एक उभरती हुई हॉटस्पॉट में निवेश को एक व्यावहारिक विचार माना जाता है कि निवेश कम है और भविष्य में रिटर्न उच्च है। निवेशक आसानी से किफायती गुणों को आसानी से प्राप्त कर सकता है, जिसे बाद में बेहतर तरीके से बेचा जा सकता है जिस तरह से इलाके के विकास और जनित किए जा सकते हैं। लेकिन, इन इलाकों में जोखिम का हिस्सा भी है। उम्मीद नहीं के अनुसार हर इलाके का विकास होता है उदाहरण के लिए, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करने में देरी; डेवलपर्स द्वारा देरी वाली आवासीय परियोजनाएं; या गरीब कनेक्टिविटी प्रतिकूल रूप से संपत्ति के पुनर्विक्रय मूल्य को प्रभावित कर सकता है तो, भविष्य में निवेश करने के लिए एक संभावित हॉटस्पॉट को कैसे पहचानता है और अच्छा रिटर्न मिलता है? MakaaniQ आपके लिए कुछ सुझाव सूचीबद्ध करता है: बढ़ते आबादी उभरते हुए आकर्षण के केंद्र ऐसे क्षेत्र हैं जो अब भी विकसित हो रहे हैं, इसलिए, कम आबादी वाले हैं लेकिन, समय के साथ आप यहाँ जनसंख्या में वृद्धि देखेंगे इलाके में जा रहे अधिक से अधिक लोग एक उभरते हुए हॉटस्पॉट की पहचान करने के लिए प्रमुख मानदंडों में से एक है, जो कि इलाके में उपभोक्ता के विश्वास को दर्शाता है। प्रभावपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं एक संभावित उभरते हुए हॉटस्पॉट की योजना बनाई जाएगी या निर्माणाधीन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं / इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा, बेहतर नागरिक सुविधाएं मिलेंगी, व्यावसायिक विकास गवाह होगा और यहां तक ​​कि अधिक रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे आपकी रुचि के इलाके में आने वाली ऐसी परियोजनाओं और समयरेखा के बारे में अच्छी तरह से अनुसंधान, जिसके द्वारा ये तैयार होंगे। ये परियोजनाएं ऐसे इलाकों के विकास चालक हैं और अचल संपत्ति की मांग को बढ़ावा देते हैं। मूल्य आंदोलन पिछले दो से तीन वर्षों में संपत्ति की कीमतें कैसे बढ़ी हैं, इसका ट्रैक रखते हुए। यह आपको एक उचित विचार दे सकता है कि भविष्य में चीजें कैसे आगे बढ़ेंगी कीमत की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी एक बाजार के लिए सकारात्मक है, भले ही यह धीमा हो। मूल्य आंदोलन और बुनियादी ढांचे परियोजनाओं का एक संचयी आप लाइन के नीचे पांच साल के होने का अनुमान लगा आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं सकते हैं। उच्च वृद्धि वाले क्षेत्र की पहचान करें उभरते हुए हॉटस्पॉट को चुनने में असमर्थ? इसके बजाय उच्च-विकास वाले क्षेत्रों को देखें उच्च-विकास वाले इलाकों के आसपास के क्षेत्र एक पलटने की प्रभाव देखते हैं और इसलिए, एक किफायती मूल्य पर निवेश के लिए एक सुरक्षित शर्त है। ऐसे उच्च-वृद्धि वाले क्षेत्रों की पहचान करें जिन्होंने प्रति वर्ष पांच प्रतिशत या उससे अधिक की कीमत भिन्नता देखी आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं है। अब सस्ती संपत्तियों को खोजने के लिए इन क्षेत्रों से 10 किलोमीटर के दायरे में उपनगरों में जायें। जब आप कम महंगे संपत्ति में निवेश करते हैं, तो पांच साल या उससे कम समय की अवधि में इन इलाकों में वृद्धि दर बढ़ने की आशंका होगी और इसलिए, संपत्ति की कीमतों में वृद्धि। आपूर्ति और मांग अनुपात पता करें कि इलाके में मांग और आपूर्ति का अनुपात कितना है अधिक आवासीय विकास की संभावना के साथ एक इलाका एक प्लस है क्योंकि इससे मांग बढ़ने और बढ़ाने की प्रवृत्ति को गति मिलती है, कीमत भी बढ़ती जा रही है ये क्षेत्र बढ़ते किराये की उपज, बढ़ती आबादी और यहां तक ​​कि संपत्ति खरीदने वाले लोगों की जनसांख्यिकी हैं। अगर अधिक से अधिक लोग किराए पर ले रहे हैं, तो ये लोग होंगे जो संभावित खरीदारों को एक ही इलाके में अपनी संपत्ति की तलाश कर सकेंगे। दूसरी ओर, बढ़ती आबादी, विशेष रूप से 35 साल की औसत आयु, यह दर्शाती है कि आवासीय संपत्तियों की बढ़ती मांग के संदर्भ में इलाके की संभावना है। इसके अलावा पढ़ें: उभरते हुए हॉटस्पॉट्स या स्थापित कलाकार: आपको कहां निवेश करना चाहिए?

