₹50 के 1000 नोट छापने का खर्चा 1130 ₹ है
₹100 के 1000 नोट छापने का खर्च 1770 रुपए है
₹2000 के 1000 नोट छापने का खर्च 2370 रुपए हैं
₹500 के 1000 नोट छापने का खर्च 2290 रुपए हैं
₹2000 के 1000 नोट छापने का खर्च 3540 रुपए हैं
डिजिटल रुपया क्या है, यह कैसे काम करता है। विस्तार से जानिए
अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और व्यवसायों को खुश करने की संभावना वाले एक कदम में, भारत सरकार ने डिजिटल रुपये पेश करने का फैसला किया है। नए इलेक्ट्रॉनिक रुपये पेटीएम और एम-पेसा जैसे मौजूदा ई-मनी प्लेटफॉर्म के समान होंगे, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा समर्थित होंगे।
आरबीआई पिछले कुछ समय से डिजिटल रुपये की अवधारणा पर काम कर रहा है, और लॉन्च के साथ आगे बढ़ने का निर्णय पिछले हफ्ते केंद्रीय बैंक के निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया था। डिजिटल रुपये नियमित कागजी मुद्रा के साथ मौजूद होंगे, और भारत में सभी लेनदेन के लिए कानूनी निविदा के रूप में स्वीकार किए जाएंगे।
कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल रुपये के कई फायदे हैं। एक के लिए, उन्हें नकली बनाना अधिक कठिन है।
कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल मुद्रा के लाभ
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कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल मुद्रा के लाभ
भारत सरकार कागजी मुद्रा को डिजिटल रुपये से बदलने की योजना बना रही है, और इस बदलाव के कई फायदे हैं।
एक के लिए, नकली के लिए डिजिटल रुपये अधिक कठिन हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक सुरक्षित सर्वर पर संग्रहीत हैं और प्रत्येक लेनदेन को रिकॉर्ड किया जाता है। इससे सरकार के लिए जालसाजों को ट्रैक करना और उनकी जांच करना आसान हो जाएगा।
डिजिटल रुपये का एक और फायदा यह है कि इन्हें आसानी से विभाजित या गुणा किया जा सकता है। इससे लोगों के लिए कम मात्रा में लेन-देन करना आसान हो जाएगा, जो कागजी मुद्रा से संभव नहीं है।
डिजिटल रुपये बड़ी मात्रा में नकदी के लिए भंडारण स्थान की आवश्यकता को भी समाप्त कर देगा। इससे घरों और व्यवसायों में जगह खाली होगी, साथ ही चोरी का खतरा भी कम होगा।
डिजिटल रुपया कैसे और कहाँ इस्तेमाल किया जाएगा
नए डिजिटल रुपये का इस्तेमाल नियमित रुपये की तरह ही सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जाएगा। हालांकि, डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन के डिजिटल वॉलेट में स्टोर किया जाएगा। आपको वॉलेट को Google Play Store या App Store से डाउनलोड करना होगा। एक बार जब आप वॉलेट डाउनलोड कर डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं लेते हैं, तो आप अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके इसमें पैसे जोड़ सकते हैं। आपके डिजिटल वॉलेट के पैसे का उपयोग ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए किया जा सकता है।
डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन का उपयोग करके चीजों के भुगतान का एक नया तरीका है। डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन पर एक डिजिटल वॉलेट में जमा होता है। आप अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके अपने डिजिटल वॉलेट में पैसे जोड़ सकते हैं। आपके डिजिटल वॉलेट के पैसे का उपयोग ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए किया जा सकता है।
डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं
Test 12/1/2022 3:15:21 PM (38) (3483)
Digital Rupee: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आज से डिजिटल रुपये के खुदरा इस्तेमाल को लेकर पहला पायलट परीक्षण शुरू कर रहा है. रिजर्व बैंक के अपनी डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी नाम दिया है. पायलट परीक्षण के तहत फिलहाल सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के चार बैंकों को शामिल किया गया है. गौरतलब है कि आरबीआई ने बीते मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी देते हुए पायलट परीक्षण की बात कही थी.
