कैसे समझदारी से कम धनराशि निवेश करें
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Chad Seegers, CRPC®. चाड सीजर्स ह्यूस्टन, टेक्सास में Insight Wealth Strategies, LLC के लिए सर्टिफाइड रिटायरमेंट प्लानिंग काउंसलर (CRPC®) है। इससे पहले, चाड ने दस वर्षों से अधिक समय तक सेजमार्क परामर्श के लिए एक निजी धन सलाहकार के रूप में काम किया, जहां वे उनकी निजी धन सेवाओं के एक चुनिंदा सदस्य बन गए। 15 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, चाड तेल और गैस कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ-साथ संपत्ति और निवेश रणनीतियों के लिए सेवानिवृत्ति योजना में माहिर हैं। चाड वर्ल्ड अफेयर्स काउंसिल के एक सहायक सदस्य और ग्लोबल इंडिपेंडेंस सेंटर (GIC) के साथ एक उभरते हुए नेता हैं।
यहाँ पर 17 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं।
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साधारण मान्यता के विरूद्ध शेयर बाज़ार सिर्फ अमीर लोगों के लिए ही नहीं है। पैसे कमाने के लिए और आर्थिक स्वतंत्रता पाने के लिए धन निवेश एक महत्वपूर्ण मार्ग है। छोटी छोटी धनराशि के निरंतर निवेश की नीति से फलतः छोटी रकम जल्द ही विस्तृत होकर बड़ी रकम बन जायेगी। यह ध्येय प्राप्त करने के लिए आप को सुयोग्य आयोजन अपनाने के अलावा धीरज, अनुशासन और मेहनत से काम लेना होगा। यह सूचनाएं आपको छोटे मगर सफल निवेश के लिए सहायक होगी।
इन 5 तरीकों से आप अपने घर लेने के सपने को कर सकते हैं पूरा
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। पढ़ाई पूरी करने बाद हम सभी अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत करते हैं और यहां से हमारा नौकरी ढूंढने का सिलसिला शुरू हो जाता है। कुछ इंटरव्यू के बाद नौकरी मिल जाती है, लेकिन जैसे-जैसे जिंदगी आगे बढ़ती है, हमारे साथ कई फाइनेंशियल गोल जुड़ते चले जाते हैं। खुद की शादी, बच्चे की शिक्षा व स्वास्थ्य पर ध्यान देना, परिवार में भाई-बहन के खर्चों को पूरा करने के लिए सहयोग करना, साथ ही परिवार के दूसरे खर्चों में हम इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने लिए नया घर लेना एक सपना बन जाता है। इसके अलावा जैसे-जैसे प्रोपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं, ऐसे में नए घर का मालिक बनना एक नौकरी करने वाले व्यक्ति के लिए और भी मुश्किल हो जाता है।
घर लेना हर किसी के लिए एक फाइनेंशियल गोल होता है, और जब व्यक्ति कमाना शुरू करता है, तो तभी से ही वो इसका सपना देखने लगता है। ऐसा नहीं है कि कमाई कम है, लेकिन अगर हम अपने पैसे को सही तरीके से मैनेज करें और खर्चों को लेकर अनुशासित रहें, तो आप जल्द ही अपना नया घर लेने का सपना पूरा कर सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी चीज है कि आप अपने अंदर वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) को बढ़ाएं और पर्सनल फाइनेंस को समझें। आइए उन 5 तरीकों के बारे में जानें, जिन्हें अपनाकर आप अपने घर लेने के सपने को सच कर सकते हैं। इस लेख में हम यह भी जानेंगे कि HDFC Life का HDFC Life Click 2 Wealth प्लान एक फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट के रूप में काम करके कैसे आपके पोर्टफोलियो को मजबूत बनाता है और आपके घर लेने के सपने को पूरा करने में मदद करता है।
जल्दी शुरुआत करें
यह जरूरी है कि कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही आपके अंदर फाइनेंशियल लिटरेसी आ जाए, ताकि जब आप नौकरी करने जाएं तो आप पर्सनल फाइनेंस को समझना शुरू कर दें। आप यह समझें कि बचत और निवेश आपके लिए कितना जरूरी है, क्योंकि आप जितनी जल्दी अपनी बचत और अपने निवेश पर फैसले लेंगे, उतनी ही जल्दी आप अपने घर लेने के सपने को पूरा कर सकते हैं। इसलिए आप पहली सैलरी के साथ ही पर्सनल फाइनेंस पर काम करना शुरू दें।
