash | डैश |
Tether | टीथर |
Popular Crypto Currency
भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?
अभी भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।
भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
Question for you?
टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-
कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, भारत में क्या है लीगल स्टेटस? यहां जानें हर बात
क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट.
- Paurav Joshi
- Publish Date - October 14, 2021 / 03:52 PM IST
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आजकल खूब चर्चा हो रही है. बिटक्वॉइन (Bitcoin) के एक क्रिप्टोकरेंसी है. क्रिप्टोकरेंसी शुरुआत में बस प्रोग्रामर्स और डेवलपर्स के दिलचस्पी की चीज थी, लेकिन अब इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई है कि अब सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने की सोच रहा है. इस आर्टिकल में हमको आप इसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में विस्तार से बारे में बताएंगे.
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
बाजार में ढेरों क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं. ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है. देश में मौजूद पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं. इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं.
शेयर बाजारों के उलट, ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे काम करते हैं. इसका BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है मतलब ये है कि आप हफ्ते में किसी भी दिन और दिन के किसी भी समय पैसे का निवेश और निकासी कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है. आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा. इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा. इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे. इन्वेस्टर्स के पास क्रिप्टो की खरीदी-बिक्री के लिए प्री-डिसाइडेड लिमिट सेट करने का भी ऑप्शन होगा.
एक्सचेंज का इस्तेमाल करना
सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.
क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?
अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का लीगल स्टेटस
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लीगल स्टेटस को लेकर बहुत कन्फ्यूजन है. ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने इस साल की शुरुआत में एक बिल प्रस्तावित किया था, जिसमें Bitcoin और Dogecoin सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है था. हालांकि, बाद में इसमें और कोई डेवलपमेंट नहीं हुआ. एक हालिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन करने का आइडिया ड्रॉप कर दिया है.
Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति हैं- जिनका उपयोग आप निवेश के रूप में और यहां तक कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। यह क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। लेकिन यहां पर ये ध्यान देने वाली बात है कि, क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप से मौजूद नहीं है, जिसका अर्थ है कि आप एक बिटकॉइन नहीं उठा सकते हैं और इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। और भारतीय रुपये के विपरीत, कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को बनाए रखता है।
इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।
Astrology: दिसंबर में 3 ग्रह करेंगे गोचर, इन 4 राशि वालों का चमक सकता है भाग्य, करियर- कारोबार में सफलता के योग
Kapiva का दावा- 18000 फीट ऊंचाई वाले क्षेत्रों से 100% शुद्ध हिमालयी शिलाजीत लाते हैं हम, जानिए जबर्दस्त ताकत के लिए कैसे कारगर होता है यह हर्बल फार्मूला
यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार जैसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा समर्थित नहीं किया जाता है। इसके बजाय, ये कंप्यूटर की एक श्रृंखला में चलते हैं। यह बिना किसी बिचौलिए के वेब पर पीयर-टू-पीयर से एक्सचेंज किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण किया जाता है – जिसका मतलब है कि कोई भी सरकार या बैंक यह प्रबंधित नहीं करता है कि वे कैसे बने हैं, उनका मूल्य क्या है, या उनका आदान-प्रदान कैसे किया जाएगा। सभी क्रिप्टो लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित हैं – जिसका अर्थ है कि यह केवल बेचने वाले और खरीदने वाले को इसकी सामग्री देखने की अनुमति होती है।
आप क्रिप्टोकरेंसी को कैसे स्टोर कर सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन ‘वॉलेट’ में स्टोर किया जा सकता है, जिसे आपकी ‘private key’ के यूज से एक्सेस किया जा सकता है। अगर इसे समझा जाए तो एक सुपर-सुरक्षित पासवर्ड के बिना क्रिप्टो को एक्सचेंज नहीं किया जा सकता।
किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है?
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। कॉइनमार्केट कैप के अनुसार, वर्तमान में 6,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं। ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है हैं।
सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा। इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रूख क्या है?
