2018-19 में देश से कुल 330.7 अरब डॉलर मूल्य वस्तुओं का निर्यात हुआ। इनमें सबसे ज्यादा पेट्रोलियम उत्पादों, कीमती पत्थरों, दवाओं, सोने और अन्य कीमती धातुओं का निर्यात शामिल है। इस अवधि में देश में कुल 514.03 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं का आयात किया गया। आयातित वस्तुओं में कच्चा तेल, पेट्रोलियम उत्पाद, मोती, कीमती और अर्द्ध-कीमती पत्थर तथा सोना प्रमुख रहे। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान भारत का व्यापार घाटा 183.96 अरब डॉलर रहा। इस दौरान अमेरिका, चीन, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब भारत के प्रमुख साझेदार बने रहे।
व्यापार विनिमय
खातों को रखने के लिए पारस्परिक ऋण का उपयोग करके एक दूसरे के साथ व्यापार करने के उद्देश्य से गठित व्यवसायों का एक संघ । आम तौर पर प्रमुख व्यवसाय एक्सचेंज चलाएगा, ब्रोकिंग सेवाओं का प्रदर्शन करेगा और सदस्यों को उनकी पारस्परिक जरूरतों को पूरा करने और उनके लेनदेन को पंजीकृत करने के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस प्रदान करेगा (या किराए पर) । व्यापार वस्तु विनिमय के रूप में भी जाना जाता है
हजारों व्यापार एक्सचेंज मौजूद हैं, कुछ स्वतंत्र और कुछ क्षेत्रीय या वैश्विक नेटवर्क से संबंधित हैं। ट्रेड एक्सचेंजों के लिए दो सबसे प्रमुख संघ IRTA ( इंटरनेशनल रेसिप्रोकल ट्रेड एसोसिएशन ) और NATE (नेशनल एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट ट्रेड एक्सचेंज) हैं।
व्यापार वस्तु विनिमय के कई लाभ हैं, जिनमें से कुछ में शामिल हैं, व्यवसायों/सेवाओं का बड़ा रेफरल नेटवर्क, नकदी प्रवाह की समस्याओं को प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज आसान बनाना/नकदी की बचत करना, खाली समय स्लॉट भरना (पेशेवर, स्टाइलिस्ट, आदि), खाली होटल प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज के कमरे भरना, अतिरिक्त माल को उतारना , नकद ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए व्यापार का उपयोग करना (विज्ञापन), अन्य सदस्य व्यवसायों की एक निर्देशिका तक पहुंच प्राप्त करना, जिससे वे डॉलर के लिए डॉलर खरीद और बेच सकते हैं। प्रतिष्ठित व्यापार एक्सचेंजों में बिक्री वाले लोगों और दलालों के साथ भौतिक स्थान होते हैं और ये केवल "ऑनलाइन" एक्सचेंज नहीं होते हैं। इस तरह से ट्रेडिंग करने से कैशफ्लो की समस्या कम हो सकती है और इन्वेंट्री को बदलने में प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज मदद मिल सकती है।
भारत के मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज की सूचीशेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है जहाँ निवेशक कंपनियों द्वारा विभिन्न कंपनियों के शेयर, बांड और अन्य प्रतिभूतियों को ख़रीदा और बेचा जाता हैं। शेयर बाजार अनेक सुविधा प्रदान कर सकता है जैसे, मुद्दे और प्रतिभूतियों के मोचन और अन्य वित्तीय साधनों और पूंजी की घटनाओं आय और लाभांश का भुगतान। सन् 1875 में स्थापित मुंबई का शेयर प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज बाजार (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) एशिया का पहला शेयर बाजार है। स्टॉक मार्केट को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा प्रबंधित और विनियमित किया जाता है।
भारत में सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त 23 स्टॉक एक्सचेंज हैं। इनमें दो बीएसई और एनएसई के राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं। बाकी 21 रीजनल स्टॉक एक्सचेंज (RSE) हैं। सेबी द्वारा शुरू किए गए कड़े मानदंडों के कारण, देश में 20 आरएसई ने व्यापार से बाहर निकलने का विकल्प चुना। सेबी ने सुस्त कामकाज के कारण 09 जुलाई 2007 को सौराष्ट्र स्टॉक एक्सचेंज, राजकोट की मान्यता रद्द कर दी थी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड :
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) भारत में प्रतिभूति प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज और वित्त का नियामक बोर्ड है। सेबी के वर्तमान चेयरमैन अजय त्यागी है। सेबी की स्थापना भारत सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 12 अप्रैल 1992 में गई थी। सेबी का मुख्यालय मुंबई में हैं और क्रमश: नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद में उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
सेबी का प्रमुख उद्देश्य भारतीय स्टाक निवेशकों के हितों का उत्तम संरक्षण प्रदान करना और प्रतिभूति बाजार के विकास तथा नियमन को प्रवर्तित करना है। सेबी को एक गैर वैधानिक संगठन के रूप में स्थापित किया गया जिसे SEBI ACT1992 के अन्तर्गत वैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है। इसके निर्धारित कार्य निम्नलिखित हैं:-
PM मोदी ने इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज और NSE IFSC-SGX कनेक्ट किया लॉन्च, जानिए इनके फायदे
