नवभारत टाइम्स 19-11-2022

Forex Reserves: 10 महीनों के आयात के लिए बचा है विदेशी मुद्रा भंडार, रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से 36 अरब डॉलर की आई कमी

Forex Reserves Updates: आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट में कहा है कि 6 मई तक भारत के पास 596 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जिससे 10 महीने के अनुमानित आयात को पूरा किया जा सकता है.एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है?

By: ABP Live | Updated at : 18 May 2022 07:21 PM (IST)

Edited By: manishkumar

Forex Reserves Declines: डॉलर ( Dollar) के मुकाबले रुपये में गिरावट आने के बाद से भारत के विदेशी मुद्रा कोष ( Foreign Currency Reserves) में लगातार कमी आ रही है. रूस - यूक्रेन युद्ध ( Russia-Ukraine War) के बाद से रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ था तब से देश के विदेशी निवेशक ( Foreign Investors) लगातार पैसा वापस निकाल रहे हैं और कम जोखिम वाले जगहों में निवेश कर रहे हैं. भारतीय एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है? रिजर्व बैंक ( Reserve Bank Of India) ने रुपये को थामने की कोशिश की है बावजूद इसके मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 77.77 रुपये तक जा लुढ़का था. आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट ( State Of Economy Report) में कहा है कि मार्च 2022 में 20 अरब डॉलर अपने मुद्रा कोष से बेचे हैं जिससे रुपये को और कमजोर होने से रोका जा सके.

10 महीने के आयात के लिए बचा है विदेशी मुद्रा भंडार
बीते दो हफ्तों से डॉलर में मजबूती के चलते लगातार रुपये में गिरावट आ रही है. हालांकि रुपये को आरबीआई ने थामने की कोशिश की है. लेकिन आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट में कहा है कि 6 मई तक भारत के पास 596 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जिससे केवल अगले 10 महीने के अनुमानित आयात को पूरा किया जा सकता है. बीते नौ हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट ही देखी जा रही है. जब से रुस ने यूक्रेन पर हमला किया तब से विदेशी मुद्रा कोष में 36 अरब डॉलर की कमी आई है. आरबीआई ने संकेत दिए हैं कि रुपये में और गिरावट को रोकने के लिए हस्तक्षेप करता रहेगा.

आरबीआई की चिंता
आरबीआई ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि दुनियाभर में तनाव और कमोडिटी कीमतों में उछाल के चलते ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक बेहतर धुंधला नजर आ रहा है. दुनियाभर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. इमर्जिंग इकोनॉमी से कैपिटल आउटफ्लो का खतरा पैदा कर रहा है और कमोडिटी के दामों में उछाल के चलते महंगाई का खतरा बढ़ रहा है. वहीं महामारी निकट भविष्य में आर्थिक संभावनाओं पर असर डाल सकता है.

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Published at : 18 May 2022 07:20 PM (IST) Tags: Indian Economy RBI Forex reserves Russia- Ukraine War Forex Reserves Updates RBI State Of Economy Report हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है? पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

रुपये एक महीने के हाई पर, आज 45 पैसे की तेजी के साथ 81.90 प्रति डॉलर पर पहुंचा

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 82.14 पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 81.90 के दिन के उच्चतम स्तर और 82.32 के निम्नतम स्तर को छूने के बाद अंत में 45 पैसे की तेजी के साथ 81.90/ डॉलर पर बंद हुआ।

रुपये एक महीने के हाई पर, आज 45 पैसे की तेजी के साथ 81.90 प्रति डॉलर पर पहुंचा

Rupee vs Dollar: अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने और विदेशी पूंजी का सतत निवेश बढ़ने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 45 पैसे की तेजी के साथ 81.90 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 82.14 पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 81.90 के दिन के उच्चतम स्तर और 82.32 के निम्नतम स्तर को छूने के बाद अंत में 45 पैसे की तेजी के साथ 81.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में (शुक्रवार को) रुपया 53 पैसे सुधार के साथ 82.35 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.31 प्रतिशत घटकर 110.52 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.41 प्रतिशत घटकर 98.17 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

शेयर बाजार का हाल
वहीं बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 234.79 अंक की तेजी के साथ 61,185.15 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 1,436.25 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

2 साल के निचले स्तर पर पहुंचा देश एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है? का विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए कितनी आई गिरावट?