अपने खर्चे को नियंत्रित करें
आपके लिए कौन सी चीजें जरूरी हैं और कौन सी चीजों पर आपको खर्च नहीं करना है, अगर आप यह समझने लगते हैं तो आपके हाथों में पैसा रुकने लगेगा। आप पैसे बचाना शुरू कर देते हैं। और जो व्यक्ति अपने भविष्य के लिए पैसे बचाता है, वो आगे घर लेने जैसे अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा कर पाता है। इसलिए फिजूल के खर्चों को कंट्रोल करें और पैसे बचाना शुरू करें।
बजट की तैयारी
आपको किस तरह का घर लेना है और कब लेना है, इसके बारे में आप बहुत पहले ही निर्णय ले लीजिए, ताकि आप उसके लिए एक बजट तैयार कर सकें। अगर आप इस समय 24 साल के हैं और अगले पांच वर्षों में अपना घर खरीदना चाहते हैं, तो आपको पैसे बचाने से पहले अपने फाइनेंशियल गोल की रूपरेखा तैयार करनी होगी। कितना खर्च करना है और कितना बचत व निवेश करना है, उसको लेकर आपको अनुशासित रवैया अपनाना होगा, ताकि आप जल्द से जल्द अपने गोल के करीब पहुंच पाएं।
बचाए गए पैसे को सही जगह निवेश करें
यह देखा गया है कि जो व्यक्ति अपने पैसे की बचत करता है, उसके अंदर निवेश करने की उत्सुकता जरूर होती है। वो चाहता है कि अपने पैसे को ऐसी जगह निवेश करे जिससे वो अतिरिक्त पैसे बना सके। यहां पर आपको ध्यान देना है कि आप निवेश कहां कर रहे हैं, क्योंकि निवेश के कई सारे विकल्प हैं। अगर आपको रिटर्न ज्यादा चाहिए तो आप म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट की ओर जा सकते हैं, लेकिन यहां आपको रिस्क भी ज्यादा मिलेगा। वहीं, अगर आप एक सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ, ईपीएफ जैसे विकल्पों पर जा सकते हैं। हालांकि, यहां आपको म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट के मुकाबले रिटर्न कम मिलेगा। निवेश के कुछ सालों बाद जो आपको कॉर्पस अमाउंट मिलेगा, आप उस अमाउंट को घर खरीदने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
अपने लिए एक अच्छा ULIP प्रोडक्ट लें
अपना घर लेने के सपने को पूरा करना है तो आपको निवेश करते समय समझदारी दिखानी चाहिए। आपको ऐसी जगह पर निवेश करना चाहिए जो आपको इंश्योरेंस दें साथ ही साथ अच्छा रिटर्न भी दें। यहां ULIP प्रोडक्ट आपके लिए सही रहेगा, जहां आपको इंश्योरेंस और इनवेस्टमेंट एक ही जगह मिल जाता है और यह टैक्स सेविंग में भी आपकी मदद करता है। अगर आप एक अच्छा ULIP प्रोडक्ट देख रहे हैं, तो आपके लिए HDFC Life Click 2 Protect Life (HDFC Life Click 2 Wealth) एक सही प्रोडक्ट होगा। यह प्लान आपकी जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है, साथ ही, आपके परिवार को मुसीबतों से बचाता है। यह आपको लाइफ प्रोटेक्ट अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी ऑप्शन, डेथ बेनिफिट, मैच्योरिटी बेनिफिट और एडिशनल बेनिफिट की सुविधा देता है। बता दें कि इसमें आकस्मिक मृत्यु पर आपके परिवार को अतिरिक्त बीमा राशि मिलेगी। गंभीर बीमारी के उपचार में आप प्रीमियम की छूट का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, इसमें महिला और नॉन-टोबैको यूजर्स के लिए स्पेशल प्रीमियम रेट्स की सुविधा दी गई है। आप रिटर्न ऑफ प्रीमियम ऑप्शन के साथ मैच्योरिटी तक जीवित रहने पर भुगतान किए गए सभी प्रीमियम को वापस ले सकते हैं। साथ ही यह टैक्स में बचत की भी सुविधा देता है। बता दें कि HDFC Life का क्लेम सेटलमेंट रेश्यो यानी सीएसआर 98.01% है।
EPF, SBI FD और PPF में निवेश को लेकर हैं कंफ्यूज, जानें कहां Invest करने पर मिलेगा ज्यादा रिटर्न
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों को अलग-अलग अवधि के लिए अलग-अलग रेट ऑफ इंटरेस्ट ऑफर करता है. 2 से 3 साल के बीच की एफडी पर बैंक ग्राहकों को 5.20 प्रतिशत ब्याज दर ऑफर करता है.
