Stock Market फंडामेंटल एनालिसिस क्या हैं ? Fundamental Analysis in Hindi.
फंडामेंटल एनालिसिस क्या है ?
1) फंडामेंटल एनालिसिस याने की " वास्तविकता की पहचान।" सच्चाई की जांच। सही है ?
2) किसी चीज के बारें में हकीकत जानना मतलब "सही मूल्य जानना।"
3) किसी का बॅक-ग्राउंड, क्षमता, अनुकूलता और दिक्क्तों का " सही मायनों में विश्लेषण" करना।
अच्छा, अब इसे स्टॉक मार्केट से जोड़ते हैं तो यह हुआ Stock Market फंडामेंटल एनालिसिस। तो, आगे बढ़ते हुए समज़ते है की स्टॉक मार्केट का फंडामेंटल एनालिसिस करना याने की, उसके वास्तविकता का सही मायनों में विश्लेषण करना। आसान है ना ? बस इसी तरह से साथ फंडामेंटल ट्रेडर्स बनें रहिये।
फंडामेंटल एनालिसिस का महत्व
फंडामेंटल एनालिसिस में देश और दुनिया की स्थिती, आर्थिक स्थिती और विकास, स्टॉक मार्केट की स्थिती, और जिस कंपनी में फंडामेंटल ट्रेडर्स निवेश करना है उसकी स्थिती और विकास का बारीकी से स्टडी किया जाता है।
स्टॉक मार्केट में, कम्पनी के शेयर्स की ट्रेडिंग होती रहती है। डिमांड और सप्लाई के कारण कीमत ऊपर-नीचे होती रहती है। ऐसे में हमें लॉन्ग टर्म के लिए कोई शेअर लेना हो तो उस "शेअर का सही वास्तविक मुल्य क्या है ?" और आगे आने वाले कुछ सालों में "उसकी कितनी ग्रोथ हो सकती है ?" इसका पता लगाने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस करना फंडामेंटल ट्रेडर्स होता है।
इस स्टडी से हमें यह जानकारी हासिल होती हैं की, स्टॉक मार्केट में शेअर को अपनी सही कीमत मिल रही है या नहीं। और जो "शेअर अंडर-वैल्यूड है" उसे निवेश के लिए चुन सकते है।
इस में ओवर-ऑल इकोनॉमी से लेकर सूक्ष्म इकोनॉमी, कंपनी का सेक्टर और कंपनी का स्टडी किया जाता है। और ऐसा करने लिए हमें आसानी तब होती है जब हम यह जान लें की, किस इंफॉर्मेशन पर ध्यान देना है, और किस पर नहीं।
फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे ?
1 ) मॅक्रो इकॉनोमिक्स
इसमें "कंट्री का स्टडी" होता है। जैसे की इकोनॉमी, नैसर्गिक घटक, पॉलिटिक्स, कायदे-कानून। याने की जो फॅक्टर्स हमारी लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को प्रभावित कर सकते हैं उनका समावेश होता है।
राष्ट्रीय उत्पन्न और महंगाई का स्तर, आर्थिक विकास का स्तर, भाववाढ, बेरोजगारी का स्तर, G.D.P. का स्तर और बदलाव इनका मॅक्रो इकॉनोमिक्स में स्टडी किया जाता है।
2 ) माइक्रो इकॉनोमिक्स
इसे "सुक्ष्म अर्थशास्त्र" कहते है। इसमें कंट्री के अर्थ-व्यवस्था के विविध अंग किस तरह से कार्य करते हैं ? इसका स्टडी किया जाता है।
अर्थ-व्यवस्था के अंग याने की बाजार, डिमांड, सप्लाई, विभिन्न वस्तुओं की अलग-अलग कीमतें, लोगों की आदतें और व्यवहार, "कम्पनीज का उत्पादन और वितरण।" इनके बदलने से किस तरह से कीमतों में बदलाव होते है। और कीमतों के बढ़ने से और गिरने से अर्थ-व्यवस्था पर किस के तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं। यह जानना महत्वपुर्ण होता है।
कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस
