लांच से अब तक कितना मिला रिटर्न
पहले एक मुश्त निवेश की बात करें तो 30 अक्टूबर 2018 से अब तक यह फंड 20.59 फीसदी का रिटर्न दे चुकी है। उदाहरण के तौर पर समझने का प्रयास करें तो इस फंड में किसी ने 10 हजार रुपए का एक मुश्त निवेश किया होता तो उसकी वैल्यू मौजूदा समय में 1258.70 रुपए हो चुकी होती। वहीं सालाना रिटर्न की बात करें तो 6.80 फीसदी देखने को मिल रहा है।
सेक्टर म्यूचुअल फंड: मतलब, उद्देश्य, निवेश कार्यकाल, जोखिम, प्रदर्शन
सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार, सेक्टर म्यूचुअल फंड अपने निवेश का कम से कम 80 प्रतिशत किसी विशिष्ट क्षेत्र या उद्योग में निवेश करते हैं। वे एक निश्चित क्षेत्र पर जोर देते हैं, जैसे कि बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा, अचल संपत्ति, तेल, आदि। सेक्टर म्यूचुअल फंड निवेशकों को सफलता के लिए उच्च संभावना वाले उद्योगों में निवेश करने का अवसर प्रदान करते हैं। एक सेक्टर फंड में कुछ पोर्टफोलियो की कमी होगी जो पोर्टफोलियो मैनेजर को फंड के निवेश विकल्पों का चयन करने में सक्षम बनाता है जो फंड के विशेष उद्देश्य के अनुसार आते हैं। सेक्टर फंड पोर्टफोलियो विविधीकरण का लाभ प्रदान नहीं करते हैं क्योंकि निवेश मुख्य रूप से केवल अर्थव्यवस्था के एक क्षेत्र तक सीमित है। महत्वाकांक्षी निवेशकों और अधिक जोखिम लेने के लिए तैयार लोगों के लिए, एक सेक्टर फंड रणनीतिक निवेश के रूप में अच्छी तरह से अनुकूल हो सकता है।
सेक्टर म्यूचुअल फंड की विशेषताएं
एम्फेसिस (ध्यान) - सेक्टर फंड एक विशेष क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हालांकि, वे विविधीकरण की पेशकश नहीं करते हैं। फंड की सफलता अंततः उस विशेष क्षेत्र पर निर्भर करती है।
निवेश का कार्यकाल - सेक्टर फंड मिड और लॉन्ग टाइमफ्रेम के लिए हैं। अल्पावधि में निवेश अत्यधिक जोखिम भरा है। इसके अलावा, निवेश एक विशिष्ट समय सीमा के लिए हैं। चूंकि क्षेत्रों में चक्रीय संरचना होती है। निवेश के चरम पर पहुंचने के बाद निवेश छोड़ना समझदारी है। इस प्रकार, इसके लिए गहन बाजार अध्ययन की आवश्यकता है।
उच्च रिटर्न - यदि यह अनुमान लगाया जाता है कि एक सेक्टर एक निर्धारित अवधि में अच्छा करेगा, तो रिटर्न अधिक होगा।
जोखिम - चूंकि सेक्टोरल फंड एक विशिष्ट सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करते हैं और विविधीकरण की कमी होती है, इसलिए उन्हें अधिक जोखिम वाले म्यूचुअल फंड भी माना जाता है। यदि अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक परिवर्तन के कारण क्षेत्र कमज़ोर है, तो फंड खराब प्रदर्शन कर सकते हैं।
सेक्टर फंड्स में किसे निवेश करना चाहिए?
हर निवेशक की अपनी निवेश प्राथमिकताएं होती हैं। एक निवेश की अलग-अलग विशेषताएं हैं, जैसे कि समय अवधि, राशि, रिटर्न, जोखिम, आदि। सेक्टर फंड आदर्श रूप से उन लोगों के लिए अनुकूल हैं जो बड़े पैमाने पर जोखिम लेने से नहीं हिचकते हैं। आमतौर पर, सेक्टर फंड उन प्रतिभागियों के लिए होते हैं जिन्हें किसी निश्चित सेक्टर के कार्यबल और बाजार की गतिशीलता की स्पष्ट समझ होती है। 5-7 साल या उससे अधिक के कार्यकाल के लिए निवेश करने के म्यूच्यूअल फंड क्या है? इच्छुक निवेशक इस निवेश पर विचार कर सकते हैं। इन निवेशों से जुड़े उच्च जोखिम वाले पहलू के कारण, जो निवेशक सुरक्षित रूप से निवेश करना चाहते हैं और जिनके पास सीमित वित्तीय पूंजी है, उन्हें वैकल्पिक अवसरों की तलाश करने की सलाह दी जाती है।
जिन निवेशकों के पास एक अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो है, और व्यापक अर्थव्यवस्था की अच्छी समझ है, वे उच्च फंड बनाने के लिए एक रणनीतिक शर्त के रूप में सेक्टर फंडों में अपनी संपत्ति का एक छोटा सा हिस्सा निवेश कर सकते हैं।
Mutual Funds में निवेश करने का सही तरीका क्या है? उदाहरण के साथ सीखें
नई दिल्ली: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिम के अधीन है। हालांकि, अगर कोई लंबे समय तक इसमें निवेश करता है तो जोखिम कारक कम हो जाता है जबकि म्यूचुअल फंड रिटर्न अधिकतम हो जाता है। अब इसमें निवेश कैसे करें? पहले तो आपको यह जानना चाहिए कि म्यूचुअल फंड काम कैसे करता है। बता दें कि म्यूचुअल फंड का मुख्य कार्य स्टॉक, बॉन्ड और अन्य प्रतिभूतियों में निवेश प्रदान करना है। अच्छे रिटर्न के लिए इन निवेशों को एक साथ लाया जाता है।
अब निवेश कैसे करें? इसपर ध्यान देते हैं। मान लीजिए आपकी उम्र 36 साल है और एसआईपी में नए हो और आप प्रति माह 10,000 रुपये निवेश करने की म्यूच्यूअल फंड क्या है? योजना बना रहा है तो आपको कैसे निवेश करना चाहिए?