By: ABP Live | Updated at : 27 Mar 2022 07:18 PM (IST)
निवेश करने का तरीका
आजकल के समय में हर समझदार व्यक्ति पैसे कमाने के साथ-साथ उसे सही जगह पर निवेश करने की प्लानिंग भी करता है. अगर स्मार्ट प्लानिंग के तहत निवेश ना किया जाए तो फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है. आजकल सरकार भी लोगों को निवेश के लिए तरह -तरह के ऑप्शन दे रही है, जिसमें निवेश कर आप सेफ इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ टैक्स में छूट प्राप्त कर सकते हैं.
अगर आप भी निवेश करना चाहते हैं लेकिन, EPF, SBI FD और PPF जैसी स्कीम्स में निवेश को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपकी इस परेशानी को दूर करने वाले हैं. गौरतलब है कि EPF, SBI FD और PPF तीनों सरकारी स्कीम है जो मार्केट जोखिमों से दूर है.लेकिन, यह तीनों अलग-अलग रिटर्न इन्वेस्टर्स को देते हैं. तो चलिए जानते हैं इस बारे में-
EPF पर मिलता है इतना ब्याज
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने पीएफ पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती की है. अब पीएफ खाताधारकों को जमा पैसों पर 8.10 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. पहले इस खाते पर सरकार 8.50 प्रतिशत ब्याज दर मिलता था.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एफडी पर मिलता है इतना ब्याज
आपको बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों को अलग-अलग अवधि के लिए अलग-अलग रेट ऑफ इंटरेस्ट ऑफर करता है. 2 से 3 साल के बीच की एफडी पर बैंक ग्राहकों को 5.20 प्रतिशत ब्याज दर ऑफर करता है. वहीं 3 से 5 साल की अवधि पर 5.45 प्रतिशत, 5 से 10 साल की अवधि पर 5.50 प्रतिशत ब्याज दर बैंक द्वारा ग्राहकों को ऑफर किया जाता है. ध्यान रखें कि यह एफडी के रेट्स 2 करोड़ से कम राशि के लिए हैं.
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में मिलता है इतना ब्याज
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सरकारी स्कीम है जिसमें आप निवेश कर अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम में निवेश करने पर आपको कंपाउंडिंग के आधार पर 7.10 प्रतिशत रिटर्न हासिल होता है. वहीं सीनियर सिटीजन को इस स्कीम के तहत 7.40 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है. इस स्कीम में आप 15 साल के लिए पैसे निवेश कर सकते हैं. 3 साल बाद आपको लोन की भी सुविधा मिलती है. आप एक वित्त वर्ष में कम से कम 500 रुपये निवेश करें.
