आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया

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बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - महामारी और लॉकडाउन के झटकों से उबरने के बाद अब अर्थव्यवस्था रिकवरी की राह पर आगे बढ़ रही है. इसके साथ ही नया कारोबार और अन्य उद्यम शुरू करने के लिए कर्ज की मांग भी बढ़ी है। हालांकि, कई बार बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान खराब सिबिल स्कोर के कारण लोन देने से मना कर देते हैं। सिबिल स्कोर लोन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अच्छा होने के कारण लोन मिलने में आसानी होती है। कई बार बैंक एवरेज स्कोर पर भी लोन दे देते हैं, लेकिन ब्याज ज्यादा वसूलते हैं। निवेश सलाहकारों के अनुसार, अपना सिबिल स्कोर सुधारने के लिए पांच गलतियों से बचें। असुरक्षित या एक से अधिक ऋण लेने से बचें: बेहतर CIBIL स्कोर के लिए असुरक्षित ऋण लेने से बचें। व्यक्तिगत ऋण और क्रेडिट कार्ड पर उधार लेना असुरक्षित ऋण माना जाता है। इसलिए सुरक्षित ऋण को असुरक्षित ऋण के साथ संतुलित करें। होम लोन, एजुकेशन और ऑटो लोन को सिक्योर्ड लोन माना जाता है। साथ ही एक साथ कई लोन लेने से बचें।

बकाये के भुगतान में नियमित रहें: यदि आप लंबे समय तक अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं और ऋण की मासिक किस्त का भुगतान करने में अनियमित हैं, तो सिबिल स्कोर के लिहाज से यह अच्छी आदत नहीं है। संयुक्त खातों के बारे में सावधान रहें: संयुक्त खाता खोलने या लोन गारंटर बनने से हमेशा बचना चाहिए। यदि उधारकर्ता भुगतान में चूक करता है, तो गारंटर के रूप में, यह सीधे आपके CIBIL स्कोर को प्रभावित करेगा। सिबिल रिपोर्ट पर रखें नजर क्रेडिट स्कोर में सुधार तभी संभव है, जब उसकी मौजूदा स्थिति का पता हो। इसलिए, सिबिल रिपोर्ट पर नियमित नजर रखें। क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल नहीं चुकाने की स्थिति में लोग मिनिमम पेमेंट करते हैं। वित्तीय संकट के समय थोड़े समय के लिए ऐसा करना ठीक है, लेकिन लंबे समय में केवल न्यूनतम बिल का भुगतान करना अच्छी आदत नहीं है। इससे आपके सिबिल स्कोर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा मौजूदा कर्ज की ईएमआई समय पर चुकाना सुनिश्चित करें।

EPFO WhatsApp Helpline : EPFO की Whatsapp हेल्पलाइन सेवा का लाभ कैसे उठाएं, जानें

EPFO WhatsApp Helpline : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees Provident Fund Organisation ) ने हाल ही में अपने सदस्यों की समस्याओं को हल करने के लिए एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन सेवा शुरू की है ! इस सेवा के माध्यम से, ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organisation) के सदस्य अपनी समस्याओं को जल्दी से हल कर पाएंगे और उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा ! श्रम मंत्रालय के अनुसार यह सुविधा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई अन्य सुविधाओं के अतिरिक्त है !

EPFO WhatsApp Helpline

EPFO WhatsApp Helpline

EPFO WhatsApp Helpline

यह सुविधा ईपीएफओ (EPFO) के सभी 138 क्षेत्रीय कार्यालयों में शुरू की गई है ! गौरतलब है कि EPFO ​​अपने सदस्यों की शिकायतों को हल करने के लिए वेब-आधारित EPFiGMS पोर्टल, फेसबुक, ट्विटर और 24 घंटे कॉल सेंटर के माध्यम से अपने सदस्यों की समस्याओं का समाधान करता है ! व्हाट्सएप हेल्पलाइन सेवा (Whatsapp helpline service) का उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान अपने सदस्यों को निर्बाध सेवा प्रदान करना है !

