India Ratings: बड़ा झटका! घर खरीदना होगा और महंगा 12 फीसदी तक बढ़ सकते हैं दाम
India Ratings: घर खरीदने वालों को बड़ा झटका लग सकता है. चालू वित्त वर्ष में घरों की कीमतों में इजाफा देखने को मिलेगा. घर की कीमतों (Home prices Rise) में 8 फीसदी का इजाफा होगा.
By: ABP Live | Updated at : 25 Apr 2022 10:42 PM (IST)
घर खरीदना होगा महंगा (फाइल फोटो)
India Ratings: घर खरीदने वालों को बड़ा झटका लग सकता है. चालू वित्त वर्ष में घरों की कीमतों में इजाफा देखने को मिलेगा. घर की कीमतों (Home prices Rise) में 8 फीसदी का इजाफा होगा. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (India Ratings Agency) ने इस बारे में जानकारी दी है. बता दें यह इजाफा अंतिम उपयोगकर्ताओं से मांग में बढ़त की वजह से हो सकता है.
रेटिंग एजेंसी ने जारी किया बयान
रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को एक बयान में जानकारी दी है कि, ‘‘घरों की बिक्री में आया उछाल और बढ़ी हुई मांग अंतिम उपयोगकर्ता की वजह से है इसलिए कीमतों में वृद्धि देखने को मिलेगी. बीते वित्त वर्ष में अखिल भारतीय स्तर पर घरों की कीमतें छह फीसदी तक बढ़ी थीं.’’
आवासीय संपत्ति की कीमतों में होगा इजाफा
आपको बता दें भारत में अभी तक घरों की बिक्री में बढ़ोतरी के साथ कीमतें उतनी तेजी से नहीं बढ़ी हैं. बयान के मुताबिक, एजेंसी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2022-23 में आवासीय संपत्ति की कीमत में वृद्धि होगी.
किन शहरों में बढ़ेंगे दाम
अगर आप बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और हैदराबाद घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो यहां पर अखिल भारतीय स्तर पर लगभग आठ फीसदी का इजाफा देखने को मिल सकता है. एजेंसी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में घरों की बिक्री सालाना आधार पर करीब 12 फीसदी बढ़ेगी.
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क्यों बढ़ेंगे घरों के दाम?
बढ़ती मांग के बीच कच्चे माल की कीमतों में तेजी के कारण सीमेंट के दाम में अभी और बढ़ोतरी होने की संभावना है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक बीते माह सीमेंट की कीमतों में मासिक आधार पर दो से तीन फीसदी की तेजी दर्ज की गयी है. हालांकि, साल के अंत में लक्ष्य की पूर्ति के लिये सीमेंट के उत्पादन में तेजी भी लायी गयी थी, लेकिन इससे भी सीमेंट के दाम को नियंत्रित नहीं किया जा सका.
Published at : 25 Apr 2022 10:42 PM (IST) Tags: India Ratings current fiscal year Home prices house price hike हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
फिच ने भारत के रेटिंग परिदृश्य को सुधारकर नकारात्मक से स्थिर किया
नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि उसने भारत की सॉवरेन रेटिंग के परिदृश्य को दो साल बाद नकारात्मक से स्थिर कर दिया है, क्योंकि तेजी से आर्थिक सुधार के कारण मध्यम अवधि के दौरान वृद्धि में गिरावट का जोखिम कम हो गया है। फिच रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘बीबीबी-’ पर कायम रखा। रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘परिदृश्य में संशोधन हमारे इस विचार को दर्शाता है कि वैश्विक जिंस कीमतों में तेजी के झटकों के बावजूद भारत में आर्थिक सुधार और वित्तीय क्षेत्र की कमजोरियों में कमी के कारण मध्यम अवधि के दौरान
फिच रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘बीबीबी-’ पर कायम रखा।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘परिदृश्य में संशोधन हमारे इस विचार को दर्शाता है कि वैश्विक जिंस कीमतों में तेजी के झटकों के बावजूद भारत में आर्थिक सुधार और वित्तीय क्षेत्र की कमजोरियों में कमी के कारण मध्यम अवधि के दौरान वृद्धि में गिरावट का जोखिम कम हो गया है।’’
हालांकि, फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जिसके पहले 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी। वैश्विक जिंस कीमतों में तेजी के कारण महंगाई बढ़ने के चलते यह कटौती की गई।
फिच ने कहा, ‘‘भारत की अर्थव्यवस्था में कोविड-19 महामारी के झटके से ठोस सुधार देखने को मिल रहा है।’’
पिछले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.7 प्रतिशत की दर से बढ़ी और देश के केंद्रीय बैंक आरबीआई को चालू वित्त वर्ष में 7.2 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