यह फंडामेंटल एनालिसिस का एक भाग हैं। कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी का पिछले कुछ सालों के "फायनांशियल परफॉर्मन्स" का तुलनात्मक स्टडी किया जाता है। साथ ही कंपनी के "मैनेंजमेंट के बारें में" जानकारी ली जाती है। इसमें -
कंपनी का "शेअर कॅपिटल और शेअर होल्डिंग पॅटर्न" की जानकारी लेते है।
कंपनी के "प्रॉफिट अँड लॉस अकाउंट, बॅलेन्स शीट, कॅश फ्लो स्टेटमेन्ट" का स्टडी किया जाता है।
इसमें "फायनांशियल रेश्यों" भी चेक किये जाते हैं। जैसे की, E.P.S., बुक वैल्यू, डिविडेन्ड पेआउट रेश्यो, रिटर्न ऑन कॅपिटल, रिटर्न ऑन एसेट, P. B. T./शेअर, टोटल डेब्ट/इक्विटी रेश्यो, इ.।
और कंपनी की अपने सेक्टर की तुलना में ग्रोथ, "कंपनी का मार्केट-हिस्सा" इनका स्टडी किया जाता है।
कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस का महत्व
Importance of the Stock Market Fundamental Analysis. |
इससे हमें कंपनी की, "वर्तमान आर्थिक स्थिती की जानकारी" मिलती है।
और यह भी की कंपनी की "स्ट्रेन्थ और वीकनेस" क्या हैं ?
कंपनी की "मार्केट कॉम्पिटिशन" में क्या स्थिति मतलब क्या पोज़िशन है ?
कंपनी की "भविष्य की योजनाएँ" क्या है ?
कंपनी की अपना "बिज़नेस बढ़ाने की कपैसिटी" कितनी हैं ?
कंपनी की "ग्रोथ को सुचारु रखने की और बढ़ाने की" क्या प्लॅनिंग है ?
इस स्टडी से हमें निवेश करने के लिए किस सेक्टर की, "कौन-सी कंपनी चुननी है ?" यह जानकारी मिलती है। और हम स्टॉक मार्केट में लॉन्ग टर्म निवेश कर सकते है । फंडामेंटल एनालिसिस करके स्टॉक मार्केट में पैसे कैसे लगाए ? यह जानकर मुनाफा कमाने के अच्छे अवसरों को पहचानकर हम स्टॉक मार्केट में करियर कर सकते है।
हमने यह जाना
हमने यह जाना की, "Stock Market फंडामेंटल एनालिसिस क्या है ?" हमने लॉन्ग टर्म निवेश के लिए फंडामेंटल एनालिसिस के महत्व को समझा। और मोटा-मोटी यह जाना की, इस जानकारी से हम स्टॉक मार्केट से मुनाफा कमा सकते हैं। हो सकता है की ऐसा महसुस हुआ हो। और यह एक अच्छी शुरुआत हैं।
Best Career Option: स्टॉक ट्रेंडिंग में रखते हैं इंट्रेस्ट, तो 12वीं के बाद बनाएं ट्रेडर के तौर पर करियर
Career in Stock Trending: ट्रेडिंग इंडस्ट्री में रोजगार के स्कोप भी काफी बढ़ रहे हैं. एक अच्छा ट्रेडर बनने के लिए फाइनांशियल स्टेटस, फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस का नॉलेज होना जरूरी है. जानें फुल टाइम ट्रेडर बनने के फायदे
5
5
5
5
Career in Stock Trending: वर्तमान में शेयर बाजार दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. वहीं, ट्रेडिंग इंडस्ट्री में ग्रोथ होने के साथ-साथ ही इस सेक्टर रोजगार के स्कोप भी काफी बढ़ रहे हैं. बहुत से युवा स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग (Stock Market Trading) में दिलचस्पी ले रहे हैं. आपको एक अच्छा ट्रेडर बनने के लिए फाइनांशियल स्टेटस (Financial Status), फंडामेंटल एनालिसिस (Fundamental Analysis) और टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) का बेसिक नॉलेज होना बेहद ही जरूरी है.
