Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: September 19, 2022 12:33 IST

डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें? जानें आसान प्रॉसेस

Demat Account Opening Process

डीमैट खाता खोलकर शेयर बाजार में निवेश किया जा सकता है

डीमैट खाता खोलने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों सुविधाएं उपलब्ध है

बिना डीमैट खाते के कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है.

Demat Account Opening Process In Hindi: आज के समय में बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में निवेश (Share Market Investment Tips) करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट खाते (Demat Account Means In Hindi) की जरूरत होती है. बिना डीमैट खाते के कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है. ऐसे में सबसे पहले डीमैट खाता खोलने के लिए डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) का चुनाव करें, जिसके साथ आप डीमैट खाता खोलना चाहते हैं. यह कोई बैंक, वित्तीय संस्थान या ब्रोकर भी हो सकता है. डीपी का चुनाव आदर्श रूप से ब्रोकरेज शुल्क और वार्षिक शुल्क आदि के आधार पर करना उचित माना जाता है.

डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया

डीमैट खाता खोलने के लिए सबसे पहले डीपी से संपर्क करें. इसके बाद खाता खोलने का फॉर्म तथा केवाईसी फॉर्म भरना पड़ेगा. इसके साथ ही आपको पैन कार्ड, निवास प्रमाण और आईडी प्रूफ की कॉपी और पासपोर्ट साइज के फोटो की भी आवश्यकता होती है. वहीं सत्यापन प्रक्रिया के लिए आपको ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स की भी जरूरत पड़ती है. ध्यान रहे कि यहां आपको लाभांश बैंक विवरण के लिए एक कैंसिल चेक भी देनी पड़ती है. फिर आपको एक समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे, जिसमें डीमैट खाते से संबंधित सभी नियम व शर्तें दी होती हैं. खाता खुलने के बाद आपको डीपी से एक विशिष्ट डीमैट खाते का महत्व ग्राहक आईडी मिलती है. इसकी मदद से आप अपने डीमैट खाते को ऑनलाइन एक्सेस कर सकेंगे.

डीमैट खाता खोलने की ऑनलाइन प्रक्रिया

डीमैट खाता खोलने के लिए आप आसानी से ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे पहले अपने चुने हुए डीपी की डीमैट खाते का महत्व वेबसाइट पर जाना होगा. डीपी की वेबसाइट पर पहुंचकर आपको 'ओपन डीमैट अकाउंट' टैब पर क्लिक करते हुए नाम, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, ओटीपी और शहर आदि की जानकारी भरनी पड़ेगी. इसके बाद डीमैट खाता खोलने की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए डीपी द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा. इस तरह से आपका डीमैट खाता ऑनलाइन खुल जाएगा.

Alert: अगर आपने ये काम 30 September तक नहीं किया तो 1 अक्टूबर से आप अपना Demat Account इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे

Alert: 30 सितंबर तक डीमैट खाता धारकों को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की प्राॅसेस पूरा करना है।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: September 19, 2022 12:33 IST

Demat Account - India TV Hindi

Photo:INDIA TV Demat Account

Alert: कोरोना महामारी के बाद देश में तेजी से शेयर बाजार में निवेश करने वाले बढ़े हैं। इसके चलते डीमैट खातों की डीमैट खाते का महत्व संख्या 7 करोड़ के पार चली गई है। ऐसे में अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जून में एक सर्कुलर जारी किया था। इसके तहत 30 सितंबर तक डीमैट खाता धारकों डीमैट खाते का महत्व को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की प्राॅसेस पूरा करना है। वरना वे अपने डीमैट खाते में 1 October से लॉग इन नहीं कर पाएंगे। एनएसई के निर्देश के अनुसार, Share Market में निवेश करने वालों को अपने डीमैट अकाउंट में लॉग-इन करने के लिए एक ऑथेंटिकेशन फैक्टर के तौर पर बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना होगा। वहीं, दूसरा ऑथेंटिकेशन नॉलेज फैक्टर हो सकता है। यानी आपके पास अब सिर्फ 11 दिनों का समय बचा है।

