इसे सुनेंरोकेंदलाल या तो विक्रेता या खरीदार का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं लेकिन एक ही समय पर दोनों को नहीं कर सकता । उदाहरण स्टॉक दलाल होगा, जो अपने ग्राहक की तरफ से प्रतिभूतियों की बिक्री या खरीद करता है। दलाल स्टॉक, बॉन्ड और अन्य वित्तीय सेवाओं की बिक्री में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। दलाल का उपयोग करने के फायदे हैं।
सबसे अच्छा ब्रोकर कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंदोस्तों आप भी स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते है तो स्टॉक ब्रोकर बनने के आप कोई भी financial market course कर सकते है। इसके साथ आपके पास commerce, economics, statistics, accountancy या Business Administrator की knowledge भी आपको मदद करेगी। आप इन subjects की graduation या post graduation की degree भी ले सकते है।
शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंस्टॉक ब्रोकर एक विनियमित व्यावसायिक व्यक्ति होता है, जो आम तौर पर ब्रोकरेज फर्म या ब्रोकर-डीलर से जुड़ा होता है, जो बदले में शुल्क या कमीशन के लिए स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से या काउंटर पर रिटेल और संस्थागत ग्राहकों दोनों के लिए स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदता है और बेचता है।
ब्रोकर कैसे काम करता है?
इसे सुनेंरोकेंयह मूल रूप से एक विशिष्ट ब्रोकरेज प्रतिशत आपके कुल ट्रेडिंग मूल्य के ऊपर लगाया जाता है और वह इसे आपके कुल ट्रेडिंग मूल्य (पोर्टफोलियो) में से काट लेता है । इस प्रकार, खरीद और बिक्री के इस विशेष निष्पादन के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर को ब्रोकरेज शुल्क के रूप में ₹4200 का भुगतान करना होगा।
सबसे कम ब्रोकरेज कौन लेता है?
इनमें से कुछ छूट दलाल भारत में सबसे कम ब्रोकरेज शुल्क लेते हैं।…फ़िनवेज़िया
- नेस्ट: ₹149 प्रति सेगमेंट, ₹99 ब्रैकेट ऑर्डर प्रीमियम प्लान – ₹777 सभी सेगमेंट, ₹0 ब्रैकेट ऑर्डर।
- ए. एम. आई ब्रोकर: ₹299 प्रति माह असीमित व्यापार के लिए।
- प्रेस्टो: ₹1599 प्रति माह (लाइसेंस लागत अतिरिक्त) सेगमेंट में असीमित व्यापार के लिए।
कैसे एक शेयर दलाल बनने के लिए?
12वीं पास हैं बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें तो आप बन सकते हैं शेयर बाजार में सब ब्रोकर, होगी…
- शैक्षणिक योग्यता आपकी न्यूनतम योग्यता 10 + 2 या हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट होनी चाहिए।
- क्या क्या दस्तावेज चाहिए
- बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें
- आवश्यकताओं को जांच लें
- बुनियादी जानकारी दें
- रजिस्ट्रेशन फी और अकाउंट एक्टिवेशन
कैसे दलाली बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें शुल्क की गणना के लिए?
इसे सुनेंरोकेंदलाली शुल्क कुल कारोबार का 0.05% है। मान लीजिए कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयर की लागत 100 रुपये है। फिर दलाली शुल्क 100 रुपये का 0.05% है, जो 0.05 रुपये है। फिर, व्यापार पर कुल दलाली शुल्क 0.05+ 0.05 रुपये है, जो 0.10 रुपये (खरीदने और बेचने के लिए) है।
क्या ब्रोकरेज शुल्क है?