WhatsApp हेल्पलाइन सेवा का लाभ कैसे लें

व्हाट्सएप हेल्पलाइन सेवा (Whatsapp helpline service) आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया का लाभ उठाने के लिए, आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि आपका क्षेत्र कौन सा है यानी आप किस क्षेत्र के कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करेंगे ! अपने क्षेत्रीय कार्यालय की जानकारी प्राप्त करने के बाद, आप इसे क्षेत्र के फोन नंबर से जोड़ सकते हैं ! अगर आपको नहीं पता कि आपका क्षेत्रीय कार्यालय कौन सा है, यानी आपका खाता किस क्षेत्र के कार्यालय में है ! तो आपको सबसे पहले अपने क्षेत्रीय कार्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए !

  • आपको सबसे ईपीएफओ की वेबसाइट www.epfindia.gov.in पर जाना होगा !
  • इसके बाद आप टैब, सर्विस पर क्लिक करें, फिर फॉर एम्प्लॉयर्स पर जाएं
  • अब आपके सामने एक नया वेबपेज खुलेगा, जिसमें आप प्रतिष्ठान खोजें

स्थापना खोज का अर्थ है कि जिस संस्थान में आप काम करते हैं : EPFO WhatsApp Helpline

आप उस संस्थान के सात अंकों का कोड यहां दर्ज करते हैं, यदि कोड नहीं मिला है ! तो अपने संस्थान का नाम दर्ज करें और खोजें ! यहां आपको अपने संस्थान से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी और आपको यह भी पता चल जाएगा ! कि आपको किस व्हाट्सएप नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करनी है ! तो बस यह करें और आपकी समस्याएं आसानी से हल हो जाएंगी !

जानिए EPFO अकाउंट बैलेंस ऑनलाइन कैसे चेक करें

  1. अपने यूएएन नंबर, पासवर्ड और कैप्चा कोड में epfindia.gov.in पर लॉग ऑन आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया करें
  2. ई-पासबुक पर क्लिक करें
  3. एक बार जब ( Interest Rate ) आप सभी विवरण दर्ज करते हैं, तो आप एक नए पृष्ठ पर पहुंचेंगे !
  4. अब सदस्य आईडी खोलें
  5. अब आप अपने खाते में कुल ईपीएफ ( Employees Provident आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया Fund Organisation ) शेष देख सकते हैं !

UMANG App के माध्यम से EPF बैलेंस कैसे चेक करें : EPFO WhatsApp Helpline

  • UMANG ऐप खोलें
  • EPFO ( Employees Provident Fund Organisation ) पर क्लिक करें !
  • कर्मचारी केंद्र सेवाओं पर क्लिक करें
  • अपने यूएएन नंबर और पासवर्ड में पासबुक विकल्प पर क्लिक करें
  • आपको अपने पंजीकृत नंबर ( Interest Rate ) पर ओटीपी मिलेगा !
  • अब आप अपना ईपीएफ बैलेंस ( PF Balance ) देख सकते हैं !

MISSED Call के जरिए EPF बैलेंस कैसे चेक करें

यूएएन पोर्टल पर पंजीकृत ईपीएफओ ( RPFO ) ग्राहक अपने पीएफ विवरण को यूएएन के साथ पंजीकृत अपने मोबाइल नंबर से 011-22901406 पर मिस्ड कॉल देकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पास ( Employees Provident Fund Organisation ) उपलब्ध करा सकते हैं !

Employees Provident Fund Organisation

इस ( Interest Rate ) बीच, यदि आप एक ईपीएफओ ( EPFO ) ग्राहक हैं, तो आप व्यक्तिगत रूप से अपने भविष्य निधि के बारे में सभी विवरण देख सकते हैं ! ईपीएफओ ग्राहक अपने पीएफ बैलेंस को आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया चार अलग-अलग तरीकों से घर के आराम से चेक कर सकते हैं! एसएमएस, ऑनलाइन, मिस्ड कॉल और यूएमएएनजी ऐप का उपयोग करके पीएफ बैलेंस ( PF Balance ) !