क्या होता है टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन

डीमैट खाते के टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के तहत बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन में फिंगरप्रिंट डीमैट खाते का महत्व स्कैनिंग, चेहरे की पहचान या आवाज की पहचान का उपयोग किया जाता है। वहीं, नॉलेज फैक्टर में पासवर्ड, पिन या कोई पजेशन फैक्टर हो सकता है जिनकी जानकारी सिर्फ यूजर को होती है। इसमें यूजर्स को एसएमस और ई-मेल दोनों के जरिए ओटीपी हासिल करना होता है। इस प्रक्रिया अपनाने से फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। हाल के दिनों में साबइर क्राइम को बढ़ते देख जून में एनएसई ने यह सर्कुलर जारी किया था, जिसमें कहा था कि अगर किसी वजह से बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन संभव न हो तो यूजर्स को नॉलेज फैक्टर का इस्तेमाल करना होगाण् जिसमें पासवर्ड,पिन, पजेशन फैक्टर और यूजर आईडी हो सकता है।

डीमैट खातों में ‘ब्लॉक’ व्यवस्था 14 नवंबर से अनिवार्य होगी

बाजार नियामक सेबी निवेशकों के लिये बिक्री सौदों को लेकर अपने डीमैट खातों में प्रतिभूतियां रोकने यानी ‘ब्लॉक’ करने की व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया। फिलहाल निवेशकों के लिये यह सुविधा वैकल्पिक है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र में कहा कि बिक्री सौदा करने वाले निवेशकों के डीमैट खातों (प्रतिभूतियों और शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखने का खाता) में ‘ब्लॉक’ व्यवस्था 14 नवंबर से अनिवार्य हो जाएगी। इस व्यवस्था के तहत बिक्री सौदा करने को इच्छुक निवेशकों के शेयरों को संबंधित समाशोधन निगम के पक्ष में उसके डीमैट खाते में अवरुद्ध कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नियामक ने जुलाई में ‘ब्लॉक’ व्यवस्था लाने का निर्णय किया था। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) ने कहा कि उसके पास सक्रिय डीमैट खातों की संख्या सात करोड़ को पार कर गई है।

CDSL 60 मिलियन से अधिक डीमैट खातों को पंजीकृत करने वाला पहला डिपॉजिटरी बना

CDSL 60 मिलियन से अधिक डीमैट खातों को पंजीकृत करने वाला पहला डिपॉजिटरी बना |_40.1

1 मार्च, 2022 को, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) ने घोषणा की कि अब उसके पास छह करोड़ से अधिक (यानी 60 मिलियन के बराबर) सक्रिय डीमैट खाते हैं। डीमैट खाता एक प्रकार का खाता है जिसका उपयोग प्रतिभूतियों और शेयरों की ऑनलाइन प्रतियां रखने के लिए किया जा सकता है। डीमैट खाता अपने संपूर्ण रूप में एक डीमैटरियलाइज्ड खाता है। डीमैट खाते का मुख्य उद्देश्य उन शेयरों को रखना है जिन्हें खरीदा या डीमैटरियलाइज़ किया गया है (जिसका अर्थ है कि शेयरों के भौतिक से इलेक्ट्रॉनिक रूप में रूपांतरण), उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग को आसान बनाना है ।

Demat Account KYC: निवेशक तुरंत करें ये जरूरी काम, वरना नहीं कर पाएंगे स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग

Demat Account KYC

Demat Account KYC: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो ये खबर खास आपके लिए है। 30 जून से पहले आपको अपने डीमैट अकाउंट की केवाईसी करा लेनी चाहिए। अगर आप 30 जून से पहले अपने डीमैट अकाउंट की केवाईसी नहीं कराते हैं, तो आप 30 जून के बाद स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे। ऐसे में आपको बिना रुकावट ट्रेडिंग करने के लिए जल्द से जल्द अपने डीमैट खाते की केवाईसी करा लेनी चाहिए। केवाईसी न कराने पर आपका ट्रेडिंग अकाउंट बंद हो जाएगा। ऐसे में आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे। इस कारण आपको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सेबी के नए नियमों के अनुसार आपको 30 जून से पहले अपने डीमैट अकाउंट की केवाईसी करा लेनी चाहिए। डीमैट खाते का महत्व इससे पहले डीमैट अकाउंट की केवाईसी कराने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2022 थी। बाद में इसे बढ़ाकर 30 जून 2022 कर दिया गया था।