ई-रुपये से लेनदेन में होगी आसानी: डिजिटल करेंसी को लेकर आरबीआई ने कहा है कि, डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा. वहीं, पायलट प्रोजेक्ट के तहत उपयोगकर्ता परीक्षण में शामिल होने वाले बैंकों की तरफ से पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपये से लेनदेन कर सकेंगे. यह लेनदेन पी2पी और पी2एम दोनों ही फॉर्मेट में किए जा सकेंगे.
डिजिटल करेंसी क्या है । भारत में डिजिटल करेंसी की हुई शुरुआत
1. यह एक ऐसी करेंसी हैं जिसे आप छू नहीं सकते लेकिन रुपए की जैसी होगी
2. डिजिटल करेंसी को ऑनलाइन वॉलेट में रखा जा सकता है
3. डिजिटल करेंसी को जेब में कैश की तरह रखने की आवश्यकता नहीं है
4. डिजिटल करेंसी किसी क्रिप्टोकरंसी की तरह नहीं है इसे भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लांच किया हैं
5. डिजिटल करेंसी भारत देश में एक तरह से कानूनी करेंसी है
6. डिजिटल करेंसी की मदद से आप कोई भी लेनदेन पेमेंट या बिल जमा कर सकते हैं
7. जिस तरह आप बैंक अकाउंट से पैसे निकाल कर अपने वॉलेट में रखते हैं
8. डिजिटल करेंसी की वैल्यू रुपए के बराबर होगी
9. जैसे कि एक रुपए डिजिटल करेंसी की कीमत ₹1 और ₹100 डिजिटल करेंसी की कीमत ₹100 के बराबर ही होगी
10. आप जब चाहें इस डिजिटल करेंसी को कैश या नोट में बदल सकते हो
11. क्रिप्टोकरंसी के लिए कोई बैंक नहीं है लेकिन इस डिजिटल करेंसी के लिए एक बैंक है आरबीआई
12. जैसे कि कोई भी क्रिप्टोकरंसी को आप बैंक में जमा करके कैश नहीं ले सकते, लेकिन डिजिटल करेंसी को आप भारत के किसी भी बैंक में जमा करवा कर रूपए ले सकते हैं
डिजिटल करेंसी को क्यों लांच किया गया
- डिजिटल करेंसी के लिए किसी बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं है
- डिजिटल करेंसी लेनदेन के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं है
- डिजिटल करेंसी की मदद से पैसों का लेनदेन बहुत ही आसानी से किया जा सकता है
- डिजिटल करेंसी की मदद से बड़े-बड़े लेनदेन को आसानी से किया जा सकता है साथ ही चेक ड्राफ्ट जैसे झंझट खत्म हो जाएंगे
- डिजिटल करेंसी का ट्रांसफर मोबाइल के जरिए कुछ ही सेकंड में हो पाएगा, साथ ही इसमें नकली नोटों के आने की जो संभावना रहती है उससे भी छुटकारा मिल जाएगा
- डिजिटल करेंसी को किसी भी तरह से नष्ट नहीं किया जा सकेगा
इससे लंबे समय तक संभाल कर रखा जा सकता है साथ ही पेपर नोट की प्रिंटिंग का खर्चा भी बचने वाला हैं
भारत देश में चार अलग-अलग जगहों पर आरबीआई के द्वारा नोटों की प्रिंटिंग की जाती है
1. देवास, मध्यप्रदेश
2. नासिक, महाराष्ट्र
3. मैसूर, तमिलनाडु
4. सबलोनी, पश्चिम बंगाल
प्रश्नोत्तर – डिजिटल करेंसी क्या है
ans – इंडिया की डिजिटल करेंसी ई डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं – रुपया होगी, भारत में डिजिटल करेंसी की शुरुआत 1 दिसंबर 2022 हो गई है
ans – डिजिटल करेंसी एक प्रकार से सेंट्रलाइज डिजिटल करेंसी है जिसका कंट्रोल आरबीआई के पास है जबकि क्रिप्टोकरंसी एक प्रकार की डिसेंट्रलाइज करेंसी है जिसका कंट्रोल किसी भी बैंक के पास नहीं है
ans -डिजिटल करेंसी के फायदे
1. इसमें पेमेंट फास्ट होगा
2. इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन को आसानी से किया जा सकेगा
3. इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन सस्ता हो जाएगा
4. साथ ही डिजिटल करेंसी में पेमेंट के लिए मोबाइल में इंटरनेट का होना भी अनिवार्य नहीं है
ans – भारत में डिजिटल करेंसी की शुरुआत होलसेल के लिए 1 नवंबर 2022 तथा आम जनता के लिए 1 दिसंबर 2022 को हुई
