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Ashwini Chaubey 02-04-2022 07:37 PM
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jaleshwar munda 02-04-2022 07:37 PM
Very good Ltp calculator
Mintu Bhatia 02-04-2022 07:33 PM
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Akash` 02-04-2022 07:33 PM
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Vivek Bhutkar 02-04-2022 12:46 PM
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आपकी गाड़ी की 80% प्रॉब्लम्स मीटर में आए सिग्नल से आ जाती है पकड़ में, क्या आप इन्हें इग्नोर तो नहीं कर रहे
ऑटो डेस्क। लेटेस्ट कारों को ड्राइव करना हम सब पसंद करते हैं लेकिन नए फीचर्स से लैस गाड़ी अगर टेक्निकल प्रॉब्लम आने के कारण बीच रास्तें में ही बंद हो जाए तो हमारे लिए परेशानी का सबब बन जाती है। ऐसे में गाड़ी का मीटर क्लस्टर गाड़ी में आने वाली लगभग 80% प्रॉब्लम हमें पहले ही बता देता है। मीटर क्लस्टर ही गाड़ी की हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड बतलाता है कि गाड़ी में किसी तरह की प्रॉब्लम है या गाड़ी को कब सर्विस की जरुरत है। यह गाड़ी में होने वाली इंजन, बैटरी, एग्जॉस्ट सिस्टम, टेम्परेचर, इग्निशन सिस्टम से रिलेटेड प्रॉब्लम को अलग-अलग वार्निंग सिग्नल्स के द्वारा हमें सचेत कर देता है। ऐसे में हमें मीटर क्लस्टर पर मौजूद वार्निंग सिग्नल्स के बारे में हमें पूरी जानकारी होने जरूरी है। तो आइए एक्सपर्ट मनप्रीत सिंह से जानते हैं कि कौनसा वार्निंग सिग्नल आने पर किस तरह के प्रिकॉशन लेना चाहिए.
1. चेक इंजन सिग्नल (MIL) Mal-Function Indicator
यह वार्निंग सिग्नल दो कलर में जलता है। पहला रेड और दूसरीा येलो। दोनों ही तरह की लाइट जलने पर कार के ड्राइवर को प्रिकॉशन लेना जरूरी है। यह वार्निंग सिग्नल कार में कुछ सिवियर प्रॉब्लम होने पर जलता है।
रेड वार्निंग सिग्नल (Red Warning Signal): रेड लाइट गाड़ी में कुछ सीवियर प्रॉब्लम होने पर जलती है। इस कंडिशन में गाड़ी तुरंत रोक लें। रेड वार्निंग सिग्नल जलने पर कार चलाने से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। अगर कार का इंजन स्टार्ट हो तो उसे तुरंत बंद करें और ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर या डीलर से संपर्क करें।
येलो वार्निंग सिग्नल (Yellow Warning Signal): एमिशन रिलेटेड प्रॉब्लम होने पर येलो वार्निंग सिग्नल जलता है। इसके अलावा यह येलो वार्निंग सिग्नल इंजेक्शन सिस्टम, एग्जॉस्ट कंट्रोल सिस्टम और इनटेक एयर कंट्रोल सिस्टम में प्रॉब्लम होने की वजह से भी जलता है। यदि येलो वार्निंग सिग्नल आने पर पर कार स्टार्ट होने में , चलने में या किसी और प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रहीं है तो कुछ हद तक कार को ड्राइव कर सकते हैं।
2. टेम्परेचर इंडिकेटर या ओवर हीटिंग वार्निंग सिग्नल (Tempreature Indicator/Over Heating)
यह वार्निंग सिग्नल सिर्फ रेड कलर में ही जलता है। कुछ गाड़ियों में टेम्परेचर के लिए एनालॉग मीटर दिया होता है। वहीं कुछ कारों में एनालॉग मीटर की जगह डिजिटल मीटर दिया होता है।