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Published at : 27 Mar 2022 10:38 PM (IST) Tags: PPF EPF investment tips SBI FD हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
निवेश की पाठशाला की अगली कक्षा में जानिए कि किस तरह मुसीबत में काम आते हैं आपके समझदारी वाले कुछ कदम
भविष्य को सुरक्षा कवच देने में बचत और निवेश अहम हैं मगर उससे भी ज्यादा आवश्यक है अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी हर जरूरी कागज और जानकारी को एक जगह जुटाना। जो निवेश बोझ बनने लगें उन्हें हटाना। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि आवश्यकता पड़ने पर परेशान होने के बजाय काम आए आपका व्यवस्थित अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी अंदाज।
विनायक सप्रे
यह अक्सर पाया गया है कि धन कमाने की धुन में लोग कई रसीदें, सर्टिफिकेट, जीवन बीमा पालिसियां, बैंक और पोस्ट आफिस की पासबुक, घर-जमीन के कागज इत्यादि जुटाते चले जाते हैं और एक समय ऐसा आता है कि उनको एक जगह समेटना मुश्किल हो जाता है। किसी में नामांकन(नामिनी) नहीं होता, तो किसी में गलत जानकारी भरी होती है। कहीं पता बदल चुका होता है तो कहीं संयुक्त खाता नहीं होता, लेकिन बेहतर है कि जैसे ही इन बातों का आभास हो, तुरंत अपने विश्वासपात्र सलाहकार की मदद से कुछ आवश्यक बातों को व्यवस्थित करना समझदारी का काम होगा, क्योंकि सलाहकार का काम महज निवेश कराना अथवा पालिसियां बेचना नहीं, बल्कि अपने ग्राहकों का वित्तीय जीवन सरल और सुगम बनाना भी है।
सीमित रखें बैंक खाते
कई बार लोग जरा से अधिक ब्याज की चाहत में कई बैंकों में खाते खोल लेते हैं। कुछ लोगों के कई बैंक खाते नौकरी अथवा शहर बदल जाने के कारण भी खुल जाते हैं। इनमें कई खातों में नामांकन नहीं किया होता है तो कई में संयुक्त खाताधारक नहीं होता। आज के दौर में जब गांवों और छोटे शहरों से युवा पीढ़ी का नए अवसरों की तलाश में पलायन बड़े शहरों की तरफ और बड़े शहरों के युवाओं का विदेश की तरफ पलायन हो रहा है, ऐसे में और अन्यथा भी यह बहुत आवश्यक है कि हम अपने कागजात विशेषकर बैंक खातों को दुरुस्त रखें। सबसे पहले आवश्यकता से अधिक बैंक खातों को बंद करें और वह धनराशि घर के पास मौजूद सुदृढ़ बैंकों में ट्रांसफर करें। थोड़े अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी से ज्यादा ब्याज पाने के लिए ऐसे बैंकों के पास न जाएं जहां पैसे डूबने का खतरा हो। ध्यान रहे यह आपकी मेहनत की गाढ़ी कमाई है। इन सभी खातों में यदि संभव हो तो संयुक्त खाताधारक के साथ कोई भी या उत्तरजीवी विकल्प में रखें। खाता का नामांकन तय करना न भूलें। अपना पता, मोबाइल नंबर और ई-मेल सही है या नहीं इसकी पड़ताल भी अच्छे से कर लें।
तरलता का रखें ध्यान
जैसा मैंने ऊपर लिखा, कई घरों की अगली पीढ़ी अच्छे अवसरों की तलाश में शहर अथवा देश छोड़ चुकी होती है। ऐसे में यह बहुत आवश्यक है कि धन की पर्याप्त तरलता का ध्यान रखा जाए ताकि कठिन परिस्थितियों में वह धन काम आ सके और हमें दूसरों से पैसे की मदद मांगने की जरूरत न पड़े। कम से कम छह से 12 महीने के घर खर्च के बराबर की धनराशि अपने बचत/सावधि खाते में रखें। दवाई और अस्पताल का खर्च दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। यह कभी न भूलें, इसलिए यह सब प्रयोजन आवश्यक है।
स्वास्थ्य बीमा का उठाएं लाभ