Demat Account KYC

डीमैट अकाउंट की केवाईसी करने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को अपडेट करना होगा। इसमें आपको अपना नाम, पैन कार्ड नंबर, पता (एड्रेस), ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, इनकम रेंज से जुड़ी जरूरी डिटेल्स देनी होगी।

Demat Account KYC

इसके अलावा वो इन्वेस्टर्स जो कस्टोडियन सुविधाओं का उपयोग करते हैं। उन्हें अपनी कस्टोडियन डिटेल्स को अपडेट कराना है। डीमैट अकाउंट की केवाईसी कराने की प्रक्रिया काफी आसान है। केवाईसी करते समय आपको किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

Demat Account KYC

केवाईसी के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर से कॉन्टेक्ट करना है। निवेशक डिपॉजिटर पार्टिसिपेंट के जरिए भी अपनी केवाईसी करा सकते हैं। इसके अलावा सभी ब्रोकरेज हाउस भी निवेशकों को ऑनलाइन केवाईसी की सुविधा दे रहे हैं।

Demat Account KYC

आप ब्रोकरेज हाउस के ऑफिस में विजिट करके भी ऑनलाइन केवाईसी करा सकते हैं। ऐसे में आपको बिना रुकावट स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए जल्द से जल्द 30 जून से पहले अपने ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट की केवाईसी करा लेनी चाहिए।

Decrease in growth rate of Demat accounts: आखिर क्यों घट रही है डीमैट खातों की बढ़ती हुई डीमैट खाते का महत्व गति?

Decrease in growth rate of Demat accounts: आखिर क्यों घट रही है डीमैट खातों की बढ़ती हुई गति?

  • Date : 21/11/2022
  • Read: डीमैट खाते का महत्व 3 mins Rating : -->

डीमैट खातों की संख्या वृद्धि में आ रहा है ठहराव, आखिर क्यों?

क्यों घट रही है डीमैट खातों की रफ्तार

Decrease in growth rate of Demat accounts: हाल के कुछ महीनों में डीमैट खातों की संख्या लगातार बढ़ी है हालांकि, डीमैट खातों की संख्या अब भी बढ़ रही है, पर एक विश्लेषण में पाया गया है कि इनके बढ़ने की गति अब पहले की अपेक्षा कम होती जा रही है।

पिछले डीमैट खाते का महत्व साल से शेयर बाजार के निवेशकों में डीमैट खातों के माध्यम से निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है। अक्टूबर 2022 में डीमैट खातों के माध्यम से 2021 के अक्टूबर की अपेक्षा 41 प्रतिशत बढ़ी है। शेयर बाजारों से होने वाले मुनाफ़े की वजह से इस महीने डीमैट खातों की संख्या करीब 10.4 करोड़ हो चुकी है। पिछले महीनों में इन खातों की संख्या में क्रमशः बढ़ोत्तरी देखी गई। मोतीलाल ओसवाल द्वारा किए गये एक विश्लेषण से जानकारी मिली कि इस वर्ष अगस्त से ही खातों के बढ़ने डीमैट खाते का महत्व की गति ठहर सी गई है।

अगस्त में 26 लाख नए डीमैट खाते खोले गए थे, जबकि सितंबर में 20 लाख तथा अक्टूबर 2022 में 18 लाख डीमैट खाते खोले गए। अक्टूबर, 2021 में डीमैट खातों में 36 लाख तक की बढ़ोत्तरी हुई थी। आनंद राठी शेयर्स एवं स्टॉक ब्रोकर्स में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (निवेश सेवाएं) रूप भूतरा ने बताया कि नए डीमैट खाते खोले जाने की दर में कमी की मुख्य वजह यह है कि इस साल कई वैश्विक कारकों से शेयर बाजार काफी अस्थिर रहा है और व्यापक बाजारों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत रूप से कमजोर रहा है।

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

क्यों घट रही है डीमैट खातों की रफ्तार?