पहले स्टॉक एक्सचेंज कागज-आधारित फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट्स के साथ ट्रेडिंग करते थे, लेकिन अब तकरीबन 100 फीसदी ट्रेडिंग टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के जरिए की जा रही है. यहां जानें फुल टाइम ट्रेडर बनने के फायदे और इसके लिए जरूरी योग्यता क्या होनी चाहिए.
आयु सीमा
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की कोई न्यूनतम उम्र नहीं है.
योग्यता
1.ट्रेडिंग में करियर बनाना चाहते हैं तो किसी सम्मानजनक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन या कॉर्पोरेशन में ट्रेडिंग से रिलेटेड डिग्री होनी चाहिए.
2.ज्यादातर ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स में डिग्री होती है.
3.डीमैट अकाउंट के लिए पैन कार्ड जरूरी है.
डीमैट अकाउंट ओपन करते समय केवाईसी डॉक्यूमेंट्स और पैन कार्ड की एक फोटो कॉपी जमा करना होता है.
4. इस इंडस्ट्री में इनवेस्टेंट एडवाइजरी या किसी कंसल्टिंग कंपनी में प्रोफेशनल के तौर पर काम करने के लिए एनआईएसएम सर्टिफाइड होना जरूरी है.
5.इकोनॉमिक्स/बिजनेस मैनेजमेंट/फाइनेंस या इससे जुड़े किसी कोर्स में ग्रेजुएट या मास्टर्स की डिग्री होना जरूरी है.
ट्रेडिंग के फायदे
सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप खुद अपने मालिक होते हैं, किसी और के लिए काम करना जरूरी नहीं है.
सही नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ मार्केट से अच्छी-खासी कमाई की जा सकती है.
आप अच्छी ग्रोथ करने के साथ ही कैश मार्केट से डेरिवेटिव मार्केट तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को फ्रेंड बना सकते हैं.
इसमें सेबी रजिस्टर्ड निवेश एडवाइजर या सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट बन सकतें है और कंसल्टिंग कर सकते हैं.
मूलभूत विश्लेषण
अपने आप को उन आर्थिक कारकों के बारे में शिक्षित करें जो बाजार को प्रभावित करते हैं यह समझने के लिए कि ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की कीमतें ऊपर और नीचे क्यों जाती हैं। बाजार समाचार पढ़ना, आर्थिक फंडामेंटल ट्रेडर्स घटनाओं के अनुरूप करना और अपने मुनाफे के लिए विभिन्न प्रकार के मूलभूत विश्लेषण लागू करना सीखें।
मूलभूत विश्लेषण के बारे में अधिक जानकारी
मूलभूत विश्लेषण वह विधि है जिसका उपयोग ट्रेडर और निवेशक विभिन्न असेट की कीमत की भविष्यवाणी करने के लिए करते हैं, जैसे कि कंपनियों के शेयर, क्रिप्टोकरेंसी, कच्चे माल या मुद्राएं। तकनीकी विश्लेषण की तुलना में, मूलभूत विश्लेषण बाहरी और आंतरिक वैश्विक कारकों से सम्बंधित है जो सीधे असेट की कीमत को प्रभावित करते हैं।
इस आधिकारिक Olymp Trade ब्लॉग के उपखंड में, आपको ट्रेडिंग में मूलभूत विश्लेषण के बारे में सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध होगी। यह आपको मध्यम-अवधि और लंबी-अवधि के आर्थिक ट्रेंड की पहचान करने में सहायक होगी और इस जानकारी का उपयोग आप एक या असेट के समूह के लिए यथोचित रणनीति विकसित करने में कर सकेंगे।
मूलभूत विश्लेषण प्रशिक्षण सामग्री कौन से अन्य प्रश्नों को सम्बोधित करती हैं?