फिच ने जोर देकर कहा कि भारत की मध्यम अवधि की वृद्धि संभावनाएं ठोस बनी हुई हैं।
फिच ने कहा कि समकक्षों के मुकाबले भारत का मजबूत वृद्धि परिदृश्य रेटिंग के लिए एक प्रमुख सहायक कारक है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘हमें वित्त वर्ष 2023-24 और वित्त वर्ष 2026-27 के बीच लगभग सात प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। यह सरकार के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, सुधार एजेंडे को आगे बढ़ाने और वित्तीय क्षेत्र में दबाव कम करने से प्रेरित है। फिर भी, आर्थिक सुधार और कार्यान्वयन की असमान प्रकृति को देखते हुए इस पूर्वानुमान के लिए चुनौतियां भी हैं।’’
एजेंसी ने जून 2020 में भारत के परिदृश्य को ‘स्थिर’ से ‘नकारात्मक’ कर दिया। तब फिच ने कहा था कि कोविड-19 महामारी ने भारत के वृद्धि परिदृश्य को कमजोर कर दिया है।
भारत की रेटिंग अगस्त 2006 के बाद से कीमतें और रेटिंग लगातार ‘‘बीबीबी-’’ है, लेकिन परिदृश्य स्थिर से नकारात्मक के बीच बदलता रहा है।
फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग में किया बदलाव, चालू वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया
फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जिसके पहले 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी. वैश्विक कमोडिटीज कीमतों में तेजी के कारण महंगाई बढ़ने के चलते यह कटौती की गई.
फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को भारत की सॉवरेन रेटिंग(India sovereign rating) आउटुलक में बदलाव किया है. इसने भारत की सॉवरेन सेटिंग निगेटिव से स्टेबल कर दिया है. क्योंकि तेजी से आर्थिक सुधार के कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है. फिच कीमतें और रेटिंग रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘BBB-‘ पर बरकरार रखा है. हालांकि, फिच ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 8.5 परसेंट से घटाकर 7.8 परसेंट कर दिया. रेटिंग एजेंसी ने कहा, आउटलुक में बदलाव हमारे इस विचार को दर्शाता है कि ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में तेजी के झटकों के बावजूद भारत में आर्थिक सुधार और वित्तीय क्षेत्र की कमजोरियों में कमी के कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है.
महंगाई की वजह से GDP ग्रोथ में कटौती
हालांकि, फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जिसके पहले 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी. वैश्विक कमोडिटीज कीमतों में तेजी के कारण महंगाई बढ़ने के चलते यह कटौती की गई.
विश्व बैंक ने भी भारत का GDP ग्रोथ अनुमान घटाया
आपको बता दें कि बढ़ती महंगाई, सप्लाई से जुड़ी चिंताओं और रूस यूक्रेन संकट को देखते हुए विश्व बैंक ने भारत का कीमतें और रेटिंग मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है. ये दूसरी बार हुआ है जब भारत के मौजूदा वित्त वर्ष 2023 के लिए विश्व बैंक ने अपने विकास दर अनुमानों को संशोधित किया है.
अप्रैल में, इसने पूर्वानुमान को 8.7 फीसदी से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया था और अब यह 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है. 2021-22 के वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 8.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी.
RBI ने ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2% पर रखा बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए 7.2 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बरकरार रखा है. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि शहरी मांग में सुधार देखने कीमतें और रेटिंग को मिला है, जबकि ग्रामीण मांग की स्थिति भी धीरे-धीरे बेहतर हो रही है, जिसके मद्देनजर उसने वृद्धि दर के अनुमान में बदलाव नहीं किया है. दास ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और केंद्रीय बैंक ग्रोथ को समर्थन देता रहेगा.
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केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ रेट 16.2 फीसदी रहेगी. यह चौथी जनवरी-मार्च की तिमाही में घटकर 4 फीसदी पर आ जाएगी. हालांकि, गवर्नर ने आगाह किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वृद्धि के मोर्चे पर जोखिम है.
AC Fridge Price Hike: अब 'सितारे' बढ़ाएंगे आपका बजट, 10 फीसदी तक महंगे हो जाएंगे एसी-फ्रिज !