फ्रॉड कहीं भी हो सकता है: सावधान रहेंगे तो धोखाधड़ी से बचेंगे, जानिए फ्रॉड के ऐसे तरीकों के बारे में जिन पर आपका कभी ध्यान नहीं गया

हम जितना सोचते नहीं उससे चार क़दम आगे चलते हैं ठग। समय के साथ वे पुराने तरीक़ों को छोड़कर ऐसे ज़रिए तलाशने लगे हैं जिनका अंदाज़ा लगा पाना सामान्य व्यक्ति के लिए आसान नहीं होता है। जो चीज़ें सामान्य हैं उन्हें फ्रॉड का ज़रिया बनाते हुए आप पर निशाना साधा जा सकता है। वैसे ही ऐसे स्थानों पर भी धोखाधड़ी हो सकती है जहां विश्वास के साथ जाते हैं। कौन-कौन सी धोखाधड़ी हैं जिन्हें लेकर सावधान रहना चाहिए.

अनजान पार्सल.

मान लीजिए आपने ई-कॉमर्स से ऑनलाइन सामान ऑर्डर किया है। उसमें से आपने सामान निकला और डिब्बे को कूड़ेदान में फेंक दिया। उसमें चिपके बिल में आपका नाम, मोबाइल नंबर, पता आदि सब है। ठग उस डिब्बे पर दी गई जानकारी को चुराएगा और एक नया पार्सल तैयार करेगा। आपके घर आकर वो पार्सल देगा जो कि कैश ऑन डिलीवरी पर होगा। डिलीवरी बॉय अपना परिचय प्रसिद्ध कंपनी के नाम पर देगा। जब आप कहेंगे कि यह सामान आपने ऑर्डर नहीं किया है तो वो उसे कैंसल करने के लिए कहेगा। इसके लिए कस्टमर केयर का नंबर भी देगा और बात करके ऑर्डर कैंसल करने के लिए भी कहेगा। कस्टमर केयर आपके नंबर पर ओटीपी जनरेट करेगा। आप जैसे ही कस्टमर केयर को ओटीपी बताएंगे वैसे ही आपका बैंक खाता ख़ाली हो चुका होगा।

सावधान रहें.

अगर ये स्थिति आपके साथ भी बनती है तो डिलीवरी बॉय पर विश्वास न करें। वो जिस कंपनी से ख़ुद का परिचय दे रहा है उसकी वेबसाइट पर दिए कस्टमर केयर के नंबर से उस पार्सल की जानकारी लें, न कि डिलीवरी बॉय द्वारा दिए गए नंबर पर। अगर इस स्थिति में डिलीवरी बॉय भी ओटीपी जनरेट करता है तो कोड उसके साथ बिल्कुल साझा न करें। यह हमेशा देखें कि ओटीपी/कोड कहां से आया है। इसके अलावा जब भी डिब्बा फेंके तो उस पर मौजूद आपकी जानकारी को पहले मिटा दें।

बिल की जानकारी.

दुकानदार बिल पर सामान और उसकी क़ीमत डालने से पहले आपका नाम, पता और मोबाइल नंबर डालता है। बस इसी जानकारी का फ़ायदा ठग उठा सकते हैं। इसे उदाहरण से समझते हैं। मिश्रा जी कपड़ों की एक बड़ी दुकान पर गए। वहां शॉपिंग की और बिल साथ में रख लिया। उनसे बिल कहीं गिर गया, छूट गया या व्यर्थ समझकर कहीं फेंक दिया। ठग हमेशा ऐसे मौक़ों पर नज़र गड़ाकर बैठे रहते हैं। ठग ने कुछ दिनों बाद बिल पर लिखे मोबाइल नंबर पर मिश्रा जी को कॉल किया और कहा कि आपने इस दुकान से शॉपिंग की है जिसमें आपको उपहार मिला है। आपको यह उपहार लेने आना है, लेकिन आप आएंगे या नहीं पहले उसकी पुष्टि करनी होगी। मिश्रा जी के हामी भरने पर उस ठग ने मैसेज पर एक लिंक भेजा और उस पर क्लिक करके जानकारी भरने के लिए कहा। मिश्रा जी ने जैसे ही लिंक पर क्लिक किया, उनके बैंक खाते से सारे पैसे ग़ायब हो गए।

सावधान रहें.

