Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare

Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।

Table of Contents

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना Intraday का क्या मतलब होता है चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।

ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

intraday stock kaise select kare

सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।

न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।

Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।

मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे

Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।

और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग Intraday का क्या मतलब होता है से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।

Intraday-के-लिए-Stock-कैसे-चुने-intraday-stock-kaise-select-kare

Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे

Stop Loss Intraday का क्या मतलब होता है और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।

लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।

मेरी राय:-

शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर Intraday का क्या मतलब होता है हमारे साथ बने रहना चाहिए।

Intraday trading | इन्ट्रा डे ट्रेडिंग क्‍या है?

Best and Cheapest Hosting by Hostinger

दोस्‍तों अगर आप शेयर बाजार में काम करते हैं या शेयर बाजार की थोडी सी जानकारी भी रखते हैं तो आपने एक शब्‍द बार बार सुना होगा जो कि अभी शेयर बाजार में बहुत ज्‍यादा प्रचलित है Intraday trading. क्‍या आप जानते हैं कि ये Intraday trading होता क्‍या है? आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं

आज दिन में शेयर बाजार में कमाई वाले 20 शेयर

Stock market top picks for intraday : Seedha Sauda में हर रोज़ जानें Intraday में Best कमाई वाले शेयर्स जिसमें निवेश करने से आपको Intraday में अच्छी कमाई का मौका Intraday का क्या मतलब होता है मिलेगा.

Seedha Sauda में हर रोज़ जानें Intraday में Best कमाई वाले शेयर्स जिसमें निवेश करने से आपको Intraday में होंगे बेहतरीन फायदें. जानिए Neeraj Bajpai के हर दिन कौन से है नए Top 20 Stocks. देखें पूरी वीडियो और बनाएं कमाई की रणनीति.

शेयरों में जोखिम को कम करने और प्रॉफिट बुक करने के Intraday का क्या मतलब होता है लिए स्टॉप लॉस और टारगेट का काफी इस्तेमाल होता है. स्टॉप लॉस और टारगेट का ज्यादातर इस्तेमाल इंट्राडे ट्रेडिंग में होता है, लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश कर रहे हैं तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है. स्टॉप-लॉस आपके नुकसान को सीमित रखता है जबकि टारगेट आपके प्रॉफिट को सीमित रखता है. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप बड़े नुकसान से बच सकें. टारगेट का इस्तेमाल इसलिए होता है ताकि जो प्रॉफिट हो रहा है वो नुकसान में या कम न हो जाए. तो चलिए स्टॉप लॉस और टारगेट को विस्तार से समझते हैं.

जैसा ही ऊपर हमने बताया है कि स्टॉप लॉस का इस्तेमाल नुकसान को सीमित करने के लिए किया जाता है. इसे एक उदाहरण से समझते है. मान लीजिए Intraday का क्या मतलब होता है आपने इंट्राडे के लिए किसी कंपनी के 100 शेयर 100 रुपए के भाव पर खरीदे. यानी 10,000 रुपए का निवेश आपने किया. आपने सोचा की शेयर की कीमत बढ़ेगी और आप अच्छा खासा मुनाफा कमा लेंगे. लेकिन हुआ कुछ उल्टा और शेयर की कीमत बढ़ने के बजाय घटकर 90 रुपए हो गई. यानी आपको Intraday का क्या मतलब होता है एक शेयर पर 10 रुपए के हिसाब से 1000 रुपए का घाटा होने लगा. मार्केट में इस तरह के बदलाव इतनी तेजी से होते है कि की बार ट्रेडर को इसका पता ही नहीं चलता.

अब आपके पास दो ऑप्शन है या तो इन शेयरों को होल्ड कर आने वाले दिनों में कीमत बढ़ने का Intraday का क्या मतलब होता है इंतजार किया जाए या घाटा बुक किया जाए. ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए ही स्टॉपलॉस काम आता है. ये कैसे काम करता है समझते है. स्टॉपलॉस को आप शेयर खरीदने के तुरंत बाद ही लगा सकते हैं. ऊपर दिए उदाहरण में ट्रेडर को 10 रुपए का नुकसान हो रहा था लेकिन अगर उसने स्टॉपलॉस लगाया होता तो नुकसान सीमित हो सकता था. स्टॉपलॉस वह मूल्य होता है जिसे लगाने पर आपके शेयर उस मूल्य पर ऑटोमेटिक बिक जाते हैं. इसे आप अपनी नुकसान की क्षमता और टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर लगा सकते हैं.