फिलहाल, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कवर करने वाली कोई कानून नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का मालिक होना अवैध है। इस बीच, भारत को अभी तक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन को प्रस्तुत करना बाकी है, जो “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा” के शुभारंभ के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा, इसे संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन हितधारकों के साथ चर्चा के चलते इसे टाल दिया गया। आपको बता दें अब तक, केवल कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी तौर पर स्वीकार किया है और यह सूची काफी छोटी है।
बिटकॉइन से जुड़ी 13 दिलचस्प बातें जो आपको शायद ही कोई बताए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत में फरवरी 2017 से चर्चा में रहा बिटकॉइन एक रिकॉर्ड हाई छूने के बाद भारी गिरावट दर्ज करा चुका है। अमिताभ बच्चन उन प्रमुख नामों में शुमार हैं जिन्होंने इसके जरिए करोड़ों की कमाई की लेकिन कुछ ही दिनों में उनकी कमाई स्वाहा हो गई। सुरक्षा के मद्देनजर बिटकॉइन से जुड़ी तमाम बातें अब तक सामने आ चुकी हैं, लेकिन हम अपनी इस रिपोर्ट में आपको बिटकॉइन से जुड़ी 10 ऐसी दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको शायद ही कोई बताएगा।
सीमित है बिटकॉइन की सप्लाई: बिटकॉइन की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसकी सप्लाई (आपूर्ति) 21 मिलियन तक ही सीमित है। अभी तक करीब 16.7 मिलियन बिटकॉइन बाजार में जारी किए जा चुके हैं। औसत रूप से 12.5 सिक्के हर दसवें मिनट में माइनिंग के जरिए जारी किए जा रहे हैं। इसमें एक बड़ा ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क है जो कि एक कॉम्प्लैक्स (कठिन) एल्गोरिदम को हल कर नए बिटकॉइन रिवार्ड के रुप में देता है।
बिटकॉइन माइनिंग की एनर्जी कॉस्ट है काफी ज्यादा: जैसे ही कीमतें बढ़ती हैं ज्यादा संख्या में माइनर बाजार में उतरते हैं ताकि ऊर्जा की खपत को आगे बढ़ाया जा सके। एक हालिया अनुमान बताता है कि एक बिटकॉइन के लेनदेन में करीब 215 किलोवॉट/ऑवर की ऊर्जा लागत (एनर्जी कॉस्ट) लगती है। एक आंकड़े के मुताबिक प्रति दिन 300,000 बिटकॉइन का लेनदेन होता है।
अगर आप बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं तो इसे पूरा खरीदने की जरूरत नहीं: बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सैटोशी होती है। इसका नाम इस क्रिप्टोकरेंसी को इजाद करने वाले व्यक्ति सैटोशी नाकामोटो के नाम पर ही पड़ा है। एक सैटोशी बिटकॉइन का सौ करोड़वां हिस्सा है। यानी एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सैटोशी होते हैं।
15 बिलियन डॉलर की कीमत वाले बिटकॉइन हो चुके हैं चोरी, अब तक नहीं हुए रिकवर: अभी तक करीब 980,000 बिटकॉइन चोरी हो चुके हैं। ये या तो एक्सचेंज से चोरी हुए हैं, या फिर हैकर्स और इनसाइडर की ओर से। इनकी रकम करेंट एक्सचेंज रेट के हिसाब से 15 बिलियन डॉलर की बैठती है। हालांकि कुछ की रिकवरी हो चुकी है।
कोई नहीं जानता किसने बनाया है बिटकॉइन: बिटकॉइन किसने बनाया है इसका पता लगाने की कई बार कोशिशें की गई, जिसमें कई दावे सामने आए। लेकिन हम अब भी नहीं जान पाए हैं कि सैटोशी नाकामोटो आखिर हैं कौन? ऐसा मालूम होता है कि यह एक काल्पनिक नाम है जिसे इसके डेवलपर्स और इंडीविजुअल की ओर से गढ़ा गया है।
इसका मार्केट कैप सिटीग्रुप और वीजा से बड़ा है: सिस्टम के लिए अब तक जारी की जा चुके कुल बिटकॉइन की कुल वैल्यू 283 बिलियन डॉलर की है। यह वैल्यू इसके मार्केट कैप को दोगुना बनाती है। इसका कुल मार्केट कैप ब्लैकरॉक और सिटीग्रुप के कुल मार्केट कैप से भी ज्यादा है।
बिटकॉइन के 1000 से ज्यादा प्रतिस्पर्धी: बिटकॉइन एकलौती क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। एक ट्रेड वेबसाइट के मुताबिक इसके कुल 1000 प्रतिस्पर्धी हैं।