किसी भी प्रकार का बिल जिसमें नाम के साथ-साथ फोन नंबर या पता लिखा हो, उसे संभालकर रखें। यदि कोई व्यक्ति गिफ्ट खुलने का लालच देता है तो सीधे दुकानदार को फोन लगाएं। कई बार दुकानों या सुपरमार्केट में ठग घूमते रहते हैं। जब आप अपना नंबर बिल पर लिखवाते हैं तो ठग इस जानकारी को चुराकर इसका इस्तेमाल करते हैं। इसलिए जितना हो सके धीमी आवाज़ में नंबर बताएं।

आंकड़ों का खेल.

जब आप किसी सुपर मार्केट में सामान ख़रीदने जाते हैं तो बिल बनवाते वक़्त कई बार किसी निश्चित क़ीमत का कोई सामान जैसे मसालों के पैकेट मुफ्त में ऑफर किए जाते हैं। आपसे कहा जा सकता है कि आपका बिल हज़ार से ऊपर बन रहा है इसलिए आप ये सामान मुफ्त में घर ले जा सकते हैं। आपने जो सामान ख़रीदा है उसके अतिरिक्त ये मुफ्त पैकेट वैकल्पिक तौर पर दिए जा सकते हैं जिसकी क़ीमत बिल में शून्य होगी। इन मुफ्त पैकेट की क़ीमत बीस-पचास रुपये हो सकती है। जब आप बिल देखेंगे तो इसमें मुफ्त सामान की क़ीमत शून्य होती है। लेकिन जब आप बिल में मौजूद वस्तुओं की क़ीमत जोड़ेंगे तो कुल क़ीमत अधिक होगी। दरअसल मुफ्त सामान का मूल्य बिल में इस तरह से शामिल किया जा सकता है कि उसकी क़ीमत दिखाई न दे।

सावधान रहें.

अगर आपको ख़रीदारी में कोई सामान मुफ्त मिल रहा है और वह आपके काम का नहीं है तो उसे लेने से मना कर दें। अगर आप लेते भी हैं तो वहीं खड़े होकर बिल को जांचें और क़ीमत जोड़ें। यदि फ्री सामान का मूल्य इसमें शामिल है तो वहीं इस बात को साफ़ करें।

शॉपिंग कार्ड

मॉल में ख़रीदारी करने के बाद दुकानदार आपको शॉपिंग कार्ड ख़रीदने की सलाह देते हैं। इसे कोई निश्चित राशि देकर बनवाया जाता है ताकि अगली हर ख़रीदारी पर आपको छूट मिल सके। मिसाल के तौर पर, आपने कपड़े ख़रीदे। ख़रीदारी की कुल राशि 2 हज़ार से ऊपर है और कार्ड का मूल्य 5 हज़ार है जिसे लेने पर किसी एक कपड़े का मूल्य शून्य हो जाएगा। ऐसे लोग कार्ड की क़ीमत और वैधता को महीनों और क़ीमतों में किसी भी तरह से उलझाकर ख़रीदार को बता सकते हैं। उनका हिसाब-किताब थोड़ा उलझा हुआ होता है ताकि ग्राहक को समझ न आए और फ़ायदा भी दिखे। सोचने का वक़्त भी नहीं देंगे कि आप समय लेकर उस हिसाब को समझ सकें।

सावधान रहें.

अगर आपको ऑफर रोचक लग रहा है तो वक़्त लें और फ़ायदा-नुक़सान देखें। उन्हें आराम से समझाने के लिए कहें क्योंकि यह ग्राहक का अधिकार है। अगर दुकानदार आपको ठीक-से नहीं समझा रहा या उसका गणित आपको समझ नहीं आ रहा है तो ऐसे ऑफर स्वीकार करने से पहले ज़रूर सोचें।

PF खाताधारकों को EPFO ने दी खास सुविधा, अब नहीं होगी पैसों की दिक्कत

 PF खाताधारकों को EPFO ने दी खास सुविधा, अब नहीं होगी पैसों की दिक्कत

HR Breaking News, Digital Desk- ये बात हम सब जानते हैं कि नौकरी में रहते हुए एडवांस पीएफ निकाल (Advance PF Withdrawal) सकते हैं. लेकिन क्या हमें ये पता है कि कब और कितनी बार निकाल सकते हैं. प्रोविडेंट फंड (PF) हमारे भविष्य की जमा पूंजी है, जिसके कायदे से रिटायरमेंट के लिए ही रिजर्व रहने देना चाहिए. लेकिन जब कोई मुश्किल हालात माथे पर आ जाए तो क्या करें. उसी वक्त के लिए पीएफ की अग्रिम निकासी या एडवांस विड्रॉल का नियम बनाया गया है.

