क्या शेयर बाजार से हुई आय पर लगता है इनकम टैक्स? जानें क्या है नियम
अगर आप शेयर बाजर में सफलता पाना चाहते हैं तो आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना टैक्स देना होता है.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Jun 2021 11:23 PM (IST)
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमाई के बारे में नहीं सोचें. बल्कि इस बात की भी जानकारी हासिल करें कि शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है. हम आपको बता रहे हैं कि शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना टैक्स लगता है और कैसे.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग
- एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसी दिन शाम तक बेच देने को इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
- इंट्रा-डे ट्रेडिंग से जो कमाई होती है उसे स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहते हैं.
- फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग से हुई कमाई को नॉन-स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहा जाता है.
कितना देना होगा टैक्स
- इंट्रा-डे और फ्यूचर-ऑप्शन ट्रेडिंग से हुई कमाई पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है.
- 2.5 लाख रुपये तक की कुल कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
- इससे ज्यादा की कमाई पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा.
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन
- 1 साल से कम और 1 दिन से अधिक के लिए शेयर खरीदते हैं तो इससे हुए कमाई शॉर्ट टर्म कैपिल गेन कहलाती है.
- शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर आपको फ्लैट 15 फीसदी टैक्स देना होता है.
- कुल कमाई 2.5 लाख रुपये तक होने पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
- इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप कौन से टैक्स स्लैब में आते हैं.
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन
- 1 साल से अधिक की अवधि के लिए शेयर खरीदते हैं तो 1 साल बाद उसे बेचने से हुई कमाई लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहते हैं.
- लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 1 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता है,
- इससे अधिक की कमाई पर फ्लैट 10 फीसदी का टैक्स लगता है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस टैक्स स्लैब में आते हैं.
- अगर आपकी कुल कमाई 2.5 लाख रुपये तक तो आपको कोई टैक्स नहीं देना है.
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Published at : 27 Jun 2021 11:22 PM (IST) Tags: Stock Market income tax Tax income हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? | Stop Loss Kaise Lagaye | How to set stop loss?
How to set stop Loss: स्टॉप लॉस एक ऐसा मेथड है जो किसी भी स्टॉक से होने वाले नुकसान को कम करता है। इसका उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। लेकिन डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? (How to set stop loss?) आइये इस लेख में समझें।
How to set stop Loss For Intraday Trading: जब Day Trading होता है, तो किसी के फैसले के खिलाफ रुझान का एक महत्वपूर्ण मौका होता है, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण नुकसान होता है। घाटे के एक विशेष स्तर पर, एक डे ट्रेडर स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग कर सकता है। स्टॉप लॉस मेथड में नीचे का ट्रेंड जब लिमिट से टकराता है तो किसी भी अधिक नुकसान को रोकने के लिए ट्रांजैक्शन ऑटोमैटिक रूप से रद्द कर दिया जाता है। stop-Loss ट्रेडिंग की आवश्यकता नहीं है और यह एक व्यक्तिगत विकल्प है, लेकिन यह एक बड़े नुकसान के खतरे को कम करता है।
तो अगर आप भी डे ट्रेडिंग करना चाहते है और इससे होने वाले खतरे को कम करना चाहते है तो इस लेख में जानिए कि इंट्राडे इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? (How to set stop loss?)
डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस ऑर्डर | Stop Loss Kaise Lagaye
Intraday Trading में स्टॉप-लॉस ऑर्डर मेथड का उपयोग करना एक व्यक्तिगत विकल्प है, और स्टॉप-लॉस ऑर्डर के लिए उचित मूल्य निर्धारित करना अधिक आवश्यक है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रेंड में एक विशिष्ट स्तर से नीचे के नुकसान को रोकते हैं और व्यापार से बाहर निकलते हैं, लेकिन अगर स्टॉप-ऑर्डर सही तरीके से नहीं रखा गया है, तो यह घाटे को बढ़ाने के लिए एक खिड़की खोलता है, और दिन के बाद से अधिक सतर्क और खतरनाक है। व्यापारी बिना किसी लाभ के समाप्त हो सकता है।
इसके अलावा, जब कोई व्यापारी छुट्टी पर या यात्रा पर होता है, तो वह यह जानकर दिन के लिए व्यापार छोड़ सकता है कि स्टॉप-लॉस ऑर्डर के कारण कोई नुकसान नहीं होगा या सीमित नुकसान होगा।
स्टॉप-लॉस ऑर्डर कितने पर लगाया जाना चाहिए
Stop Loss Kaise Lagaye: ट्रेडिंग करते समय, स्टॉप-लॉस ऑर्डर में कितना स्थान देना है, इस मुद्दे का सामना करना सामान्य है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर का मूल्य निर्धारित करने के लिए व्यापारियों द्वारा अक्सर परसेंटेज मेथड का उपयोग किया जाता है। Stop-Loss Order आमतौर पर उस व्यक्ति द्वारा खरीद मूल्य के 10% पर रखा जाता है जो नुकसान के बड़े जोखिम को रोकना चाहता है। उदाहरण के लिए अगर स्टॉक 100 रुपये में खरीदा जाता है और स्टॉप-लॉस ऑर्डर 10% पर रखा गया है, तो जैसे ही जैसे ही स्टॉक की कीमत 90 रुपए होगी तो आर्डर समाप्त हो जाएगा। यह गारंटी देता है कि स्टॉक का आदान-प्रदान या लेनदेन पूरा होने पर कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं होता है।
समर्थन और प्रतिरोध | Support and Resistance
स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करने का मुख्य लाभ समर्थन और प्रतिरोध (Support and Resistance) है इंट्राडे ट्रेडर्स बड़े नुकसान से बचने के लिए लाभ उठा सकते हैं, खासकर जब स्टॉप-लॉस पर 10% नियम का उपयोग करके और नुकसान को रोकने के लिए। जब 10% स्टॉप लॉस का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, स्टॉप-लॉस पद्धति दिन के व्यापारियों को नुकसान को रोकने में मदद करती है जब वे एक बुरा निर्णय लेते हैं और बाजार के रुझान उनके खिलाफ होते हैं।
जब स्टॉक का ट्रेंड पसंद के खिलाफ जाता है तो एक निश्चित समय पर ट्रांजैक्शन को ऑटोमैटिक रूप से समाप्त करके अतिरिक्त नुकसान को रोकने के लिए स्टॉप-लॉस मेथड का उपयोग किया जाता है। यह एक शानदार समाधान है और डे ट्रेडर्स के व्यापारियों के लिए व्यक्तिगत प्राथमिकता है जो कीमतों में गिरावट के बाद पैसे खोने से रोकना चाहते हैं। स्टॉप-लॉस ऑर्डर अक्सर स्विंग लो और हाई ऑर्डर के साथ आगे के नुकसान को रोकने के लिए उपयोग किए जाते हैं, क्योंकि वे खतरनाक होते हैं और इसके परिणामस्वरूप सामान्य से अधिक नुकसान हो सकता है।
बाजार में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 5 सालों के निचले स्तर पर, मंदी और नए मार्जिन नियमों की मार से लगा झटका
23 लिस्टेड ब्रोकरेज में से 18 सालाना आधार पर घाटे इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम में है। इनमें 5Paisa Capital, ICICI Securities और Emkay Global Financial Services में 26-28 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है
बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच जून में NSE पर एवरेज डेली टर्नओवर में 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है
CHIRANJIVI CHAKRABORTY