मुंबईः देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी है। लगातार सातवें हफ्ते विदेशी मुद्रा कोष में गिरावट आई है। आरबीआई द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक 16 सितंबर 2022 को खत्म हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5.22 अरब डॉलर घटकर 545.652 अरब डॉलर तक जा गिरा है जबकि इसके पहले 9 सितंबर को खत्म हफ्ते में 550.87 अरब डॉलर था। दो अक्टूबर 2020 के बाद विदेशी मुद्रा भंडार अपने निचले लेवल पर है।

लगातार गिर रहा है विदेशी मुद्रा भंडार

विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई द्वारा डॉलर बेचे जाने के चलते विदेशी मुद्रा कोष में ये कमी आई है। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के अपने ऐतिहासिक निचले स्तर 81.20 के लेवल तक जा लुढ़का था जो 80.99 के लेवल पर क्लोज हुआ है। सभी करेंसी के मुकाबले डॉलर में मजबूती आई है। वहीं इंपोर्टरों द्वारा डॉलर की मांग बढ़ने के चलते भी डॉलर की कमी देखी जा रही है।

बीते सात हफ्ते से लगातार विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिली है। फरवरी के आखिर में रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है। मार्च के आखिर में विदेशी मुद्रा भंडार 607 अरब डॉलर था। करेंसी मार्केट के जानकारों का मानना है कि विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। आने वाले दिनों में ये घटकर 510 अरब डॉलर तक गिर सकता है।

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एक साल में पहली बार 400 अरब डॉलर से नीचे आया विदेशी मुद्रा भंडार

यह लगातार दूसरा सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट आयी है.

Published: September 14, 2018 7:29 PM IST

एक साल में पहली बार 400 अरब डॉलर से नीचे आया विदेशी मुद्रा भंडार

मुंबई। लगातार गिरते रुपये से देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है. सात सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 81.95 करोड़ डॉलर कम होकर एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है? 399.282 अरब डॉलर पर आ गया. यह पिछले एक साल में पहला मौका है जब विदेशी मुद्रा भंडार 400 अरब डॉलर से नीचे आया है.

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विदेशी मुद्रा में भारी गिरावट

रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार यह लगातार दूसरा सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट आयी है. इससे संकेत मिलता है रुपये को संभालने के लिए रिजर्व बैंक डॉलर बेच रहा है. इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 1.191 अरब डॉलर गिरा था.

आलोच्य सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसम्पत्तियां 88.74 करोड़ डॉलर गिरकर 375.099 अरब डॉलर पर आ गई. कई सालों तक स्थिर रहने के बाद स्वर्ण भंडार 7.19 करोड़ डॉलर बढ़कर 20.234 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से निकासी का विशेष अधिकार 15 लाख डॉलर कम होकर 1.476 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में देश का भंडार भी 25 लाख डॉलर घटकर एक विदेशी मुद्रा संकेत कैसा दिखता है? 2.474 अरब डॉलर पर आ गया.

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Foreign Exchange Reserve: विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे पर मिली अच्छी खबर, एक साल में सबसे तेज गति से बढ़ा

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 19-11-2022

नई दिल्ली

: विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे पर अच्छी खबर मिली है। बीते 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार में एक साल से ज्यादा की सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही अपना विदेशी मुद्रा भंडार 544 अरब डॉलर के पार चला गया।

भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 11 नवंबर 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 14.73 अरब डॅालर की वृद्धि रही है। इसके साथ ही अब देश का विदेशी मुद्रा भंडार 544.72 अरब डॅालर पर पहुंच गया है। विदेशी मुद्रा भंडार में अगस्त 2021 के बाद यह सबसे ज्यादा वृद्धि रही है। बीते चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 529.99 अरब डॅालर था। 2022 की शुरुआत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 630 अरब डॅालर था। तब से रुपये में गिरावट का माहौल है।

इस साल की शुरूआत में अपना विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्तर पर था। लेकिन इसी साल रुपये के मूल्य में गिरावट भी देखने को मिली। इसी गिरावट को रोकने के लिए रिजर्व बैंक को डॉलर खुले बाजार में बेचना पड़ रहा है। इसका असर दिखा और बीते सितंबर के मध्य के बाद रुपया पहली बार डॅालर के मुकाबले 80 के स्तर के करीब पहुंचा।

रिजर्व बैंक के अनुसार, आलोच्य सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियों (FCA) में 11.8 अरब डॅालर की वृद्धि हुई है। अब यह 482.53 अरब डॅालर पर पहुंच गई हैं। विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए की सबसे बड़ी हिस्सेदारी होती है।

आरबीआई के मुताबिक बीते 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश के स्वर्ण भंडार में भी बढ़ोतरी हुई। इस सप्ताह यह 2.64 अरब डॅालर बढ़कर 39.70 अरब डॅालर पर पहुंच गया। दरअसल, विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक में रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वह अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकें। विदेशी मुद्रा भंडार को एक या एक से अधिक मुद्राओं में रखा जाता है। अधिकांशत: डॉलर और बहुत बा यूरो में विदेशी मुद्रा भंडार रखा जाता है।

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