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इसमें आपकी पूरी मदद करता है. बस आपको करना ये होता है कि पैसे निकालने की वजह बतानी होती है. इसके बाद ही निकासी की प्रक्रिया शुरू होती है.


नौकरी छूट जाए और हाथ में पैसे न रहें तो पीएफ निकासी की एक वजह ये भी हो सकती है. इसके अलावा शादी, उच्च शिक्षा, रहने के लिए मकान बनाने, मकान बनाने के लिए जमीन की खरीद आदि के लिए एडवांस में पैसे निकाल सकते हैं. अब बात आती है कि कितना पैसा निकाल सकते हैं और कितनी बार पैसे निकाल सकते हैं. ईपीएफओ की वेबसाइट पर अपना पीएफ खाता खोलें तो वहां कंपनी का पैसा और आपका जमा पैसा दोनों दिखता है. यानी पासबुक में कंपनी और आपका शेयर एक साथ दिखता है.


ईपीएफओ का नियम-


ईपीएफओ का नियम स्पष्ट कहता है कि आप निकासी के लिए जो वजह चुनते हैं, उसी के हिसाब से यह तय होता है कि कितने पैसे आपको मिलेंगे. अगर कारण में आपने बेरोजगारी को चुना है और लगातार दो महीने तक सैलरी नहीं मिली तो पीएफ में आपका जो भी पैसा जमा है, उसे निकाल सकते है. दूसरी वजह प्राकृतिक आपदा की है. इसमें पीएफ में जमा कुल रकम का 75 परसेंट प्लस ब्याज आपको मिलेगा.

या 3 महीने की तनख्वाह और साथ में डीए. इन दोनों में जो भी कम हो वह आपको मिलेगा. ठीक यही नियम कोविड-19 के समय पीएफ की अग्रिम निकासी के लिए है. कोविड-19 के नाम पर बस एक बार पीएफ एडवांस निकाला जा सकता है.


सवाल है कि आप रिटायरमेंट से पहले कई बार पीएफ अकाउंट से पैसे निकालने का आवेदन कर सकते हैं और कितनी बार पैसे पा सकते हैं. ईपीएफओ का नियम कहता है कि रिटायरमेंट से पहले कई बार पीएफ खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं, लेकिन उसके लिए कारण देना होगा. जैसे मान लें घर में बेटे या बेटी की शादी है, तो आप आराम से पीएफ से पैसे निकाल सकते हैं मगर 3 बार से ज्यादा नहीं.


कब-कब निकाल सकते हैं पैसे-


आप चाहें तो बेटे या बेटी की 10वीं के बाद की पढ़ाई के लिए 3 बार पैसे निकाल सकते हैं. अगर आप कोई घर या उसके लिए जमीन खरीद रहे हैं या उसे उसे बना रहे हैं तो आप बस एक बार पैसा निकाल सकते हैं. आप रिटायरमेंट से पहले मेडिकल इमरजेंसी के लिए EPF अकाउंट से कितनी बार भी पैसा निकाल सकते हैं. पैसे निकालने में कोई मनाही नहीं पर आपको उसके टैक्स रूल का भी ध्यान रखना चाहिए.


लगातार 5 साल की नौकरी से पहले पीएफ का पैसा निकालते हैं तो 10 परसेंट की दर से टीडीएस कटेगा. यह दर तब है जब पैसे निकालते समय पैन देते हैं. अगर पैन नंबर न दें तो 30 परसेंट की दर से टीडीएस कटेगा. 5 साल की लगातार सर्विस के बाद पीएफ का पैसा निकालते हैं तो उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. अगर कोई कर्मचारी अपने ईपीएफ के पैसे को नेशनल पेंशन स्कीम या NSC में ट्रांसफर करे तो उसे किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा.