अब आपराधिक मनोरोगी की पहचान हुई आसान, जानें- क्‍या है लक्ष्‍ण

अब आपराधिक मनोरोगी की पहचान हुई आसान, जानें- क्‍या है लक्ष्‍ण

लंदन [ एजेंसी ]। यह शोध आपके लिए उपयोगी हो सकता है। क्‍या आपके आस-पास कोई मनोरोगी तो मौजूद नहीं है। आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं दरअसल, वैज्ञानिकों ने अपने शोध में गुनाह और मनोविकार का गहरा संबंध स्‍थापित किया है। कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताअों ने मनोवैज्ञानिक अपराधियों के भौतिक लक्ष्‍णों को चिन्हित किया है। इन लक्ष्‍णों के अधार पर आप आपराधिक मनोरोगी को आसानी से पहचान सकते हैं।
दरअसल, अापराधिक प्रवृत्ति के मनोरोगी की आंखों की प्रतिक्रिया अन्‍य लोगों से विलग होती है। इससे उसकी पहचान करना आसान है। किसी स्‍ट्रेस करने वाले दृश्‍य पर उसकी आंखें असमान्‍य और असहज हरकते करती हैं। उनकी आंखों में अलग किस्‍म का खिंचाव पैदा होता है। इससे उनकी आंखों के आकार में बदलाव आता है। कार्डिफ़ और स्वानसी विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने इन दृश्‍यों की अांखों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्‍ययन किया है। उनका दावा है कि इस दृश्‍य का मनोवैज्ञानिक अपराधियों और सामान्‍य व्‍यक्ति की आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव में एक महत्‍वपूर्ण अंतर देखने को मिला। कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के प्रमुख लेखक डॉ डैन बर्ली ने कहा कि हमारे निष्कर्ष मनोवैज्ञानिक अपराधियों के लिए सामान्य भावनात्मक घाटे का भौतिक प्रमाण प्रदान करते हैं।
मनोरागी की कैसे करें पहचान
एक मनोरोगी अपने विकार के आधार पर विभिन्न लक्षणोें को प्रदर्शित करते हैं। प्रोफेसर मनोचिकित्सा जैकब वेल्स ने कहा कि किसी से मिलने पर वह सबसे दिलचस्प व्यक्ति बनने की कोशिश करता है। मनोरोगी कभी-कभी आवाज या शरीर की भाषा सहित स्लिप-अप के साथ असंगत भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को प्रदर्शित करते हैं। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि वे भय और प्रेम जैसी भावनाओं को समझने में असमर्थ हैं, लेकिन उनकी नकल कर सकते हैं।
मनोरोगी अक्सर बेहद मोहक और करिश्माई होते हैं। इनके व्यक्तित्व को आकर्षक कहा जा सकता है। ये सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सबकी प्रशंसा पाते हैं। इस रोग से ग्रसित लोग अपने आप को पूर्ण अधिकारी मानते हैं और केवल अपने मत और विश्वास को प्राध्यानय देते हैं। वे दूसरों के मतों कि उपेक्षा करते हैं। मनोरोगी अक्‍सर लज्जालु, आशंकित या निरुत्तर होते हैं। इनको अपना गुस्‍सा या अधीरता को छिपाने में दिक्कत होती हैं। ये हमेशा दुसरों के अपने भावों कि जल्दबाजी में प्रतिक्रिया देते हैं। मनोविकार से ग्रसित लोग असाधारण रूप से साहसी स्वभाव दर्शाते हैं। कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है कि वे सामाजिक नियमों के दायरे के बाहर जा कर कार्य करते हैं। वे अपने कार्यों के फल को या प्रतिक्रिया को सोचे बिना अजीबोगरीब और जोखिम भरे काम करते हैं।
मनोरोगी लोग अपराधी हो सकते हैं। कानून कि और सामाजिक नियमों कि उपेक्षा करने कि प्रवृत्ति के कारण इन व्यक्तियों का अतीत अपराध से जुड़ा हो सकता है। ये चोरी करने कि बीमारी से पीड़ित, धोखेबाज या खूनी भी हो सकते हैं। ये लोग पेशेवर झूठे होते हैं। ये लोग मनगढंत कहानियां बुनते हैं। अपने आत्मविश्वास और दृढ़ता के कारण और विचित्र एवं झूठे वाक्य बोलकर भी लोगो का आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं भरोसा जीतते हैं। ये दूसरों से अपना काम करवाने में माहिर होते हैं। इनकी करिश्मा या ज़ोर ज़बरदस्ती के कारण इनकी मित्र या सहकर्मी इनकी हर बात मानते हैं। मनोरोगी व्‍यक्ति अपने कर्मों के लिए लज्जित होने या पछतावा करने में असमर्थ होता है। इन्होंने अगर किसी को चोट पहुंचाई है तो इसका उन्हें कोई पश्चाताप नहीं होता। ये आपको बेरुख और अपनी बात को सिद्ध करते हुए नज़र आएंगे।
इस विकार से ग्रसित व्यक्ति चालाक होते हैं। ये अपने आस-पास के लोगों को प्रभावित करने कि और उन पर वर्चस्व पाने कि कोशिश करते हैं। ऐसे व्यक्ति प्यार करने में असक्षम होता है। उनको अपनी भावनाओं को समझने में दिक्कत होती है।