चूंकि आप म्यूचुअल फंड में निवेश की मूल बातें नहीं जानते हैं, इसलिए आपको म्यूचुअल फंड सलाहकार की मदद लेनी चाहिए। आप संदर्भ के लिए अपने मित्रों और सहकर्मियों से पूछ सकते हैं। नए निवेशकों को मार्गदर्शन और स्पष्टीकरण की आवश्यकता है। केवल आपके निकट एक म्यूचुअल फंड सलाहकार ही आपको सही दिशा दिखाने में सक्षम होगा।
SBI Mutual Fund: SBI की इस स्कीम में 300 रुपये के निवेश पर मिल सकते हैं 6.3 करोड़, जानें क्या है स्कीम
SBI Mutual Fund: अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए किसी अच्छे निवेश के विकल्प की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको एसबीआई की एक खास म्यूचुअल फंड स्कीम में के बारे में बताने जा रहे हैं। एसबीआई की इस म्युचुअल फंड स्कीम का नाम SBI Technology Opportunities Direct Growth Mutual Fund है। इस स्कीम में आप निवेश करके मैच्योरिटी के समय 6.3 करोड़ रुपये तक का फंड इकट्ठा कर सकते हैं। देश में कई लोग एसबीआई की इस म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर रहे हैं। एसबीआई की इस म्यूचुअल फंड स्कीम ने बीते तीन सालों में सालाना 29.26 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं बात अगर पिछले 5 सालों की करें, तो इसका सालाना रिटर्न 27.27 प्रतिशत म्यूच्यूअल फंड क्या है? रहा है। ऐसे में लॉन्ग टर्म निवेश के लिए ये स्कीम आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से -
Mutual Fund : हर महीने सिर्फ 1500 रुपए जमा कर बना सकते हैं 53 लाख का फंड, जानिए क्या है निवेश की प्रक्रिया
इंवेस्टमेंट के लिए वैसे तो कई तरह की स्कीम्स उपलबध हैं, लेकिन तेजी से पैसा बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक पॉपुलर तरीका है. इसमें दूसरी योजनाओं के मुकाबले रिटर्न ज्यादा मिलता है. अगर एसआईपी के जरिए निवेश किया जाए तो जोखिम भी कम रहता है. इसमें आप छोटे अमाउंट से एक तय वक्त तक अच्छा अमाउंट जोड़ सकते हैं. इस फंड से आप आराम से अपने बच्चों की शादी व उनकी पढ़ाई का खर्चा उठा सकते हैं.
कैसे बना सकते हैं मोटा फंड
अगर आप 50 लाख से ज्यादा का फंड तैयार करना चाहते हैं म्यूच्यूअल फंड क्या है? तो हर महीने सिर्फ 1500 रुपए जमा करने होंगे. यानी आपको रोजाना 50 रुपए की बचत करनी होगी. फ्रेंकलिन टेम्पलटन ऑफ इंडिया वेबसाइट पर दिए गए कैलकुलेटर के हिसाब से अगर इस पर 12 फीसदी तक रिटर्न मिलता है तो 30 साल बाद आपको करीब 53 लाख रुपए मिलेंगे. वहीं अगर आप म्यूचुअल फंड स्कीम में हर महीने सिर्फ 1000 रुपए का निवेश करते हैं तो 20 साल बाद आपके पास 20 लाख रुपए का फंड तैयार हो जाएगा.
आमतौर पर म्यूचुअल फंड्स चार तरह के होते हैं. जिनमें इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड और सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड शामिल हैं. हर एक के फायदे और नुकसान है. निवेशक अपनी पसंद एवं कंपनी के बैकग्राउंड के हिसाब से इसमें निवेश करते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार जो बेहतर रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड्स हैं उनमें लंबी अवधि के लिए मौजूदा स्तर में निवेश करना बेहतर रहता है.
इस म्यूचुअल फंड ने तीन साल में दिया है करीब 21 फीसदी का रिटर्न, जानिए क्या हैं खूबियां और कमियां
यूटीआई फ्लोटर फंड ने बीते 3 साल में करीब 21 फीसदी का रिटर्न दिया है। (Financial Express Archive)
कुछ म्यूच्यूअल फंड क्या है? म्यूचुअल फंड ऐसे भी होते हैं जो इक्विटी को छोड़ डेट बांड, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और लो रिस्ट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। ताकि निवेशकों का रुपया बाजार जोखिम से दूर रहे और रिटर्न भी अच्छा मिले। ऐसा ही एक म्यूचुअल फंड यूटीआई फ्लोटर फंड ग्रोथ। जिसे लांच हुए करीब तीन साल ही हुए हैं। इस दौरान इस फंड ने निवेशकों को करीब 21 फीसदी का रिटर्न दिया म्यूच्यूअल फंड क्या है? है। जबकि सालाना रिटर्न 6.80 फीसदी का है। क्योंकि इस फंड का रुपया इक्विटी में नहीं है जो पिछले कुछ सालों से ज्यादा रिटर्न दे रहे हैं।
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