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Web Hosting क्या है – What is Web Hosting in Hindi

What is Web hosting – होस्टिंग क्या होती है और हमें होस्टिंग क्यों लेनी चाहिए अगर आपके पास भी खुद का एक Blog है या फिर आप ब्लॉग बनाने की सोच रहे हो तो Blog Kya hai or Blogging kaise karte hai इसके बारे में पता होना जरुरी है

अगर आप वेबसाइट वर्डप्रेस पर बनाते है तो Web Hosting क्या है ये पता होना चाहिए। ऐसा इसीलिए क्युकी Web Hosting की मदद से ही आप अपने ब्लॉग को इंटरनेट पर दिखा सकते हो।

और भी कई चीज़े है Web Hosting के बारे में जैसे कौन-सी Hosting अच्छी रहती है और किस कम्पनी की। तो आप सब के इन्ही सवालों का जवाब इस आर्टिकल में आपको मिलेगा।

तो ज़रुर इस आर्टिकल को पूरा पढ़िएगा। क्युकी किसी भी नए Blogger को Web Hosting क्या है इसकी पुरी जानकारी होनी चाहिए वर्ना आपको आगे मुश्किल हो सकती है।

web-hosting

What is Web Hosting – Web Hosting क्या है ?

Web Hosting एक ऐसा resource है जिसकी मदद से आपकी वेबसाइट या Blog WWW यानी की World Wide Web पर आती है और पूरे इंटरनेट में फिर कोई भी आपकी साईट पर visit कर सकता है.

आसान शब्दों में Web Hosting एक storage है जहा पर आपकी साईट का सारा कंटेंट Data जैसे articles, Images, Videos, documents, और पुरी वेबसाइट store होती है.

इसका मतलब अगर आप Hosting खरीदते हो तो आपको इंटरनेट पर एक storage मिल जायेगी जहा पर आप अपनी वेबसाइट स्टोर कर सकते हो या बना सकते हो और लोगो तक पहुंचा सकते हो.

ये जो storage होती है ये connect रहती है बहुत ही पावरफुल कंप्यूटर डेटाबेस से जो की हैंडल करता है आपके साईट के ट्रैफिक को जितनी ज्यादा आपकी साइट की SSD memory और Ram power होगी उतनी ज्यादा आपकी साइट की ट्रैफिक हैंडल होगी।

और ये computer 24*7 यानी की हर समय इंटरनेट से जुड़ा रहता है ताकि आपकी साइट कभी डाउन ना हो तो अब बात करते हैं आपको कौन सी होस्टिंग लेनी चाहिए आपकी साईट की speed और storage, uptime ये सब matter करता है की आपने कोंसी कंपनी की और कोन सी hosting आपने ली हुई है.

Web Hosting कैसे काम करता है

तो वेबसाइट या ब्लॉग बनाने के लिए आपको क्या क्या चाहिए होता है. Domain और Hosting, होस्टिंग का काम बोहोत ही सिंपल होता है जैसे की मेने आपको पहले भी बताया की आपके ब्लॉग में जो भी कुछ होता है जैसे Image, Video, article या कोई भी कंटेंट वो सभी Hosting की स्टोरेज में स्टोर हो जाता है.

और Hosting लेते हुए आप Domain को hosting से तो कनेक्ट करते ही हो. तो जब भी कोई भी बन्दा आपका डोमेन सर्च करेगा. जैसे xyz.com तो जो भी आपने ब्लॉग बनाया है और कंटेंट उस storage यानी hosting में save किया है. वो hosting WWW यानी world wide web के through विजिटर को वो कंटेंट दिखा देता है।

यानी की पुरी वेबसाइट आपकी विजिटर को दिखेगी। तो कुछ इस तरह hosting काम करती है। और domain hosting से कनेक्ट होता है जो की आपको manually करना पड़ता है।