क्या करें
- अगर कार के मीटर क्लस्टर में आपको यह वार्निंग सिग्नल दिखता है तो तुरंत गाड़ी रोक कर गाड़ी का कूलेंट चेक करें अगर फिर भी समस्या पकड़ में नहीं आती तो तुरंत गाड़ी के डीलर से संपर्क करें।
3. बैटरी वार्निंग सिग्नल (Battery Warning Signal)
जब इग्निशन ऑन करते ही बैटरी की लाइट जलती है और इंजन स्टार्ट होने पर यह बंद हो जाती है अगर बैटरी वार्निंग सिग्नल न बंद हो तो समझ लीजिए की बैटरी चार्जिंग सिस्टम में कोई दिक्कत है। ऐसे में हाईवे पर ड्राइव करते समय इलेक्ट्रॉनिक सामनों को कम से कम यूज करें। मुख्यत: alternetor की प्रॉब्लम होने पर बैटरी संबंधित प्रॉब्लम आती है। alternetor बैटरी को चार्ज करता है लेकिन इसके खराब होने पर यह बैटरी वार्निंग सिग्नल दिखने लगता है।
क्या करें
- ऐसी कंडिशन में गाड़ी को ज्यादा न चलाएं ज्यादा गाड़ी चलाने पर बैटरी पूरी तरह से डाउन हो जाएगी। इसलिए तुरंत सर्विस सेंटर पर संपर्क करें।
4. ऑयल प्रेशर वार्निंग सिग्नल (Oil Pressure Warning Signal)
यह वार्निंग सिग्नल रेड कलर में जलता टेक्निकल इंडीकेटर्स है यह दिखने में चाय की केटली या चिराग की तरह लगता है। इंजन बंद होने पर ही यह वार्निंग सिग्नल दिखता है लेकिन इंजन के स्टार्ट होने पर नार्मल कंडिशन में यह बंद हो जाता है। अगर इंजन स्टार्ट होने पर भी यह वार्निंग सिग्नल दिखे तो समझ लीजिए की कार का इंजन ऑयल का लेवल कम है या ऑयल पंप में दिक्कत है इसके अलावा कोई इलेक्ट्रॉनिक फॉल्ट भी होने की संभावना हो सकती है।
क्या करें
- इस तरह का वार्निंग सिग्नल दिखने पर कार को ज्यादा न चलाएं तुरंत अपनी कार को सर्विस सेंटर पर ले जाएं।
5. पार्किंग ब्रेक वार्निंग सिग्नल्स (Parking Break Warning Signal)
यह वार्निंग सिग्नल रेड कलर में जलता है। यदि पार्किंग ब्रेक या हैंड ब्रेक हटाने पर भी यह वार्निंग सिग्नल मीटर क्लस्टर से नहीं जाता है तो समझ लीजिए की आपकी कार में कोई इलेक्ट्रॉनिक फॉल्ट या ब्रेक फ्यूइड की कमी हो सकती है।
क्या करें
- यदि ब्रेक ऑयल कम है तो आप घर पर भी टॉप अप कर सकते हैं यदि उसके बाद भी प्रॉब्लम न जाएं तो तुरंत ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर या डीलर से संपर्क करें। याद रहे हमेशा कंपनी स्पेसिफाइड ब्रेक ऑयल का ही उपयोग करें
नोट- कार के मीटर क्लस्टर में कोई भी रेड वार्निंग सिग्नल दिखें तो इसे इग्नोर न करें
बाजार में 25% की तेजी की उम्मीद: बाजार में रहेगी जबरदस्त तेजी, CLSA ने लिफ्टी का लक्ष्य 18,800 रखा
भारतीय शेयर बाजार हर दिन एक नए रिकॉर्ड के साथ नई उंचाई पर बंद हो रहा है। अब यह आगे यहां से 20-25% और बढ़ सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस CLSA ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी निफ्टी का लक्ष्य 18,800 रखा है। पर इसके साथ ही यह भी कहा कि यह लक्ष्य लंबी अवधि में पूरा होगा।
सेंसेक्स 58 हजार के करीब होगा