घरेलू इक्विटी मार्केट में अब तक की जोरदार रैली के एक ग्रोथ इंजन में शायद अब ईंधन खत्म इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम हो रहा है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी काल के बाद की तेजी में रिटेल निवेशकों का सबसे ज्यादा योगदान रहा था। अब बाजार में इनकी हिस्सेदारी कम होती नजर आ रही है। एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 31 मई 2022 तक कैश मार्केट वॉल्यूम में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 34.7 फीसदी पर आ गई है। जो कि पिछले 5 साल का सबसे निचला स्तर है।
बाजार जानकारों का कहना है कि जून के आंकड़ों में अभी इसमें और गिरावट की उम्मीद है। बताते चलें कि बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच जून में NSE पर एवरेज डेली टर्नओवर में 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इसी तरह 2022-23 में अब तक एनएसई पर कैपिटल मार्केट में इंडिविजुअल इनवेस्टरों की हिस्सेदारी सिमटकर 37 फीसदी पर आ गई है जो 2016-17 के बाद का सबसे निचला स्तर है। पिछले कुछ महीनों से बाजार में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी लगातार इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम घट रही है। इसकी संभावित वजह इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम कड़े किए जाना, स्मॉल और मिडकैप स्पेस में छाई मंदी और ऑफिसों के फिर से खुलने की वजह से ट्रेडिंग के लिए समय ना मिल पाना हो सकती है।
Intraday Trading 7 Golden Rules in Hindi
Intraday Trading शेयर मार्केट एक ऐसा हिस्सा है जो सही से करोगे तो आपको एक ही दिन में बड़ी मुनाफ़ा करके भी दे सकता है। अगर सही तरीके से नहीं करोगे तो बड़ा नुकशान भी हो चकता हैं। आज हम बताएँगे Intraday Trading 7 Golden Rules ये आपको ट्रेडिंग में मुनाफा कमाई करने में मदद करेगी। और साथ ही नुकसान होने से भी बचायेगा। आइए जानते ट्रेडिंग का Intraday Trading का Golden Rules जिसको आपको फॉलो करना हैं:-
Intraday Trading 7 Golden Rules in Hindi
- लिक्विडिटी Stock में ट्रेडिंग:-
आपको सबसे पहले लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करना हैं। लिक्विडिटी Stock का मतलब जिसका खरीद और बेच रेंज पर ज्यादा फर्क नहीं है। जिस शेयर का बहुत सारे Buyer और Seller मजूद हैं। आपको वो स्टॉक खोजना जिसमे लिक्विडिटी बहुत ज्यादा है और उस स्टॉक पर कही ना कही किसी तरह की ऊपर या नीचे का चाल बन रही हैं। आपको एसी स्टॉक पर ट्रेडिंग करना हैं।
खड़े हुवे, buy और sell कम होना Stock से आपको दूर रहना हैं। Intraday Trading का सबसे पहला रूल स्टॉक ऊपर या नीचे हिलेगा तभी कुछ कमाई होगा। इसलिए आपको हाई लिक्विडिटी Stock में ट्रेडिंग करना चाहिए।
कोई भी Trading करने से पहले आपको ये जरुर ध्यान रखना चाहिए की हमेशा छोटी मात्रा में Trading करना हैं। आपके रिस्क के हिसाब से ट्रेडिंग करना चाहिए। उदाहरण के लिए कही बार हमें लगता है ABC स्टॉक ऊपर जानेवाला है उस समय ज्यादा लालस के कारण पैसा की मात्रा बड़ा देते है। जब भी आप लालस के कारण अपना पैसा की मात्रा बड़ा कर देते हो आपको नुकशान बहुत ज्यादा हो चकता हैं।
क्युकी जब आप मात्रा बड़ा लेते है तो वो स्टॉक जरुरी नहीं की आपके हिसाब से चलेगा कही बार ऊपर नीचे होगा। जैसे ही थोड़ा बहुत ऊपर नीचे होगा आपके पैसा की मात्रा ज्यादा होने के कारण नुकशान का साइज़ भी बड़ा होगा। जिससे आप घबड़ाहट में नुकशान में ट्रेडिंग से निकल जाओगे। इसलिए आपको हमेसा छोटा मात्रा में ही Trading करना चाहिए।
Intraday Trading का महत्पूर्ण Rules
- Stop Loss के साथ Intraday Trading:-
आपको हमेसा Stop Loss के साथ ट्रेडिंग करना हैं। इसके बिना आप बिल्कुल ट्रेड मत लीजिए। Stop Loss बहुत जरुरी है आपका नुकशान को कम करने के लिए। आपने जो भी ट्रेड लिए उसके साथ और एक Stop Loss का ट्रेड दोनों एक ही समय पर जाना चाहिए। ये Intraday Trading का सबसे बड़ा Golden Rule हैं।