इसे सुनेंरोकेंब्रोकरेज शुल्क एक दलाल द्वारा लेनदेन निष्पादित करने या विशेष सेवाएं प्रदान करने के लिए शुल्क लिया जाता है। शुल्क बिक्री, खरीद, परामर्श और वितरण जैसी सेवाओं के लिए है। एक ब्रोकरेज शुल्क एक दलाल को लेनदेन निष्पादित करने के लिए क्षतिपूर्ति करता है। (यह आमतौर पर होता है, लेकिन हमेशा नहीं) लेन-देन मूल्य का प्रतिशत।
ब्रोकरेज मॉडल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय डिस्काउंट ब्रोकिंग की नींव ज़ेरोधा ने ही रखी थी। इसी कारण के सारे डिस्काउंट ब्रोकर में से ज़ेरोधा के पास सबसे ज्यादा क्लाइंट्स है। इक्विटी डिलीवरी पर ज़ेरोधा में शून्य ब्रोकरेज चार्ज किया जाता है। इसी प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए फ्लैट 20 रूपये प्रति ट्रेड का चार्ज लगता है।
क्या क्या दस्तावेज चाहिए
जब आप और आपके ब्रोकर की योग्यता मिल जाती हैं तो आपको कुछ दस्तावेज जुटाना होगा। इनमें पैन कार्ड, आधार कार्ड और एजुकेशन प्रूफ (जैसे कुछ ब्रोकर 10 + 2 की शैक्षिक योग्यता को अनिवार्य करते हैं) जैसे कुछ आईडी और दस्तावेज देने होंगे। इसके अलावा, आपके निवास और आपके कार्यालय के पते का प्रमाण तस्वीरों के साथ और सीए के रेफरेंस लेटर की आवश्यकता होगी। जांच लें कि क्या इसके अलावा भी कुछ आवश्यक है।
बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें
आपको कभी भी ऐसा कुछ नहीं बेचना चाहिए, जिसे कोई खरीदने को राजी न हो। इस वजह से ब्रोकरेज फर्मों के बारे में गहन रिसर्च करें। निवेशक किसे पसंद कर रहे हैं, जानने की कोशिश करें। आपके ब्रोकर के पास अच्छी ब्रांड इक्विटी और रिकॉल वैल्यू होनी चाहिए। नए ग्राहक हासिल करने में मददगार होगा। आम तौर पर, ग्राहक उन फर्मों को प्राथमिकता देते हैं जिनके पास फ्लैट फी स्ट्रक्चर, वैल्यू-एडेड सर्विसेस होती हैं, और स्पॉट-ऑन सिफारिशों भी देती हैं।
आवश्यकताओं को जांच लें
सब-ब्रोकर बनने की कुछ शर्तें होती हैं जिन्हें आपको पूरा करना होगा। एक सब-ब्रोकर या मास्टर फ्रैंचाइज़ी मालिक के रूप में आपको लगभग 200 वर्ग फुट के ऑफिस स्पेस की आवश्यकता होगी। यह स्पेस आमतौर पर ब्रोकरेज फर्म पर निर्भर करता है, जिसके साथ आप जा रहे हैं। आपको लगभग एक से दो लाख या उससे अधिक रुपए का रिफंडेबल शुल्क भी जमा करना होगा। अंत में अपने ब्रोकर की कमीशन स्ट्रक्चर जांच लें। हालांकि, वर्तमान परिस्थितियों के साथ और वर्क-फ्रॉम-होम बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें विकल्प के साथ, व्यावसायिक स्पेस की आवश्यकता वैकल्पिक हो सकती है
बुनियादी जानकारी दें
शुरुआत में चुने गए ब्रोकिंग फर्म से कॉलबैक (Call back) का अनुरोध करें। फोन पर ही आपके बारे में, पढ़ाई-लिखाई (Education) के बारे में तथा पहले के कामकाज (Job or Profession) के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही कुछ बुनियदी सवाल (Basic Questions) भी पूछे जाएंगे। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि आप और आपका ब्रोकर (Broker) दोनों एक-सा सोच रहे हैं।
बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें
आपको कभी भी ऐसा कुछ नहीं बेचना चाहिए, जिसे कोई खरीदने को राजी न हो। इस वजह से ब्रोकरेज फर्मों के बारे में गहन रिसर्च करें। निवेशक किसे पसंद कर रहे हैं, जानने की कोशिश करें। आपके ब्रोकर के पास अच्छी ब्रांड इक्विटी और रिकॉल वैल्यू होनी चाहिए। यह नए ग्राहक हासिल करने में मददगार होगा। आम तौर पर, ग्राहक उन फर्मों को प्राथमिकता देते हैं जिनके पास फ्लैट फीस स्ट्रक्चर, वैल्यू-एडेड सर्विसेस होती हैं, और स्पॉट-ऑन सिफारिशों भी देती हैं।
आवश्यकताओं को जांच लें
सब-ब्रोकर बनने की कुछ शर्तें होती हैं जिन्हें आपको पूरा करना होगा। एक सब-ब्रोकर या मास्टर फ्रैंचाइज़ी मालिक के रूप में आपको लगभग 200 वर्ग फुट के ऑफिस स्पेस की आवश्यकता होगी। यह स्पेस आमतौर पर ब्रोकरेज फर्म पर निर्भर करता है, जिसके साथ आप जा रहे हैं। आपको लगभग एक से दो लाख या उससे अधिक रुपए का रिफंडेबल शुल्क भी जमा करना होगा। अंत में अपने ब्रोकर की कमीशन स्ट्रक्चर जांच लें। हालांकि, वर्तमान परिस्थितियों के साथ और वर्क-फ्रॉम-होम विकल्प के साथ, व्यावसायिक स्पेस की आवश्यकता वैकल्पिक हो सकती है।