निफ्टी के अगर इस लक्ष्य के आधार पर देखें तो सेंसेक्स 58 हजार तक जा सकता है। निफ्टी 13,760 पर शुक्रवार को बंद हुआ है। यह फिलहाल कम समय में 14,100 से 14,200 तक जा सकता है। दरअसल निफ्टी की तुलना में सेंसेक्स हमेशा दोगुना से ज्यादा बढ़ता है। इस आधार पर सेंसेक्स 58 हजार के करीब जा सकता है। वैसे भी कई ब्रोकरेज ने अगले साल सेंसेक्स का लक्ष्य 51 हजार के ऊपर रखा है।
निकट समय में 14 हजार का लक्ष्य
विश्लेषकों के मुताबिक अगर प्राइस स्ट्रक्चर टेक्निकल इंडीकेटर्स के साथ चलते हैं तो निकट समय में निफ्टी 14 हजार के लेवल को पार कर सकता है। हालांकि इस दौरान निवेशकों को थोड़ा बहुत मुनाफा वसूली करनी चाहिए। बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार साल में सबसे कम लेवल इसी साल मार्च में देखा गया था। 23 मार्च को सेंसेक्स 26 हजार के नीचे चला गया था। भारी बिकवाली और कोरोना ने बाजार की गिरावट में काफी योगदान किया। निफ्टी इस समय 7,511 पर चला गया था। तब से निफ्टी में 80% की तेजी दिखी है।
अर्थव्यवस्था खुलने का असर
जून-जुलाई से देशों की अर्थव्यवस्था खुलने और कोरोना की कमी से आर्थिक गतिविधियों में तेजी दिखी है। मार्च के निचले स्तर से भारतीय बाजार 80% तो बढ़े हैं, साथ ही अर्थव्यवस्था में भी लगातार सुधार आ रहा है। जितने भी इंडीकेटर्स हैं सभी में पॉजिटिव सुधार हैं। दरअसल जनवरी से कोरोना की वैक्सीन आने वाली है। ऐसे में सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं में तेजी आने के आसार हैं। ऐसा हुआ तो फिर शेयर बाजार भी तेजी में आएंगे।
हालांकि अभी भी बाजार की तेजी एक रिकॉर्ड ही है। 2021 में ब्रोकरेज हाउसों का मानना है कि बाजार में अभी की तुलना में 25% की तेजी आ सकती है।
दूसरी तिमाही में सुधार
वैसे दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आया है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) जैसे टैक्स कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार हैं। एडवांस टैक्स तीसरी तिमाही में 59% बढ़ा है। ऐसे में यह संकेत मिल रहे हैं कि देश की इकोनॉमी सही पटरी टेक्निकल इंडीकेटर्स पर जा रही है। पिछले 6-8 महीनों में निवेशकों ने बाजार से अच्छे खासे पैसे बनाए हैं। इस दौरान क्वालिटी वाले टेक्निकल इंडीकेटर्स शेयरों में तेजी तो रही है बिना क्वालिटी वाले शेयरों में भी अच्छी तेजी रही है।
चमचमाती Hero Splendor आ रही नए मॉडल और तूफानी फीचर्स में, महज कीमत में बेहतरीन माइलेज के साथ
New Hero Splendor : चमचमाती Hero Splendor आ रही नए मॉडल और तूफानी फीचर्स में, महज कीमत में बेहतरीन माइलेज। हीरो मोटोकॉर्प ने गुरुवार को पॉपुलर बाइक स्प्लेंडर के नए वेरिएंट को लॉन्च कर दिया है। नए वेरिएंट को स्प्लेंडर+ XTEC नाम दिया गया है। इसकी कीमत 72,900 रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। हीरो मोटोकॉर्प का कहना है कि यह 100cc बाइक कई नई टेक्नोलॉजी और फीचर्स के साथ आती है। हीरो कंपनी का दावा है कि नई Splendor + एक्सटीईसी पर पांच साल की वारंटी भी मिल सकती है।
नई हीरो स्प्लेंडर में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी जैसे स्मार्ट फीचर्स दिए गए है
Smart features like Bluetooth connectivity have been given in the new Hero Splendor.