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शुक्रवार को गांधीनगर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Center Authority) के मुख्यालय भवन की आधारशिला रखी। यह देश का पहला अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने GIFT City (Gujarat International Finance Tec-City) में इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) और NSE IFSC-SGX कनेक्ट को भी लॉन्च किया। इस मंच के जरिए सिंगापुर शेयर बाजार (singapore stock market) के सदस्यों के एनएसई आईएफएससी में निफ्टी डेरिवेटिव के साथ कारोबार करने में मदद मिलेगी।
इस दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत अब USA, UK और सिंगापुर जैसे दुनिया के उन देशों की कतार में खड़ा हो प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज रहा है जहां से ग्लोबल फाइनेंस को दिशा दी जाती है। मैं इस प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज अवसर पर आप सभी और देशवासियों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा, ‘आज भारत के बढ़ते आर्थिक सामर्थ्य, बढ़ते तकनीकी सामर्थ्य, और भारत पर विश्व के बढ़ते भरोसे के लिए, ये दिवस बहुत महत्वपूर्ण है, एक अहम दिन है। ऐसे समय में जब भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब आधुनिक होते भारत के नए संस्थान और नई व्यवस्थाएं भारत का गौरव बढ़ा रही हैं।’
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दाैरान कहा कि जब मैंने गिफ्ट सिटी की परिकल्पना की थी, तो वो केवल व्यापार, कारोबार या आर्थिक गतिविधियों तक सीमित नहीं था। उन्होंने कहा, ‘GIFT City की परिकल्पना में देश के सामान्य मानवी की आकांक्षाएं जुड़ी हैं। GIFT City में भारत के भविष्य का विजन जुड़ा है, भारत के स्वर्णिम अतीत के सपने भी जुड़े हैं।’ पीएम ने कहा है कि GIFT सिटी वाणिज्य और तकनीक के हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। पीएम के अनुसार गिफ्ट सिटी संपन्नता और बुद्धिमत्ता दोनों को मंच प्रदान करता है।
मुझे ये देखकर भी अच्छा लगता है कि गिफ्ट सिटी के जरिए भारत, विश्व स्तर पर सर्विस सेक्टर में मजबूत दावेदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2008 में वैश्विक आर्थिक मंदी का दौर था। भारत में भी दुर्भाग्य से उस समय पॉलिसी पैरालिसिस का माहौल था। उस समय गुजरात फिनटेक के संदर्भ में नए और बड़े कदम उठा रहा था। मुझे खुशी है कि वो आइडिया आज इतना आगे बढ़ गया है।’
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पीएम ने कहा हम स्थानीय महत्वकांक्षाओं को भी महत्व देते हैं और वैश्विक साझेदारी का महत्व भी समझते हैं। हम एक ओर, प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज ग्लोबल कैपिटल को वेलफेयर के लिए ला रहे हैं, दूसरी ओर लोकल उत्पादों प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज को ग्लोबल वेलफेयल के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। आज 21वीं सदी में वित्त और तकनीक एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए पीएम ने यह कहा है कि आज रीयल टाइम डिजिटल भुगतान के मामले में पूरी दुनिया में 40% हिस्सेदारी अकेले भारत की है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि हमने शून्य कार्बन उत्सर्जन का भी लक्ष्य तय किया है।
GIFT CITY में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर हम गतिशक्ति मास्टर प्लान को आगे बढा रहे हैं। रिन्यूएबल एनर्जी और ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में नए रिकार्ड्स बना रहे हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत International Solar Alliance को दिशा देने का भी काम कर रहा है। ये ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमारा समर्पण असीम संभावनाओं को खोलेगा। पिछले आठ सालों में देश ने वित्तीय समावेशन की एक नई लहर देखी है। देश का गरीब से गरीब व्यक्ति भी आज औपचारिक वित्तीय संस्थानों से जुड़ रहा है। पीएम ने कहा कि आज जब हमारी एक बड़ी आबादी अर्थव्यवस्था से जुड़ गई है तो ये समय की मांग है कि सरकारी संस्थाएं और प्राइवेट प्लेयर्स, मिलकर कदम आगे बढ़ाएं।
आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 : विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि, 400 अरब डॉलर के स्तर पर कायम
Reported by: Bhasha Jul 04, 2019 14:16 IST
नयी दिल्ली। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है और यह 400 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के स्तर पर बना हुआ है। संसद में गुरुवार को पेश 2018-19 की आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि 2017-18 के दौरान बाजार में रुपये की विनिमय दर 65-68 प्रति डॉलर पर रही, लेकिन 2018-19 में रुपया डॉलर के मुकाबले हल्का हो कर 70-74 तक चला गया था। रुपये में गिरावट मुख्य रूप से कच्चे तेल में उछाल की वजह से रही।
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