- असेट की कीमत में परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए इसका उपयोग कैसे करें?
- मुद्रास्फीति के आंकड़े और कंपनियों की कमाई रिपोर्ट के अलावा किन बातों पर नजर रखना जरूरी है?
- क्या अधिक प्रभावकारी है, तकनीकी या मूलभूत विश्लेषण (या: दोनों)?
वह पूरी सूची नहीं है। इसलिए, मूलभूत विश्लेषण में महारत हासिल करने, अपने ट्रेडिंग अनुभव को बढ़ाने और मुनाफे में वृद्धि के लिए आधिकारिक Olymp Trade ब्लॉग के इस सेक्शन पर नज़र बनाए रखें।
Diwali Picks: मुहूर्त ट्रेडिंग पर कमाई वाले 5 तगड़े शेयर, दिला सकते हैं 43% तक दमदार रिटर्न, चेक करें टारगेट
Diwlai Picks 2022: ब्रोकिंग फर्म सिस्टमैटिक्स ग्रुप (Systematix Group) ने पोर्टफोलियो के लिए 5 बेहतर फंडामेंटल वाले शेयर चुने हैं. मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बेहतर स्टॉक्स की तलाश है, तो इन पर दांव खेल सकते हैं.
Muhurat Trading Picks: शेयर बाजार पूरे दिवाली मूड में नजर आ रहा है. दिवाली के पहले के कारोबारी हफ्ते में बाजार में तगड़ी तेजी देखने को मिली. बीते हफ्ते बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी में 2.5 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला. 5 दिनों के सेशन में निवेशकों की वेल्थ 4 लाख करोउ़ रुपये बढ़ गई. दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ संवत 2079 की शुरुआत हो जाएगी. नए संवत 2079 के लिए एक्सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस पॉजिटिव दिख रहे हैं. मार्केट एनॉलिस्ट मानते हैं कि संवत 2079 में बाजार में अच्छी रिकवरी देखने को मिलेगी. भारतीय इक्विटी बाजार अन्य ग्लोबल मार्केट की तुलना में अपना बेहतर प्रदर्शन जारी रखेगा. ब्रोकिंग फर्म सिस्टमैटिक्स ग्रुप (Systematix Group) ने पोर्टफोलियो के लिए 5 बेहतर फंडामेंटल वाले शेयर चुने हैं. मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बेहतर स्टॉक्स की तलाश है, तो इन पर दांव खेल सकते हैं.
Canara Bank Ltd
Canara Bank के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म ने निवेश की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 325 रुपये का है. 21 अक्टूबर 2022 को शेयर का भाव 268 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 57 रुपये या करीब 21 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Ugar Sugar Works Ltd
Ugar Sugar Works के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म ने निवेश की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 100 रुपये का है. 21 अक्टूबर 2022 को शेयर का भाव 77 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 23 रुपये या करीब 30 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Triveni Engineering & Industries Ltd
Triveni Engineering & Industries के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म ने निवेश की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 387 रुपये का है. 21 अक्टूबर 2022 को शेयर का भाव 271 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 116 रुपये या करीब 43 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Piramal Enterprises Ltd
Piramal Enterprises के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म ने निवेश की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1100 रुपये का है. 21 अक्टूबर 2022 को शेयर का भाव 846 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 254 रुपये या करीब 30 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
IDFC Ltd
IDFC के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म ने निवेश की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 100 रुपये का है. 21 अक्टूबर 2022 को शेयर का भाव 78 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 22 रुपये या करीब 28 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
मौलिक विश्लेषण- स्टॉक ट्रेडिंग
निवेशकों के लिए स्टॉक ट्रेंड को समझने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस एक टूल है। यह स्टॉक के मूल्य को निर्धारित करने के लिए सही जानकारी एकत्र करने में सहायक होता है और आपको स्टॉक खरीदना या बेचना चाहिए। मौलिक विश्लेषण के साथ व्यापारी स्टॉक को देखते हैंआंतरिक मूल्य (सही मूल्य) संबंधित वित्तीय, आर्थिक, औद्योगिक और राजनीतिक कारकों का मूल्यांकन करके।
मौलिक विश्लेषण (एफए) क्या है?