50 फीसद बिटकॉइन को अभी तक खर्च नहीं किया जा सका: जैसा कि आप सभी जानते हैं कि 16.7 मिलियन बिटकॉइन जारी किए जा चुके हैं और लोगों की पहुंच में हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश को खर्च नहीं किया जा सका है। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग अपना पासवर्ड भूल चुके हैं, दुर्घटना से वो खो चुके हैं, लोगों ने इसे जमा करके रखा हुआ है या फिर इनके मालिक इन सिक्कों के बारे में भूल चुके हैं। यह जानना पूरी तरह से असंभव है कि कितने बिटकॉइन स्थाई रूप से
प्रत्येक बिटकॉइन के लेनदेन की प्रक्रिया में खर्च होते हैं इतने रुपए, जानिए: बिटकॉइन ट्रांजेक्शन को प्रोसेस करने के लिए जो फीस अदा की जाती है वो बीते कुछ सालों में बढ़ी है। आज के समय में हर बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन की लागत 7.30 डॉलर है। यह जानकारी एक ट्रेड वेबसाइट के जरिए सामने आई है।
न्यूजीलैंड की जीडीपी भी बिटकॉइन से कम: कृषि एवं पर्यटन प्रधान देश न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था 185 बिलियन डॉलर की है। यह जानकारी वर्ल्ड बैंक के जुलाई महीने के डेटा के आधार पर है। यह बिटकॉइन की कैपिटलाइजेशन से करीब पांच अरब डॉलर ही कम है। इसकी वैल्युएशन कतर, कुवैत और हंगरी जैसे देशों से भी ज्यादा है।
गोल्डमैन सेक्स और यूबीएस की वैल्यु भी कम: दुनिया के दो सबसे ज्यादा पूंजी वाले बैंक गोल्डमैन सेक्स और यूबीएस की वैल्यु भी बिटकॉइन से कम है। गोल्डमैन सेक्स ग्रुप इंक की मार्केट कैप शुक्रवार को 97 बिलियन डॉलर थी जबकि ज्यूरिक के यूबीएस ग्रुप एजी, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा वेल्थ मैनेजर है, की कैप 67 बिलियन डॉलर है। मसलन, इन दोनों बैंकों की कुल मार्केट कैप भी बिटकॉइन की वैल्यु से कम है।
बोइंग भी बिटकॉइन से पीछे: बोइंग कॉरपोरेशन की मार्केट कैप 162 बिलियन डॉलर है जो कि बिटकॉइन की 190 बिलियन डॉलर की वैल्युएशन से कम है। शिकागो कि यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी एरोस्पेस फर्म है। यह 100 साल से भी ज्यादा पुरानी कंपनी है जिसमें 1,40,000 लोग दुनिया के 65 देशों में कार्यरत है। यह जानकारी बोइंग की वेबसाइट के आदार पर है। वहीं, इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी एयरबस एसई की मार्केट वैल्यु 66 बिलियन यूरो (78 बिलियन डॉलर) है।
बिल गेट्स और वॉरेन बफेट की संपत्ति भी बिटकॉइन की वैल्यु से कम: बिल गेट्स और वॉरेन बफेट ब्लूमबर्ग के बिलिनियेर इंडेक्स में टॉप पर रहते हैं। गेट्स की संपत्ति 90 बिलियन डॉलर और बफेट की BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है 83 बिलियन डॉलर है।
आखिर है क्या बिटकॉइन?
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि पहली बात यह है कि बिटकॉइन कोई करेंसी नहीं है। करेंसी की परिभाषा के मुताबिक किसी भी देश की मुद्रा में कुछ की हफ्तों के भीतर दोगुने और तीन गुने तक का उछाल नहीं आता है, क्योंकि मुद्रा स्थिर होती है और इसका इस्तेमाल लेन-देन में किया जाता है। बिटकॉइन हाल ही में 11000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था और वो इसके बाद गिरकर 9000 डॉलकर पर आ गया। हालांकि कुछ दिन बाद ही इसने 18000 डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया। कोई भी मुद्रा इस तरह का उतार-चढ़ाव नहीं आता है। ऐसी अस्थितरता सामान्यतया: किसी निवेश विकल्प में ही आ सकती है।
मुनाफा नहीं बिटक्वाइन के खतरे समझें:
केडिया ने बताया कि जिस तरह से शेयर मार्केट पर निगरानी रखने के लिए सेबी जैसा नियामक स्थापित किया गया है लेकिन बिटकॉइन का कोई नियामक नहीं है। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेट प्लेयर संचालित करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बिटकॉइन की खरीद डिजिटल माध्यम से की जाती है। ऐसे में अगर मान लीजिए कि कोई आपका सिस्टम हैक कर ले और आपका बिटकॉइन चुरा ले तो आप अपनी शिकायत किसे सुनाने जाएंगे। आपके पास रोने के सिवाय कोई दूसरा चारा नहीं होगा। केडिया ने कहा कि आरबीआई हाल ही में भारत के निवेशकों को सर्तक करते हुए कह चुका है कि यह पूरी तरह से अवैध है और उन्हें इसमें निवेश नहीं करना चाहिए। केंद्रीय बैंक का कहना है कि वो बिटकॉइन को नहीं जानता है और न ही वो इसका नियमन करता है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 454