जहां रोजमर्रा की दवाइयों का खर्च बैंक खाते से निपटाया जा सकता है, वहीं बड़े खर्चों के लिए स्वास्थ्य बीमा का नियोजन समझदारी का निर्णय होगा और ध्यान रहे किसी बीमारी जैसे ब्लड प्रेशर, मधुमेह जैसी तकलीफ होने से पहले ही स्वास्थ्य बीमा खरीदें। भले ही आपकी कंपनी ने आपका स्वास्थ्य बीमा किया हुआ हो, फिर भी एक स्वास्थ्य बीमा लेकर रखें। समय के साथ स्वास्थ्य बीमा की सुपर टापअप पालिसी भी खरीदें। यदि खर्च बहुत बड़ा हो तो यह बहुत उपयोगी साबित होती है और इसका प्रीमियम भी काफी कम होता है।
डिजिटल को दें प्राथमिकता
सोना, विशेषकर जिसे निवेश के दृष्टिकोण से लिया गया है, उसको डिजिटल रूप में रखें ताकि खोने अथवा चोरी होने का डर न बना रहे। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हाथों में कंपन की वजह से हस्ताक्षर में गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए अपने निवेश जैसे म्यूचुअल फंड, बैंक एफडी इत्यादि यथासंभव डिजिटल रूप में रखें। समय रहते रियल एस्टेट को जल्द से जल्द समेटकर वित्तीय निवेश में बदल दिया जाए, वह बेहतर होगा। क्योंकि रियल एस्टेट में न सिर्फ तरलता का अभाव होता है, बल्कि रखरखाव का खर्च भी होता है और कई जगहों पर कब्जे का भय बना रहता है सो अलग। यह एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है, विशेषकर जिनके बच्चे दूसरे शहरों अथवा विदेश में रहते हैं। घर की देखभाल, रखरखाव बहुत मानसिक ताप का कारण बन जाता है, उस पर यदि एक से अधिक प्रापर्टी हो तो कोढ़ में खाज साबित हो जाती है। इन बड़ी प्रापर्टी के लिए ऐसे ग्राहक तलाशना, जो पूरा पैसा चेक से दें, लगभग असंभव हो जाता है।
साझा करें जरूरी जानकारी
वसीयत बनाने के लिए सेवानिवृत्ति का इंतजार न करें और समय रहते वसीयत बनाएं। आज की तारीख में यह एक बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है। आखिरी परंतु सबसे महत्वपूर्ण, यह आवश्यक है कि पति-पत्नी को निवेश व बचत संबंधी सभी दस्तावेजों की जानकारी होनी बहुत आवश्यक है। अक्सर देखा गया है कि पति की मृत्यु उपरांत अथवा यदि पति बीमार है तो पत्नी बहुत असहाय हो जाती है। इसलिए पत्नी को इन बातों की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है ताकि उनकी अनभिज्ञता का फायदा कोई गैर न उठा सके। पुरुषों की औसत आयु महिलाओं की तुलना में कम होती है ऐसे में पत्नी को इन बातों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
यह सारे काम करने के लिए हमें एक विश्वासपात्र व्यक्ति की आवश्यकता हो सकती है, जो हमारी जिंदगी सुलझा सके और उसे आसान बना सके क्योंकि-
आपको मिल रहा है दिवाली बोनस? इस तरह समझदारी से करेंगे इस्तेमाल तो फायदे में रहेंगे
Diwali bonus use: केंद्र सरकार ने दिवाली पर केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा गिफ्ट देते हुए उन्हें बोनस देने का ऐलान किया है. इसी तरह बहुत-सी निजी कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को दिवाली बोनस दे रही हैं. अगर आप को भी बोनस मिलने वाला है या मिल चुका है, तो जाहिर है आपके लिए यह खुश होने का मौका है. आपने तो योजनाएं भी बनानी शुरू कर दी होंगी कि इस बोनस को कहां खर्च करना है. लेकिन अगर आप इस बोनस का सही इस्तेमाल करेंगे तो खुशी दोगुनी हो जाएगी. (फाइल फोटो: Getty Images)