बोहोत ही आसान है बस आपको DNS (Domain Name Server) को बदलकर वो name server रख देने है जो की आपकी hosting कंपनी ने दिए हुए होगे. hosting का यूज आपको wordpress पे वेबसाइट बनाने के लिए होता है | Blogger जैसी वेबसाइट पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको होस्टिंग खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है

Web Hosting के प्रकार – Types of web hosting in Hindi

web hosting भी कई प्रकार की होती है। सभी hosting के अपने फायदे और नुकसान है। लेकिन में जो आपको बताऊंगा वो आपको पूरा पड़ना है फिर आपको ये जानने में आसानी रहेगी की आपके लिए कोन सी hosting सही रहेगी।

1. Shared Web Hosting

जैसे की इसके नाम में ही है Shared तो आप समझ ही गये होगे की इस तरह की hosting में sharing होगी अब वो कैसे होगी ये भी जान लीजिये।

इस तरह की Hosting सर्विस में आपको वो storage या computer allot किया जाता है जो की और भी लोग इस्तेमाल कर रहे हो।

यानी की मानलो की आपने 2 GB RAM वाली shared hosting ली तो उस hosting को और भी लोग यानी की उस RAM को दुसरे भी इस्तेमाल कर रहे होगे।

अब इसे तरह की Hosting सस्ती होती है इसीलिए new bloggers इसे ही purchase करते है क्युकी तब कम ट्रैफिक होता है।

तो आप भी ये ले सकते हो अगर आपका budget कम है तो लेकिन जब आपकी साईट पे ट्रैफिक ज्यादा आने लगे तो आप hosting change भी कर सकते हो।

2. VPS Web Hosting

VPS hosting में आपको अलग सर्वर मिलता है। लेकिन पूरा अलग नही मिलता। होता क्या है की एक computer होता है उसके अलग अलग पार्ट कर दिए जाते है और वो अलग से आपको मिल जाते है।

कहने का मतलब है की इसमें sharing वाला सिस्टम तो नही है, आपको अलग से storage or बाकी चीज़े मिलेंगी लेकिन Dedicated सर्वर भी नही है।

अब इसमें आपको अलग से चीज़े मिल रही है तो जाहिर सी बात है की ये hosting shared hosting से महंगी ही होगी। अगर आपका बजट थोड़ा ज्यादा है और आपको परफॉरमेंस अछि चाहिए साईट में तो आप ये hosting ले सकते हो।

3. Dedicated Web Hosting

इसके नाम से ही आपको पता चल गया होगा की ये क्या है। तो जी हां इसमें आपको Dedicated server मिलता है।

यानी की आपको कुछ भी share नही करना न ही कुछ और बस आपको एक डेडिकेटेड सर्विस मिलेंगी जिसकी वजह से आपकी साईट की परफॉरमेंस बोहोत ही अछि रहेगी। और इस तरह की hosting ज्यादा ट्रैफिक को आराम से हैंडल कर लेती है। तो जब आपकी साईट पर ज्यादा ट्रैफिक आने लग जाए तो आप इस hosting को भी choose कर सकते हो।

4. Cloud Web Hosting

तो दोस्तों cloud web hosting बाकी सब से अलग है। इसमें आपको virtual चीज़े मिलती है। यानी की आपकी साईट को cloud storage में save कर दिया जाता है।

इसमें भी आपको best services मिलती है। और ये depend करेगा की आपने कोन सा पैक सेलेक्ट करना होगा। आसन शब्दों में इसमें दुसरे hosting की virtual स्टेट आपको मिलती है।

निष्कर्ष (conclusion )

तो दोस्तों में आशा करता हु की ये आर्टिकल आपको जरुर पसंद आया होगा। और अच्छा लगा है तो अपने दोस्तों के साथ इस आर्टिकल को शेयर कीजिये। और अब तो आपको पता चल ही गया होगा की Web Hosting क्या है? और इसकी पुरी डिटेल।

तो दोस्तों अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत या आराम से खाता खोलने की प्रक्रिया कुछ सवाल पूछना हो तो निचे comment करके आप हमे बता सकते हो हम आपको जरुर solution के साथ रिप्लाई करेंगे। और इसी तरह हमारे ब्लॉग को एक्स्प्लोर करते रहिये नयी नयी चीजों के बारे में जानने के लिए।

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