यानी ट्रेडर ने अगर 100 रुपए के भाव पर शेयर खरीदने के बाद नीचे की तरफ 98 रुपए या 95 रुपए जो भी स्टॉपलॉस लगाया होता तो उसके शेयर स्टॉपलॉस मूल्य पर अपने आप बिक जाते और उसे घाटा कम होता. अगर उसने 98 रुपए पर इसे लगाया होता तो जहां पहले 10 रुपए प्रति शेयर का नुकसान हो रहा था वो 2 रुपए तक सीमित हो जाता. वहीं अगर स्टॉपलॉस 95 रुपए का होता तो घाटा 5 रुपए प्रति शेयर तक सीमित हो जाता. यानी इससे साफ है कि स्टॉप लॉस प्राइस पर शेयर बेच देने से आप बड़े नुकसान से बच जाते हैं. वहीं अगर आप शॉर्ट सेलिंग करते हैं यानी पहले शेयर को बेचते हैं और बाद में खरीदते हैं तो भी स्टॉपलॉस लगाया जा सकता है.

टारगेट का मतलब लक्ष्य. इसका इस्तेमाल प्रॉफिट बुकिंग के लिए होता है. इसे भी एक उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए आपने इंट्राडे के लिए किसी कंपनी के 100 शेयर 100 रुपए के भाव पर खरीदे. यानी 10,000 रुपए का निवेश आपने किया. अब ये शेयर बढ़कर 105 रुपए पर पहुंच गया, लेकिन कुछ देर बाद वापस ये शेयर 100 रुपए पर आ गया या उससे नीचे 99 रुपए पर आ गया. जब ये शेयर 105 रुपए पर गया था तब आप इसे किसी कारण से बेच नहीं पाए. यानी आप प्रॉफिट बुक नहीं कर पाए. अब आपको उसी शेयर के नीचे आ जाने के कारण नुकसान हो रहा है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए ही टारगेट काम आता है.

टारगेट में आप पहले से ही आपके खरीदे शेयर को बेचने का ऑर्डर लगा सकते है. यानी अगर आपको लगता है कि ये शेयर 105 रुपए तक जा सकता है तो आप 105 रुपए का टारगेट प्राइस के लिए सेलिंग ऑर्डर लगा सकते हैं. जब शेयर उस भाव पर पहुंचेगा तो अपने आप ही वो बिक जाएगा और प्रॉफिट बुक हो जाएगा.

: CNBC TV18 हिंदी पर दी गई सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार यानी सर्टिफाइड एक्सपर्ट की राय जरूर लें.

Intraday trading | इन्ट्रा डे ट्रेडिंग क्‍या है?

Best and Cheapest Hosting by Hostinger

दोस्‍तों अगर आप शेयर बाजार में काम करते हैं या शेयर बाजार की थोडी सी जानकारी भी रखते हैं तो आपने एक शब्‍द बार बार सुना होगा जो कि अभी शेयर बाजार में बहुत ज्‍यादा प्रचलित है Intraday trading. क्‍या आप जानते हैं कि ये Intraday trading होता क्‍या है? आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं

Intraday का क्या मतलब होता है

You are currently viewing इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi

इंट्राडे के Intraday का क्या मतलब होता है लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi

  • Post author: ShareMarketIndia
  • Post published: March 11, 2022
  • Post category: शेयर मार्केट
  • Post comments: 0 Comments

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi

शेयर मार्केट में जब एक दिन के अंदर ही शेयर को खरीदकर बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है।इस समय के बीच में अगर आप शेयर खरीदकर उसे बेच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए,आपको यह जानना महत्वपूर्ण है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi)। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे शेयर चुनकर आप कम समय में अच्छा पैसा कमा सकते है।

लेकिन बहुत से लोग मुनाफा नहीं कमा पाते उल्टा नुकसान कर बैठते है। क्योंकि वे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे और उपयुक्त शेयर नहीं चुन पाते।

आज में आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने वाला हूं जिससे आप इंट्राडे के लिए अच्छे शेयर चून सकते है।

Table of Contents

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – तरलता

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको ऐसे शेयर चुनने चाहिए जिसमें ज्यादा तरलता हो। तरलता को इंग्लिश में लिक्वडिटी कहा जाता है।

तरलता का मतलब होता है कि किसी भी शेयर को आसानी से कभी भी खरीदा और बेचा जा सकता है। यानी कि आपके पास जो भी शेयर है, उसे सही वक्त आने पर बेच कर आसानी से कैश में बदला जा सके। कोई भी शेयर जितना तरल होगा, उसे उतनी आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। अगर कोई शेयर जितना कम तरल होगा उसे बेचना और खरीदना उतना ही मुश्किल हो सकता है।