Digital Rupee : क्या है डिजिटल रुपी,डिजिटल रुपी के लाभ,क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल रुपी में अंतर की सम्पूर्ण जानकारी
भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल रुपी (Digital Rupee) का पायलट प्रोजेक्ट 1 नवंबर से प्रारंभ कर दिया है। हम सन जानना चाहते है कि क्या है डिजिटल रुपी तो आइये जानते है विस्तार से : ये भारत का पहला सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) है जिसे डिजिटल रुपी (Digital Rupee) कहा जा रहा है , इस टेस्टिंग के द्वारा सरकारी सिक्योरिटीज में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन किया जाएगा।
आज के सूचना युग है जिसमे हम सभी का पूरा जीवन बदलता जा रहा है क्योंकि तकनीक बदलती जा रही है। इसीलिए अब हमारा पैसों का लेनदेन का तरीका भी बदल रहा है। तकनीक के निरंतर होते विकास ने पैसो के लेनदेन के पारंपरिक स्वरूप को एक डिजिटल रूप दिया है।
अब संसार कैशलेस इकोनॉमी की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में भारत भी पीछे नही रहना चाहता है।
क्या है डिजिटल रुपी ?
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार सीबीडीसी, डिजिटल रूप में केंद्रीय बैंक द्वारा जारी एक वैध मुद्रा है, जो कागजी मुद्रा के समान है और आवश्यकता पड़ने पर कागजी मुद्रा के साथ इसका विनिमय किया जा सकेगा,
हम इसे सरल डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं कि डिजिटल करेंसी (CBDC) या डिजिटल रुपी आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल फॉर्म में करेंसी नोट्स हैं.
डिजिटल रुपी इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में परिवर्तित पैसा है जिससे कॉन्टैक्टलेस ट्रांजेक्शन किया जा सकता है.
भारत में डिजिटल करेंसी दो प्रकार की होगी जिसमे होलसेल सीबीडीसी (CBDC-W) और रिटेल सीबीडीसी (CBDC-R),
होलसेल सीबीडीसी का उपयोग कुछ चुने हुए वित्ती य संस्थासनों के द्वारा डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं ही होगा जबकि रिटेल सीबीडीसी का प्रयोग सब कर सकेंगे
अब भारतीय लोग भी बहुत बड़ी संख्या digital transaction करते हैं इसलिए भविष्य डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं में CBDC के अनेक लाभ होंगे.
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने पिछले वर्ष लोकसभा को बताया था , “डिजिटल रुपी के अनेक लाभ होंगे. इससे नकदी पर निर्भरता कम होगी और साथ ही साथ सीबीडीसी मजबूत, विश्वसनीय, विनियमित और एक वैध भुगतान का माध्यम बनेगी .
जब देश में डिजिटल रुपी (Digital Rupee) प्रयोग होने लगेंगे तब आपको अपने पास कैश रखने की आवश्यकता कम हो जाएगी और आपको अपने परम्परागत बटुए में अधिक धन रखने की आवश्यकता ही नहीं होगी.
डिजिटल करेंसी को लोग अपने मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे जिसे कैश में आसानी से बदला भी जा सकेगा.
क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल रुपी में क्या अंतर है
क्रिप्टोकरेंसी और सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी- डिजिटल रुपी में मुख्यॉ अंतर यह है कि डिजिटल रुपी पूरी प्रकार से सरकारी नियंत्रण में काम करेगी और ये यह सरकार समर्थित वैध मुद्रा है.
जबकि क्रिप्टोकरेंसी एक निजी करेंसी है इसे किसी भी देश की सरकार मॉनिटर नहीं करती और न ही सेंट्रल बैंक का इस पर कोई कंट्रोल होता है.
क्रिप्टोीकरेंसी के रेट में उतार-चढाव आता रहता है जबकि दूसरी ओर डिजिटल रुपी भारतीय मुद्रा का ही digital रूप है इसलिए इसके रेट में उतार-चढाव आता रहता है
क्रिप्टोकरेंसी को नकद मुद्रा में नही बदला जा सकता है किन्तु डिजिटल रुपी को नकदी में बदल सकेंगे.