सफल ट्रेडर आमतौर पर मूल रूप से मजबूत कंपनियों को मूल रूप से कमजोर कंपनियों से अलग करके मुनाफे का रास्ता बनाते हैं। यह किसी कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का विश्लेषण करने की एक विधि है जिसे देखकरआय बयान,नकदी प्रवाह,बैलेंस शीट और अन्य दस्तावेज।
FA का लक्ष्य उन कंपनियों को खोजना है जो a . पर कारोबार कर रही हैंछूट उनके आंतरिक मूल्य से। आंतरिक मूल्य स्टॉक का सही मूल्य है। यह स्टॉक की कीमत है, फंडामेंटल ट्रेडर्स जो पूरी तरह से कंपनी के अंदर के कारकों पर आधारित है। इसका मतलब यह भी है कि इसमें शामिल बाहरी शोर को खत्म करनामंडी कीमतें।
इसलिए व्यापारी ऐसे शेयरों में व्यापार करते हैं, इस उम्मीद में कि जब बाजार उनकी गुणवत्ता को पहचानता है, तो कीमत अधिक हो जाती है, जिससे उच्च लाभ होता है।
मौलिक विश्लेषण की मूल बातें
मौलिक विश्लेषण करते समय विचार करने वाले कारक हैं:
- कंपनी की वित्तीय स्थिरता
- साल-दर-साल प्रदर्शन
- विकास दर और बिक्री दर
- पिछला ट्रैक रिकॉर्ड
- बाजार में हिस्सेदारी
- प्रतिस्पर्धी विश्लेषण
- कंपनी का कर्ज रिकॉर्ड
- कर्मचारी दर
- कारपोरेट छवि
- प्रबंध
इन निम्नलिखित मापदंडों के साथ-साथ वर्तमान आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्य पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
मौलिक विश्लेषण के प्रकार
मौलिक विश्लेषण दो प्रकार का होता है-गुणात्मक और मात्रात्मक। इन दो अवधारणाओं पर एक नज़र डालें:
गुणात्मक विश्लेषण
यह विश्लेषण कंपनी के प्रबंधन, नैतिकता, ब्रांड मूल्य, बाजार पर प्रतिष्ठा, कॉर्पोरेट प्रशासन प्रथाओं, व्यावसायिक रणनीतियों आदि जैसे व्यवसाय के गुणात्मक पहलू को पकड़ता है।
खैर, गुणात्मक विश्लेषण अत्यधिक व्यक्तिपरक है। निवेशकों द्वारा निवेश का निर्णय लेना एक गैर-गणितीय अध्ययन भी है। कुछ व्यापारियों का मानना है कि किसी कंपनी की अखंडता और कौशल को जानना और निवेश पर निर्णय लेने और निर्णय लेने का सबसे अच्छा तरीका है। हालाँकि, गुणात्मक विश्लेषण में महारत हासिल करने में वर्षों लग सकते हैं।
मात्रात्मक विश्लेषण
यह आपको समझने की अनुमति देता हैवित्तीय प्रदर्शन एक कंपनी का। वित्तीय अनुपातों का उपयोग करके विश्लेषक आचरण विधि जैसे-
- तुलन पत्र
- अनुपात विश्लेषण
गुणात्मक और मात्रात्मक विश्लेषण दोनों के अपने गुण और दोष हैं। जबकि कुछ निवेशक मात्रात्मक विश्लेषण का समर्थन करते हैं क्योंकि यह एक उपयोगी मूल्यांकन उपकरण के रूप में कार्य करता है, अन्य कंपनी के गुणात्मक भाग को देखने पर विचार कर सकते हैं।
मौलिक विश्लेषण का उद्देश्य
स्टॉक के मूल्य का निर्धारण