स्टार रेटिंग के नियम बदलने से सबसे पहला झटका एसी के ग्राहकों को लगेगा, हालांकि फ्रिज के लिए स्टार रेटिंग के नियम अगले साल से लागू होंगे।
Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: July 07, 2022 18:25 IST
Photo:FILE Star Rating
Highlights
- इलेक्ट्रॉनिक प्राडक्ट पर चिपके सितारे इसकी कीमत 10 प्रतिशत तक बढ़ाने वाले हैं
- स्टार रेटिंग के नियम बदलने से सबसे पहला झटका एसी के ग्राहकों को लगेगा
- फ्रिज के लिए स्टार रेटिंग के नियम अगले साल से लागू होंगे
AC Fridge Price Hike: जुलाई की उमस भरी चिपचिपी गर्मी आपको परेशान कर रह है तो अब इससे राहत देने वाले एसी (AC)या फ्रिज (Refrigerators) की कीमतें आपको रुलाने वाली हैं। इस साल पहले से ही कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के चलते ऐसी फ्रिज 15 से 20 फीसदी महंगे हो चुके हैं। अब इलेक्ट्रॉनिक प्राडक्ट पर चिपके सितारे इसकी कीमत 10 प्रतिशत तक बढ़ाने वाले हैं।
जुलाई से स्टार रेटिंग के नियम (energy rating norms change)लागू हो गए हैं। जिसके चलते अब एक बार फिर कंज्यूमर ड्यूरेबल की कीमतों में पंख लगने वाले हैं। स्टार रेटिंग के नियम बदलने से सबसे पहला झटका एसी के ग्राहकों को लगेगा, हालांकि फ्रिज के लिए स्टार रेटिंग के नियम अगले साल से लागू होंगे।
'सितारे' बदलने से महंगे होंगे प्रोडक्ट
देश के सभी इलेक्ट्रिक उत्पादों पर एनर्जी खपत से जुड़ी स्टार रेटिंग दी जाती है। फिर चाहें आप सीएनफएल खरीद रहे हों या फिर एयर कंडीशनर। देश में इलेक्ट्रिक उत्पादों पर स्टार रेटिंग देने वाली संस्था ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशिएंसी यानि बीईई नियमों में बदलाव करने जा रही है। कंपनियों का कहना है कि गाइडलाइंस में बदलाव से 4 स्टार और 5 स्टार वाले हाई एनर्जी रेटिंग वाले रेफ्रिजरेटर बनाना मुश्किल होगा। इसकी वजह यह है कि इससे प्रॉडक्शन कॉस्ट (production cost) काफी बढ़ जाएगी।
कितनी बढ़ेंगी कीमतें
इस साल की शुरुआत से लेकर कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां कीमतों में 10 से 15 फीसदी का इजाफा कर चुकी हैं। हालांकि तब कीमतों में वृद्धि यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि थी। इंडस्ट्री एक्सपर्ट के अनुसार इस बार स्टार रेटिंग बदलने के चलते कीमतों में 7 से लेकर 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होगी। यानि एक स्पिलिट एसी के दाम 2000 से 3000 हजार तक बढ़ सकते हैं। चूंकि पहले ऐसी की स्टार रेटिंग बदलेंगी, ऐसे में फौरी असर एयर कंडीशनर की कीमतों पर पड़ेगा। फ्रिज की कीमतें भी बढ़ेंगी, लेकिन यह वृद्धि उस समय की मौजूदा कीमतों के आधार पर होगी।
दो साल में बदलती हैं स्टार रेटिंग
केंद्र कीमतें और रेटिंग सरकार की संस्था ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशिएंसी हर दो साल में एक बार विभिन्न बिजली उपकरणों को स्टार रेटिंग प्रदान करता है। एसी के नए नियम जनवरी 2022 से लागू किए जाने थे लेकिन कंपनियों ने ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशियंसी (BEE) से इसे छह महीने आगे खिसकाने का अनुरोध किया था। उनका कहना था कि कोरोना लॉकडाउन के कारण दो साल से उनका माल नहीं बिक पाया है। रेटिंग के नियमों में अगला बदलाव 2025 में होगा।
कैसे जारी होती हैं रेटिंग