डिजिटल करेंसी के प्रकार – Digital Currency Types
डिजिटल करेंसी तीन प्रकार की होती हैं जैसे:
1. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency)
2. वर्चुअल करेंसी (डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं Virtual Currency)
3. क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency)
डिजिटल करेंसी के फायदे एवं विशेषताएं – Advantages of Digital Currency
– देश की सरकार डिजिटल करेंसी को मान्यता देगी।
– डिजिटल करेंसी आने के बाद लोगों की नकदी (cash) पर निर्भरता कम होगी। लोगों को अपने पास कैश रखने की जरूरत कम हो जाएगी, या रखने की जरूरत ही नहीं होगी।
– डिजिटल करेंसी को लोग अपने मोबाइल वॉलेट (mobile wallet) में रख सकेंगे और कभी भी कहीं भी डिजिटल करेंसी से लेन-देन भी कर सकेंगे।
– डिजिटल करेंसी के आने से fake currency की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
– डिजिटल करेंसी के आने से कागज के नोट की प्रिटिंग का खर्च बचेगा।
– डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा बनी रहेगी और यह कभी खराब नहीं होगी।
– डिजिटल करेंसी के आने से लोगों को बैंक में देश के बाहर या फिर देश में ही पैसे ट्रांसफर करने के लिए या फिर जमा कराने के लिए अलग-अलग समय का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
डिजिटल करेंसी से नुकसान – Disadvantages of Digital Currency
हम सभी मानते हैं कि नई चीजों के फायदे हैं, लेकिन उनके नुकसान भी हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए। इसी तरह, भले ही डिजिटल पैसा देश के लिए एक जबरदस्त लाभकारी विकास साबित हो, लेकिन इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी होंगे। उदाहरण के लिए, डिजिटल करेंसी से कुछ ऐसे नुकसान हो सकते हैं।
– डिजिटल करेंसी के आगमन के बाद से, बैंकों में कर्मचारियों को काफी नुकसान हो सकता है।
– डिजिटल करेंसी को हैकर्स (hackers) ऑनलाइन वॉलेट (online wallet) से चुरा सकते हैं या डिजिटल करेंसी के लिए प्रोटोकॉल बदल सकते हैं। जिससे वे अनुपयोगी हो सकते हैं।
– हालांकि, डिजिटल करेंसी से कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बैंकिंग उद्योग में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए थोड़ी समस्या का विषय बन सकता है।
– हालाँकि, डिजिटल करेंसी बहुत लाभ प्रदान करती है, साथ ही इसमें कुछ कमियाँ भी डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं हैं। इसका सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि यह पैसे का दुरुपयोग करने का प्रयास करने वाले आपराधिक समूहों (criminal groups) को उजागर कर सकता है।
डिजिटल करेंसी का उपयोग कैसे करें – How to use Digital Currency in India
भारत में आने वाले डिजिटल डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं करेंसी का इस्तेमाल उसी तरह किया जाएगा, जिस तरह दुनिया भर में लोकप्रिय crypto currency और bitcoin का इस्तेमाल किया जाता है। फर्क सिर्फ इतना होगा कि digital currency सरकारी करेंसी होगी। इस पर सरकार यानी कानून की मुहर लगेगी। डिजिटल करेंसी का उपयोग कैसे करें, इस पर भारतीय रिजर्व बैंक निर्देश देगा। भारतीय रिजर्व बैंक blockchain और अन्य तकनीक का उपयोग करके डिजिटल करेंसी जारी करेगा।
डिजिटल करेंसी वे धन हैं जिनका केवल electronic रूप से आदान-प्रदान किया जा सकता है। उनके पास कोई भौतिक रूप नहीं है, लेकिन उन्हें साधारण करेंसी या अन्य संपत्तियों के लिए कारोबार किया जा सकता है। हालांकि bitcoin, crypto currency जैसी सबसे लोकप्रिय digital currencies हैं।
डिजिटल करेंसी क्या है, जैसा कि इस लेख में परिभाषित किया गया है? आपको डिजिटल करेंसी के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी इस लेख से मिल गई होगी। अगर इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ साझा करें, धन्यवाद।
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