एफए यह निर्धारित करने में मदद करता है कि बाजार में स्टॉक का सही मूल्यांकन किया गया है या नहीं। एक बारइन्वेस्टर संपत्ति के संख्यात्मक मूल्य को निर्धारित करता है, फिर वे इसकी तुलना वर्तमान बाजार मूल्य से कर सकते हैं ताकि यह आकलन किया जा सके कि संपत्ति अधिक या कम मूल्यांकित है या नहीं।
तर्कसंगत निर्णय
यह विश्लेषण व्यापारियों को स्थिति लेने में तर्कसंगत निर्णय लेने के लिए सही जानकारी इकट्ठा करने में मदद करता है। व्यापारियों की स्थिति देखते हैंअर्थव्यवस्था, राजनीति, वर्तमान बाजार और कंपनी के सूक्ष्म कारकों का भी अध्ययन करें।
शेयरों का मौलिक विश्लेषण भविष्य के विकास, राजस्व का उपयोग करता है,आय, कंपनी के प्रदर्शन और मूल्य को देखने के लिए इक्विटी पर वापसी, और कई अन्य डेटा और वित्तीय अनुपात। इसमें मुख्य रूप से कंपनी की वित्तीय स्थिति को देखना शामिल हैबयान महीनों या वर्षों के लिए।
दीर्घकालिक दृष्टिकोण
एफए लंबी अवधि के निवेश के लिए अच्छा है। यह दीर्घकालिक आर्थिक, जनसांख्यिकीय, उपभोक्ता प्रवृत्तियों की भविष्यवाणी करने में मदद करता है और इससे निवेशकों को कंपनी या उद्योग का सही स्टॉक चुनने में मदद मिलती है। मौलिक विश्लेषण मूल्यवान संपत्ति वाली कंपनियों को खोजने में मदद कर सकता है।
कुछ सबसे प्रसिद्ध निवेशक जैसे वॉरेन बफे, ग्राहम, डेविड डोड औरजॉन नेफ् लंबी अवधि के चैंपियन के रूप में देखा जाता है औरमूल्य निवेश.
आंतरिक मूल्य की अवधारणा
वित्तीय शब्दों में, स्टॉक के वास्तविक मूल्य को आंतरिक मूल्य के रूप में जाना जाता है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि कंपनी का फंडामेंटल ट्रेडर्स एक शेयर रुपये पर कारोबार कर रहा है। 50. लेकिन, एक विस्तृत विश्लेषण करने के बाद, आप यह निर्धारित करते हैं कि स्टॉक का वास्तविक मूल्य रु। 55. तो, आपने एक स्टॉक का आंतरिक मूल्य 55 रुपये निर्धारित किया है।
फंडामेंटल ट्रेडर्स इस स्टॉक को खरीदना पसंद करेंगे क्योंकि भविष्य में स्टॉक की कीमत और बढ़ जाएगी।
निष्कर्ष
मौलिक विश्लेषण अन्य इक्विटी विश्लेषण से अलग है जिसे कहा जाता हैतकनीकी विश्लेषण. वहां, कंपनी के ऐतिहासिक शेयर की कीमत के पैटर्न के आधार पर निवेश के फैसले लिए जाते हैं, और कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है।
जब मौलिक विश्लेषण की बात आती है, तो इसमें गहन शोध और अंकगणित शामिल होता है। अगर आप अपने लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट को होल्ड करना चाहते हैं तो यह समझना जरूरी है कि उस कंपनी में आपका निवेश आपको प्रॉफिट देगा या नहीं। एफए उन कंपनियों को छानने में मदद करता है जो आर्थिक रूप से मजबूत हैं और संभावित रूप से लंबे समय में मुनाफा दे सकती हैं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 96