नई Hero Splendor बाइक में मिलने वाली टेक्नोलॉजी और फीचर्स की बात करें तो इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, कॉल और एसएमएस अलर्ट, रीयल-टाइम माइलेज इंडिकेटर, लो फ्यूल इंडिकेटर, LED हाई-इंटेंसिटी पोजिशन लैंप, यूएसबी चार्जर, साइड स्टैंड इंजन कट ऑफ के साथ पूरी तरह से डिजिटल मीटर देखने को मिल जाता है। यह बाइक पॉपुलर i3S टेक्नोलॉजी के साथ देखने को मिल जाती है।
हीरो स्प्लेंडर में नए ग्राफिक्स के साथ देखने को मिलते है
Hero Splendor is seen with new graphics
चमचमाती Hero Splendor आ रही नए मॉडल और तूफानी फीचर्स में, महज कीमत में बेहतरीन माइलेज के साथ
HERO Splendor बाइक के डिजाइन के मामले में हीरो स्प्लेंडर+ XTECमें एलईडी पोजिशन लैंप और नए ग्राफिक्स के साथ देखने को मिलते है। हालांकि, बाइक की बाकी प्रोफाइल मौजूदा मॉडल की तरह ही है। यह चार अलग-अलग कलर ऑप्शन स्पार्कलिंग बीटा ब्लू, कैनवास ब्लैक, टॉर्नेडो ग्रे और पर्ल व्हाइट में आ जाती है। बाइक में सेफ्टी के लिए साइड स्टैंड विजुअल इंडिकेशन और साइड स्टैंड इंजन कट ऑफ के अलावा नई स्प्लेंडर + XTEC एक बैंक एंगल सेंसर के साथ आती है, जो गिरने के दौरान इंजन को बंद करने जैसे फीचर्स दिए गए है।
नई हीरो स्प्लेंडर बाइक में एक स्मार्ट मॉडर्न डिजाइन दिया गया है
The new Hero Splendor bike gets a smart modern design
New Splendor + XTEC में 97.2 cc का BS-VI कंप्लेंट इंजन दिया गया है। यह इंजन 7,000 rpm पर 7.9 बीएचपी की मैक्सिमम पावर और 6,000आरपीएम पर 8.05 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट के साथ आता है। नई हीरो स्प्लेंडर तकनीकी रूप से एडवांस फीचर्स और एक स्मार्ट मॉडर्न डिजाइन के साथ आती है। नई बाइक को एक्सटीईसी टेक्नोलॉजी के तहत तैयार किया गया है। इस टेक्नोलॉजी से लैस हीरो ग्लैमर 125, प्लेजर + 110 और डेस्टिनी 125 को लॉन्च होने के बाद से काफी अच्छी साबित होती है। हीरो स्प्लेंडर सबकी पसंदीदा बाइक बन हुई है।साभार - betul samachar
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As recorded history goes, Wholesale Price Indices for India have been published from the period of the Second World War. The first Economic Adviser to the Government of India in pre-Independence India, Sir Theodore E.G. Gregory (period 1937-1946) had started the ‘quick’ series, using the week ended August 19 1939 as base, and computed the Index from the week commencing January 10, 1942. During a spring cleaning exercise in July 2014, a few registers of pre-Independence period, containing information on wholesale price for select items and wholesale price index were discovered. The earliest register was for the year 1915 containing wholesale prices for Calcutta, and also Wholesale Price Indices. This finding now entirely changes the recorded history of wholesale price indices prepared in India. The Office of the Economic Adviser celebrates this startling discovery and the above depicts a collage of images of pages from the old Registers, pertaining to years 1915, 1937, 1939 and 1947.
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