सबसे पहले जितना आपने छोचा था, इतना प्रॉफिट आना चाहिए उतना मुनाफा आते ही आप उस दिन मार्केट से बाहर हो जाओं। अगर आप मार्केट को देखते रहेंगे तो आपको और मन करेगा ट्रेड लेने का जिससे जितना आपने कमाया उससे ज्यादा आपको नुकशान होगा।
ठीक उसी तरह उसका उल्टा आपका यदि पहला ट्रेड गलत हो गया हैं तब भी आप मार्केट से निकल जाओं। उस पैसे को उस दिन recover करने के लिए और बिल्कुल ट्रेड नहीं डालनी हैं। जिस दिन आपका पहले 1-2 घंटे के अन्दर नुकशान हो गया अगर आप मार्केट बंद होने तक recover करने के लिए ट्रेडिंग करते है। तो उससे बहुत ज्यादा आपको नुकसान होगा। क्युकी उस दिन हो चकता है आपका रणनीति और Stock Selection ठीक नहीं है।
आपको कभी भी Intraday Trading में नुकसान साइड पर Average नहीं करना है। मान लीजिए आपने एक स्टॉक ट्रेडिंग के लिए 500 रुपए पर खरीदा कुछ देर बाद उस स्टॉक प्राइस 450 हो गया। फिर आपने छोचा और खरीद्के Average किया जाए। लेकिन आपको कभी भी नुकसान साइड पर Average नहीं करना हैं।
अगर आपको प्रॉफिट हो रहा है तो आप उस ट्रेड पर और खरीद सकते हैं. लेकिन कोई शेयर आपके दिशा पर नहीं जा रहा तो आपको बिल्कुल खरीदना नहीं चाहिए। सिर्फ अपना Stop Loss की तरफ देखना चाहिए अगर हित हो गया तो ट्रेड से निकल जाना हैं।
Trading करने से पहले Golden Rules जरुर जाने:-
- Trading के समय किसी के ना सुने:-
किसी के बातों में आकर आपको बिल्कुल ट्रेड नहीं लेना हैं। चाहे कितना भी बड़ा विश्लेशक हो आपको अपना विश्लेषण खुद करना चाहिए। आप अपना ट्रेड अपने हिसाब से लेना है। जरुरी नहीं की विश्लेशक का ट्रेड सही हो, गलत भी हो चकता हैं। आपको अपना Discipline में ही कायम रहना हैं और Trading के समय किसी के बात को नहीं चुननी हैं।
Intraday Trading में कोई भी दिन स्वतंत्र नहीं है पिछले दिन से जुड़ा हुआ होता हैं। जब भी आप ट्रेडिंग करोगे पिछले दिन के Support, Resistant, behavior आज पे जरुर असर डालेगा। उस स्टॉक ने जो कल किया था उसका छाया, behavior आज जरुर नजर आएगी। आपको पिछले दिन के Chart को जरुर देखना है उसके बाद ही Trading करना हैं।
Intraday Trading 7 Golden Rules अगर आप दिमाग में रखते है बार बार लागू करके देखते हो। उसके बाद आपके लिए Intraday में पैसा कमाई करना आसान हो जायेगा और नुकसान होना बहुत कम हो जाएगा। ये 7 मंत्र आपको Intraday Trading में निश्चित रूप से नुकसान से बचाएगा और आपको मुनाफा की तरफ लेके जाएगा।
आशा करता हु Intraday Trading 7 Golden Rules in Hindi पोस्ट को पढ़के ट्रेडिंग करने का सही तरीका सीख गए होंगे। आप यदि इन रूल्स को फॉलो करेंगे Intraday Trading में आपको जरुर मुनाफा होगा। इससे से जुड़ी आपके मन में कोई सवाल है तो कमेंट में जरुर पूछे।
शेयर मार्केट से जुड़ी बाते बिस्तार से जानने के लिए और साथ ही महत्पूर्ण खबर के साथ अपडेट रहने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को पढ़ चकते हैं।
Intraday Trading क्या है? | इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदते और बेचते होंगे मतलब कि ट्रेडिंग का काम करते होंगे ट्रेडिंग कई तरह की होती है इनमे से एक इंट्राडे ट्रेडिंग होती है लेकिन क्या आपको पता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे होती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
Table of इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम Contents
Intraday ट्रेडिंग क्या होती है (What is Intraday Trading in Hindi)
जब कोई ट्रेडर शेयर मार्केट से शेयर्स को एक ही दिन में कम दाम में खरीद कर उसी दिन उसे ज्यादा दामों में बेच देता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है. मतलब कि शेयर मार्किट में एक ही दिन के अन्दर शेयर को कम दाम पर खरीद कर ज्यादा दाम पे बेच कर प्रॉफिट लेने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट एकाउंट की जरूरत नही पड़ती है इसके लिए सिर्फ आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे?