अच्छी तरलता वाले शेयर को इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुनने से जब भी आपको एक अच्छा मुनाफा हो तो उसे बेचने में आसानी होती है।

अगर शेयर को खरीदने वाले लोग कम होंगे तो हो सकता है कि जब आप शेयर को बेचना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा तरल स्टॉक में ही ट्रेडिंग करनी चाहिए।

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – मीडियम वोलैटिलिटी

आपको ऐसे शेयर चुनने है जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी यानी उतार चढ़ाव होते हो।

इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमाने के लिए शेयर के प्राइस मूवमेंट की आवश्यकता होती है। इसलिए ऐसे शेयरों का चयन जरूरी होता है जिसमें वोलैटिलिटी हो।अगर आपने ऐसे शेयर चुन लिए जिसमें ज्यादा प्राइस मूवमेंट ना होती हो तो आप अच्छा पैसा नहीं बना पाएंगे।इसलिए आपको जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी हो ऐसे शेयर चुनने चाहिए।

हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर में रिस्क ज्यादा होता है।अगर आप ज्यादा रिस्क ले सकते है तो हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर भी चुन सकते है। लेकिन मेरी राय ये होगी की आप ऐसे शेयरों से दूर रहे।

विशेषज्ञ उन शेयरों को चुनने का सुझाव देते हैं जिनमें औसतन प्रति दिन कम से कम 3 प्रतिशत की प्राइस मूवमेंट होती है।

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – मार्केट ट्रेंड्स

कुछ शेयर ऐसे होते है जो मार्केट के रुझान यानी ट्रेंड्स के साथ चलते हैं। यानी जब मार्केट ऊपर जाता है तो वे ऊपर जाते हैं और जब मार्केट निचे होता है तो वे नीचे जाते हैं।

मार्केट ट्रेंड्स बहुत से बार शेयरों के प्राइस मूवमेंट को निर्धारित करता है। ऐसा शेयर चुनें जिसमें मार्केट में तेजी आने पर बढ़ने की क्षमता हो।एक इंट्राडे ट्रेडर होने के नाते, आपको उन शेयरों को चुनने चाहिए जो मार्केट के रुझान के साथ चलते हैं।

ऐसे शेयरों के साथ पैसा बनाने का मौका ज्यादा होता है। क्योंकि वे शेयर कभी कभी पूरे मार्केट की तुलना से अधिक बढ़ते हैं।

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – टेक्निकल एनालिसिस

टेक्निकल एनालिसिस में किसी भी शेयर की प्राइस मूवमेंट को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जाता है की शेयर ऊपर जायेगा या नीचे।

टेक्निकल एनालिसिस को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।टेक्निकल एनालिसिस की मदद से आप शेयर प्राइस मूवमेंट,ट्रेंड्स,ट्रेडिंग वॉल्यूम इन सबका पता कर सकते हैं।

आप टेक्निकल एनालिसिस यूट्यूब चैनल, वेबसाइट्स या कोई कोर्सेस करके सीख सकते है।

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – शेयर मार्केट न्यूज़ देखे

अगर किसी कंपनी से जुड़ी कुछ अच्छी खबर आती है तो उसके शेयर में बढ़ोतरी हो सकती है।अगर खबर बुरी हो तो शेयर मी गिरावट भी आ Intraday का क्या मतलब होता है सकती है।

अगर किसी शेयर से संबंधित कुछ अच्छा समाचार आने वाला होता है, तो आप समाचार सामने आने से पहले शेयर पैसा लगा सकते हैं। उदाहरण के लिए,अगर कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है या क्वार्टरली रिजल्ट्स या अन्य कोई घोषणा करती है तो हो सकता है कि उसके शेयर मी बढ़ोतरी देखने मिले।

कुछ कम्पनियों के शेयर सरकारी घोषणा,बजट घोषणा,आरबीआई घोषणा आदि से भी प्रभावित होते हैं।इसलिए आपको शेयर मार्केट से जुड़ी न्यूज़ भी देखनी चाहिए।

इंट्राडे के लिए शेयर Intraday का क्या मतलब होता है कैसे चुने – FAQ

इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?

तरलता,मीडियम वोलैटिलिटी,मार्केट ट्रेंड्स,टेक्निकल एनालिसिस,शेयर मार्केट न्यूज़ देखे

निष्कर्ष

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही और अच्छा शेयर चुनकर आप अच्छे पैसे बना सकते हो।इंट्राडे ट्रेडिंग करना जोखिम भरा हो सकता है लेकिन सही तरीके और मानसिकता के साथ, आप बहुत अधिक लाभ कमा सकते हैं।

अगर आपको इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi) इसके बारे में यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर कीजिए।

रेटिंग: 4.31
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 479