आनंद राठी शेयर्स एवं स्टॉक ब्रोकर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त कारणों के अलावा इस वर्ष बाजार में आने वाले आईपीओ की संख्या भी 2021 की अपेक्षा कम रही है और यह भी पिछले कुछ महीनों में नए डीमैट खाते की संख्या के कम बढ़ने का एक कारण है। मोतीलाल ओसवाल में समूह के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध-बैंकिंग तथा बीमा, संस्थागत इक्विटी) नितिन अग्रवाल का कहना है कि रूस और यूक्रेन संघर्ष की वजह से बाजार और भी अस्थिर हो गया है इसलिए जनवरी से नए डीमैट खाते खुलने की संख्या कम हुई है। सितंबर में कार्य-दिवसों की संख्या 22 थी, जबकि त्योहारों के कारण अक्टूबर में 18 कार्य-दिवस थे। कार्य-दिवस कम होने की वजह से भी नए खाते कम खोले गये। 2022 के अक्टूबर में डीमैट खातों की संख्या 10.4 करोड़ हो गई है जो पिछले वर्ष के 7.4 करोड़ खातों की तुलना में 41 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्शाता है। कारण जो भी हों पर नये डीमैट खाते खोले जाने की गति में आई कमी स्पष्ट दिख रही है। उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय मे इसमें सुधार हों।

Decrease in growth rate of Demat accounts: हाल के कुछ महीनों में डीमैट खातों की संख्या लगातार बढ़ी है हालांकि, डीमैट खातों की संख्या अब भी बढ़ रही है, पर एक विश्लेषण में पाया गया है कि इनके बढ़ने की गति अब पहले की अपेक्षा कम होती जा रही है।

पिछले साल से शेयर बाजार के निवेशकों में डीमैट खातों के माध्यम से निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है। अक्टूबर 2022 में डीमैट खातों के माध्यम से 2021 के अक्टूबर की अपेक्षा 41 प्रतिशत बढ़ी है। शेयर बाजारों से होने वाले मुनाफ़े की वजह से इस महीने डीमैट खातों की संख्या करीब 10.4 करोड़ हो चुकी है। पिछले महीनों में इन खातों की संख्या में क्रमशः बढ़ोत्तरी देखी गई। मोतीलाल ओसवाल द्वारा किए गये एक विश्लेषण से जानकारी मिली कि इस वर्ष अगस्त से ही खातों के बढ़ने की गति ठहर सी गई है।

अगस्त में 26 लाख नए डीमैट खाते खोले गए थे, जबकि सितंबर में 20 लाख तथा अक्टूबर 2022 में 18 लाख डीमैट खाते खोले गए। अक्टूबर, 2021 में डीमैट खातों में 36 लाख तक की बढ़ोत्तरी हुई थी। आनंद राठी शेयर्स एवं स्टॉक ब्रोकर्स में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (निवेश सेवाएं) रूप भूतरा ने बताया कि नए डीमैट खाते खोले जाने की दर में कमी की मुख्य वजह यह है कि इस साल कई वैश्विक कारकों से शेयर बाजार काफी अस्थिर रहा है और व्यापक बाजारों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत रूप से कमजोर रहा है।

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क्यों घट रही है डीमैट खातों की रफ्तार?

आनंद राठी शेयर्स एवं स्टॉक ब्रोकर्स के मुख्य डीमैट खाते का महत्व कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त कारणों के अलावा इस वर्ष बाजार में आने वाले आईपीओ की संख्या भी 2021 की अपेक्षा कम रही है और यह भी पिछले कुछ महीनों में नए डीमैट खाते की संख्या के कम बढ़ने का एक कारण है। मोतीलाल ओसवाल में समूह के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध-बैंकिंग तथा बीमा, संस्थागत इक्विटी) नितिन अग्रवाल का कहना है कि रूस और यूक्रेन संघर्ष की वजह से बाजार और भी अस्थिर हो गया है इसलिए जनवरी से नए डीमैट खाते खुलने की संख्या कम हुई है। सितंबर डीमैट खाते का महत्व में कार्य-दिवसों की संख्या 22 थी, जबकि त्योहारों के कारण अक्टूबर में 18 कार्य-दिवस थे। कार्य-दिवस कम होने की वजह से भी नए खाते कम खोले गये। 2022 के अक्टूबर में डीमैट खातों की संख्या 10.4 करोड़ हो गई है जो पिछले वर्ष के 7.4 करोड़ खातों की तुलना में 41 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्शाता है। कारण जो भी हों पर नये डीमैट खाते खोले जाने की गति में आई कमी स्पष्ट दिख रही है। उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय मे इसमें सुधार हों।

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