suicide prevention day : आत्‍महत्‍या क्‍यों करते हैं लोग, कैसे करें इस प्रवृत्ति की पहचान

टाइम्स नाउ डिजिटल

world suicide prevention day reasons for committing suicide and how to identify Suicide warning signs

  • प्रति वर्ष करीब पंद्रह लाख लोग विश्व भर में आत्महत्या करते हैं।
  • समाज से दूर रहने वाले लोगों पर पड़ता है इसका सबसे अधिक प्रभाव
  • लोगों के हावभाव से मानसिक तनाव की पहचान की जा सकती है

साल 2003 से ही प्रतिवर्ष 10 सितंबर को विश्व आत्मह्त्या निरोध दिवस (world suicide prevention day, WSPD) मनाया जाता है। इस दिवस को मानने का कारण है विश्व में आत्महत्या के लगातार बढ़ते मामले। इस दिन को मानने का मकसद लोगों को आत्महत्या की समस्या के प्रति जागरूक करना है। इस मुहिम की शुरुआत इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ (WFMH) के साथ मिल कर की थी। 2011 तक विश्व के 40 देश इस मुहि‍म का हिस्सा बनें। प्रतिवर्ष 1.5 मिलियन लोग सिर्फ खुदकुशी कर मरते हैं। हर दशक में ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

विदुर नीतिः दुष्ट लोगों की पहचान हैं ये 8 चीजें, ऐसे जानें

कभी नहीं करता संतोष

विदुर की नीतियों के अनुसार, जो व्यक्ति दूसरों की खुशियों में खुश नहीं रहता, सामनेवाले की तरक्की को देखकर ईर्ष्या करता है तथा दूसरों का अच्छा देखकर और अपनी उपलब्धि से संतोष न करने वाला व्यक्ति दुष्ट प्रवृत्ति का होता है।

कभी नहीं करता सही कार्य

कभी नहीं करता सही कार्य

नीतियों के अनुसार, दुष्ट प्रवृति का व्यक्ति कोई भी चीजे सरल तरीके से नहीं करता। वह हर कार्य को दूसरों के भरोसे करता है ताकि कोई समस्या आए तो वह बच जाए।

कभी नहीं रहता खुश

कभी नहीं रहता खुश

जिसे किसी भी चीज से संतोष न मिले, यह उस मनुष्य में सबसे बड़ी आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं कमी होती है। संतोष ही ऐसा भाव है, जिससे मनुष्य का जीवन सरलता से चलता है। लेकिन जिस व्यक्ति में संतोष का भाव नहीं होता है, वह ना तो कभी खुश रहता है और ना ही कभी किसी खुश रहने देता है।

रह जाता है जीवन में अकेला

रह जाता है जीवन में अकेला

आज के दौर में वाणी का बहुत महत्व है, वाणी में अमृत भी है और विष भी। यदि वाणी में अशिष्टता है तो सुनते ही सामने वाला आग बबूला हो जाएगा। ऐसे व्यक्ति के जीवन में कभी सच्चे दोस्त नहीं बनते हैं। कटु वचन बोलने वाला व्यक्ति हमेशा अकेला पड़ जाता है।

दिल का साफ नहीं होता ऐसा व्यक्ति

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मधुमेह के बढ़ते प्रभाव के साथ, यह अगली बड़ी महामारी के रूप में माना जा रहा है - पूरी तरह से जीवनशैली से संबंधित है. भारत व्यापकता के साथ दुनिया की मधुमेह की राजधानी बन गया है. मधुमेह वाले बच्चों के साथ मधुमेह की शुरुआत की उम्र कम हो रही है और इंसुलिन की आवश्यकता होती है. मधुमेह से उत्पन्न होने वाली जटिलताएं भी अधिक हैं - कोई भी शारीरिक प्रणाली नहीं है जो मधुमेह से प्रभावित नहीं होती है. किसी के लिए जो मधुमेह है, ब्लड शुगर को चेक रखना लगातार चुनौती है. अनियंत्रित ब्लड शुगर संक्रमणशील जटिलताएं पैदा कर सकता है जिसमें चेतना और थकान और दीर्घकालिक जटिलताओं के साथ इनमें न्यूरोपैथी और रेटिनोपैथी भी शामिल हैं.

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