महंगे गैजेट पर खर्च करने से पहले थोड़ा ठहरिए, अगर आप बोनस की इस राशि का सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे तो आपके वित्तीय सेहत के लिए यह काफी अच्छा रहेगा. इसमें कोई शक नहीं कि कोरोना काल में ज्यादातर लोगों की वित्तीय सेहत अच्छी नहीं रही है, इसलिए पैसे को समझदारी से ही खर्च करने में भलाई है. आइए हम आपको बताते हैं कि आप बोनस का सही इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं. (फाइल फोटो: Getty Images)
कैश भुगतान से खरीदें अप्लायंसेज: अगर आपको इस बार दिवाली पर अपने घर के लिए अप्लायंसेज खरीदने हैं या धनतेरस पर सोने-चांदी में निवेश करना है तो आप इसे ईएमआई, ‘बाय नाउ, पे लेटर’ जैसी स्कीम से लेने की जगह बोनस के पैसे की मदद से कैश में खरीदें. इससे आप एक साल में 15 से 20 फीसदी का भारी ब्याज देने से बच जाएंगे और आपके बोनस का सही इस्तेमाल होगा. यही नहीं अगर आपने कहीं हॉलिडे पर जाने की तैयारी कर रखी है तो उसके लिए भी क्रेडिट कार्ड से खर्च करने की जगह बोनस की रकम से एडवांस पेमेंट करना समझदारी रहेगा. (फाइल फोटो)
कर्ज के बोझ को कम करने में इस्तेमाल: कोरोना संकट की वजह से ज्यादातर लोगों पर इन दिनों कोई न कोई कर्ज है. अगर कोई लोन नहीं है तो क्रेडिट कार्ड से ज्यादा खर्च ही एक बोझ बन गया है. तो बोनस की रकम से ऐसे कर्जों का बोझ आप कम कर सकते हैं. सबसे पहले आप इस रकम से क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन या किसी अन्य लोन को चुकाएं. आप जानते ही होंगे कि पर्सनल लोन पर 15 से 22 फीसदी का ऊंचा ब्याज दर लगता है, जबकि क्रेडिट कार्ड पर तो 40 फीसदी सालाना तक ब्याज लग जाता है. इसलिए आपको सबसे पहले ऐसे लोन के भुगतान के बारे में सोचना चाहिए. (फाइल फोटो)
इमरजेंसी फंड बनाएं: हर किसी को अपने आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. कोरोना काल ने तो ऐसे इमजरेंसी फंड की जरूरतों को और भी प्रबलता से साबित किया है. जानकार कहते हैं कि किसी व्यक्ति को इतना इमरजेंसी फंड रखना चाहिए कि 6-12 महीनों की बेसिक जरूरतें पूरी हो सकें. अगर आपने अब तक ऐसा फंड नहीं बनाया है, या कोरोना में इस फंड का इस्तेमाल किया है तो फिर से बोनस की रकम का इस्तेमाल इस फंड को बनाने या दुरुस्त करने के लिए करें. (फाइल फोटो)
म्यूचुअल फंड में करें निवेश: इस बार दिवाली बोनस का इस्तेमाल किसी म्यूचुअल फंड या किसी और साधन में निवेश के लिए कर सकते हैं. अगर आपने पहले से किसी म्यूचुअल फंड के SIP या इस तरह के किसी दूसरे इनवेस्टमेंट टूल में निवेश करके रखा है तो, आप उसमें बोनस की बची हुई अतिरिक्त रकम को डाल सकते हैं. यही नहीं, आप किसी अच्छे निवेश सलाहकार की मदद से शेयर बाजार में अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी अच्छी क्वालिटी के शेयरों में भी पैसा लगा सकते हैं. (फाइल फोटो)
नए स्किल सीखें: इस बार बोनस की रकम आप खुद या अपने बच्चों के लिए नई स्किल सीखने-सिखाने में लगा सकते हैं. आप ऐसे नए स्किल सीख सकते हैं जो आपके करियर की तरक्की के लिहाज से जरूरी है. इसी तरह अगर आपके बच्चे हैं तो उन्हें भी आप किसी नई स्किल को सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. कोरोना काल में करीब डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से घर बैठे बच्चों के लिए ऐसी स्किल सीखना काफी काम आएगा. (फाइल फोटो)
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