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको Trading Account की जरुरत होती है क्योंकि आप बिना ट्रेडिंग अकाउंट के ट्रेडिंग नहीं कर सकते. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत नही होती है क्युकी इसमें आपको शेयर को होल्ड करके रखना नही होता है उसी दिन शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है, जब आपको शेयर्स को होल्ड कर रखना होता है तब डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है.
इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?
इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप 1 अगस्त के बिज़नस में देख सकते हैं आज एयरटेल में निवेश करने वाले काफी आगे जा चुके है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है, दरअसल आज के टाइम में एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है, जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी की तेजी आई है और ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना इंट्राडे या फिर डे ट्रेडर्स के लिए काफी जरूरी होता है.
एक्सपर्ट का मानना ये है कि शेयर मार्केट का ज्यादातर बिज़नस इंट्राडे ट्रेडिंग का ही होता है लेकिन फिर भी सावधानी के साथ ही इस बिज़नस करना बहत जरूरी है शेयर्स को खरीदने से पहले आपको मार्केट के ट्रेंड के बारे में जानना जरूरी होता है आपको मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं क्युकी ऐसा करने से आपको ट्रेडिंग बिज़नस में नुकसान हो सकता है. शेयर खरीदने के पहले शेयर्स का मूल्य तय कर लेना है और पूरी जानकारी लेने के बाद ही शेयर्स को खरीदना है.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ती है?
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो इसमें आप किसी शेयर में जितनी भी रकम चाहे लगा सकते है शेयर मार्केट का एक रूल होता है कि इसमें जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसी दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के अनुसार जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद आपको पूरा पैसा देना होता है स्टार्टिंग में आपको शेयर के मूल्य का 30 फीसदी रकम का निवेश करना होता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स –
एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए आपको इन कुछ जरुरी बातो को ध्यान रखना है-
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको खरीदे गये शेयर्स को कभी होल्ड करके नही रखना है.
- जब भी आप शेयर्स को खरीदे तो कभी भी एक ही शेयर पर बार बार ट्रेडिंग न करे .
- अगर किसी दिन आपको ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा हो तो उस दिन को लकी डे समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग नही करना है.
- कभी भी आपको ट्रेडिंग में एक साथ ज्यादा पैसा नही लगाना है.
- अगर आप ट्रेडिंग का काम करते है तो कभी भी किसी भी व्यक्ति की सलाह लेकर ट्रेडिंग न करे अपना खुद का रिसर्च करने के बाद ही ट्रेडिंग करे.
- अगर कोई कंपनी बंद है तो उसके शेयर्स न खरीदे, मतलब कि बंद हुई कंपनी के शेयर्स आपको नही खरीदना है.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Intraday Trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (Intraday Trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है उनके साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.
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