बुनियादी जानकारी दें
शुरुआत में चुने गए ब्रोकिंग फर्म (Broking Firm) से कॉलबैक का अनुरोध करें। फोन पर ही आपके बारे में, पढ़ाई-लिखाई (Education) के बारे में तथा पहले के कामकाज (Profession) के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही कुछ बुनियदी सवाल (Basic Questions) भी पूछे जाएंगे। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि आप और आपका ब्रोकर दोनों एक-सा सोच रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन फी और अकाउंट एक्टिवेशन
अंत में, आपको रजिस्ट्रेशन फी जमा करनी होगी। भुगतान करने के बाद आपको अपने खाते का बिजनेस टैग प्राप्त होगा। आपके ब्रोकर के आधार पर, आप और आपके कर्मचारी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, कस्टमर सपोर्ट और मार्केटिंग मैकेनिज्म पर ट्रेनिंग बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें और जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके बाद आप अपना काम शुरू कर सकते हैं। जब काम शुरू हो जाएगा तो जाहिर है कि भी कमाई भी शुरू हो जाएगी।
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शेयर बाजार में टिप्स और स्ट्रैटजी के साथ कामयाबी के लिए चाहिए लंबी प्लानिंग
इंटरनेट के युग में सभी बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें अच्छे ब्रोकरेज फर्म के ऐप उपलब्ध हैं और सभी डिस्काउंट ब्रोकर की तरह कम ब्रोकरेज का लाभ दे रहे हैं। ये मार्जिन फंडिंग की भी सुविधा देते हैं। लगभग 10-12 फीसद सालाना ब्याज पर चुनिंदा शेयर खरीदने का अवसर है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाएं इस प्रश्न पर हर किसी की अपनी-अपनी राय होती है जो बहुत-से लोग अक्सर जोरदार दावे के साथ सामने रखते हैं। उनमें बहुत से सही भी होते हैं इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन वे हर बार सही या फिर गलत होंगे यह समझना भूल है। इसकी बड़ी वजह शेयर बाजार का पल-प्रतिपल बदलना और अब तो देश-दुनिया के राजनीतिक-आर्थिक हालात भी बहुत तेजी से बदलते हैं लिहाजा हमंे यह समझना होगा कि शेयर बाजार में बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें आगे रहने के लिए लंबी रेस का घोड़ा बनना है। यह बात इक्वीटी ही नहीं फ्यूचर-आप्शन पर भी लागू होता है। ऐसे में आपको टिप्स और स्ट्रैटेजी के साथ लंबी प्लानिंग करनी होगी।
Investment Tips: Angel One Ltd के चीफ ग्रोथ ऑफिसर प्रभाकर तिवारी से जानते हैं डिजिटल प्लेटफार्म या एप बेस्ड ब्रोकर कंपन . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 30, 2021, बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें 07:39 IST
नई दिल्ली. कोविड-19 महामारी की वजह से भारतीय पूंजी बाजार या शेयर बाजारों (Stock Market) का तेजी से फिजिकल से डिजिटल में बदलाव हुआ है. नए जमाने के निवेशक या मिलेनियल्स बेहतर निवेश के रास्ते तलाश रहे हैं, क्योंकि एफडी या बचत या रियल एस्टेट जैसे पारंपरिक तरीके ज्यादा लाभ नहीं दे रहे हैं.
ऐसे वक्त में, मिलेनियल्स (Millennials) के बीच एक नया शब्द “स्मार्ट बीटा” प्रचलित हुआ है. यह नियम-आधारित निवेश तकनीक (Rule-Based Investment बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें Engines) है, जो एल्गोरिदम (Algorithm) का उपयोग कर सही मौके खोजने के लिए डेटा का एनालिसिस (Data Analysis) करती है. डिजिटल प्लेटफार्म्स या एप बेस्ड ब्रोकिंग कंपनियों (App based broking companies) में इसी तकनीक का उपयोग हो रहा है. आईए Angel One Ltd के चीफ ग्रोथ ऑफिसर प्रभाकर तिवारी से जानते हैं स्मार्ट बीटा किस तरह उपयोगी है…
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