यह रेटिंग प्रोडक्ट की पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखकर जारी की जाती है। आम तौर पर देखा गया है कि अभी जिने एयर कंडीशनर को 5 स्टार रेटिंग मिली है, वह अगले महीने से सिर्फ 4 स्टार रह जाएगी। कंपनिया जो अगले महीने से एसी पेश करेंगी वह पहले से ज्यादा एनर्जी एफिशिएंट होंगी। लेकिन उपभोक्ताओं के लिहाज से कीमत बढ़ जाएगी हालांकि उन्हें बेहतर एनर्जी एफिशियंट प्रॉडक्ट (Energy Efficient Product) मिलेगा।
5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ लॉन्च हुई है Volvo S60, जानिए क्या है कीमत और फीचर्स
Volvo S60: आराम, लग्जरी और टेक्नोलॉजी के साथ जब बेहतर फीचर्स की बात होती है तो उसमें वोल्वो (Volvo) की गाड़ियों का नाम लिस्ट में पहले लिया जाता है। इसकी हमेशा से यह खासियत रही है कि ये भीड़ से अलग दिखती हैं। Volvo S60 एक मिड साइज लग्जरी एसयूवी (Suv) है।
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: September 09, 2022 18:59 IST
Photo:INDIA TV/VOLVO CAR WEBSITE 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ लॉन्च हुई है Volvo S60
Volvo S60: आराम, लग्जरी और टेक्नोलॉजी के साथ जब बेहतर फीचर्स की बात होती है तो उसमें वोल्वो (Volvo) की गाड़ियों का नाम लिस्ट में पहले लिया जाता है। इसकी हमेशा से यह खासियत रही है कि ये भीड़ से अलग दिखती हैं। Volvo S60 एक मिड साइज लग्जरी एसयूवी (Suv) है। एलिगेंट लुक में दिख रही इस गाड़ी में एक से बेहतरीन एक फीचर्स शामिल किए गए हैं जो आपके ड्राइविंग एक्सपीरियंस को शानदार बनाते हैं। चलिए अब गाड़ी के दूसरे फीचर्स पर एक नजर डाल लेते हैं।
अंदर से कार दिखने में खूबसूरत
अब इस कार के केबिन और टेक्नोलॉजी पर बात करते हैं। बाहर से स्टाइलिश दिखने वाली ये कार अंदर से और खूबसूरत दिखती है। गाड़ी की सीट पर हाई क्वालिटी का लेदर लगाया गया है। स्टीयरिंग से लेकर क्रिस्टल ग्लास गियर सिलेक्टर तक हर तरफ हाई क्वालिटी बिट्स हैं। अंदर से ये काफी लग्जरियस फील देता है। आपको गाड़ी में अंदर बैठने के बाद लगेगा कि आप मर्सिडीज, ऑडी या बीएमडब्ल्यू में बैठे हुए हैं। केबिन में आपको जीपीएस एक्सेस करने की भी सुविधा मिलती है, जिससे आप सफर करते वक्त आसानी से लोकेशन का इस्तेमाल कर सफर को आसान बना सकते हैं।
इसके बेसिक डिजाइन में बहुत ज्यादा कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह पेट्रोल माइल्ड हाइब्रिड इंजन हैं। कंपनी ने गाड़ी के फ्रंट में कुछ छोटे-मोटे बदलाव किए हैं। मुझे इसके सबसे बेस्ट पार्ट सिग्नेचर ग्रिल लग रहे हैं। साथ में इसमें थॉर हैमर एलईडी हैडलैंप और एलईडी टेल-लैंप्स लगे हैं जो इसके पहचान को अलग बनाते हैं।
वोल्वो थर्ड जेनेरेशन की कार
वोल्वो थर्ड जेनेरेशन की कार है। S60 को भारत में पेट्रोल इंजन के तौर पर लॉन्च किया गया है। इंजन एक 2.0-लीटर, चार-सिलेंडर वाला है जो 190hp का पावर और 300Nm का टार्क पैदा करेगा, जबकि गियरबॉक्स कर्तव्यों को 8-स्पीड स्वचालित इकाई द्वारा किया जाएगा। नए S60 में तीन ड्राइव मोड-कम्फर्ट, इको और डायनेमिक भी होंगे।
5-स्टार सेफ्टी रेटिंग
इस नए S60 के साथ पुरानी फोर्ड-व्युत्पन्न चेसिस (Ford-derived Chassis) चली गई है, इसे वोल्वो के नए स्केलेबल प्रोडक्ट आर्किटेक्चर (एसपीए) प्लेटफॉर्म से बदल दिया गया है। थर्ड जेनेरेशन की वोल्वो S60 को यूरो-एनसीएपी क्रैश टेस्टिंग अथॉरिटी से पहले ही 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिल चुकी है। कंपनी के वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इसकी शुरुआती कीमत 45,90,000 रुपये है।
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