इस पद के लिए उम्मीदवारों के पास "कॉर्पोरेट गवर्नेंस को मजबूत करने का ट्रैक रिकॉर्ड" होना चाहिए ।
इसके साथ ही 25 साल का एक्सपीरियंस भी होना चाहिए।
इस पद का कार्यकाल 5 साल रखा गया है।

Indian Stock markets closed with a fall of 2 Percent expected to improve in the next week

Stock Market Holiday: मुहर्रम पर एनएसई और बीएसई में छुट्टी, जानिए अगस्त में कितने दिन बंद रहेंगे शेयर बाजार

Stock Market Holiday आज पूरे दिन शेयर बाजार में इक्विटी सेगमेंट में कोई कारोबार नहीं होगा। कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो सुबह के सत्र में सुबह 900 बजे से शाम 500 बजे तक कारोबार नहीं होगा लेकिन शाम के सत्र में यह खुला रहेगा।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मुहर्रम (Muharram) के चलते आज शेयर बाजार (Stock Market) बंद रहेंगे और बाजार में कोई कारोबारी गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार मंगलवार, 9 अगस्त 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।

बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट bseindia.com पर उपलब्ध 2022 की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार में इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई कारोबारी गतिविधि नहीं होगी। करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी। कमोडिटी सेक्टर में सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक ट्रेडिंग नहीं होगी। शाम पांच बजे के बाद बाजार खुला रहेगा।

अगस्त में इतने दिन बंद रहेंगे बाजार

बता दें कि अगस्त 2022 में शेयर बाजार में कई छुट्टियां पड़ रही हैं। मुहर्रम उनमें से एक है। अगस्त 2022 में पड़ने वाली अन्य दो छुट्टियां स्वतंत्रता दिवस और गणेश चतुर्थी हैं। इसका मतलब यह हुआ कि एनएसई और बीएसई में ट्रेडिंग क्रमशः 15 अगस्त 2022 और 31 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस और गणेश चतुर्थी के कारण बाजार में कारोबार नहीं होगा। 15 अगस्त और 31 अगस्त 2022 को, इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और SLB सेगमेंट में कोई ट्रेडिंग गतिविधि नहीं होगी। कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग 15 अगस्त 2022 को सुबह और शाम दोनों पाली में बंद रहेगी, जबकि 31 अगस्त 2022 को कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग सुबह के सत्र में ही बंद रहेगी।

Indian stock market closed with loss of 2 percent

आईपीओ: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मेगा आईपीओ में हो सकती है देरी, ग्रे मार्केट में वैल्यूएशन 10 प्रतिशत घटा

पिछले तीन सालों से अटका है एनएसई का आईपीओ - Dainik Bhaskar

निवेशकों से मिली जानकारी के मुताबिक अनलिस्टेड मार्केट में एनएसई के शेयरों की कीमत 950 रुपए के भाव पर कारोबार कर रहे हैं। इस तरह से इसका वैल्यूएशन 50,000 करोड़ रुपए लगाया गया है। इसके पहले अप्रैल में यह शेयर 1,050 रुपए पर कारोबार कर रहा था। कई घरेलू और विदेशी निवेशकों ने हाल के महीनों में एनएसई के शेयर को 1,200 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीदा है। इस भाव पर इसका वैल्यूएशन 60,000 करोड़ रुपए आंका गया है।

विश्लेषकों के मुताबिक ढेर सारे ब्लू चिप स्टॉक्स के वैल्यूएशन में इसलिए गिरावट आई है क्योंकि बाजार में आईपीओ की समय सीमा को लेकर बड़े पैमाने पर अनिश्चितता बनी हुई है। साथ ही मार्केट का सेंटीमेंट भी इस समय ठीक नहीं है। इस तरह की ज्यादा मांग संस्थागत और अल्ट्रा एचएनआई ग्राहकों से आती है, पर यह मांग अभी सुस्त है। एनएसई के वैल्यूएशन में कमी की दूसरी वजह सेकेंडरी मार्केट में लगातार गिरावट भी है। बेंचमार्क सेंसेक्स इस साल में अब तक 24 प्रतिशत गिरा है। यह इसलिए क्योंकि निवेशकों ने सुरक्षित रास्ता अपनाया है और साथ ही कोविड-19 की महामारी और लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियां ठप हैं।

The National Stock Exchange (NSE) of India: भारत के टॉप एक्सचेंज एनएसई ने प्रशासन की संदिग्ध खामियों के बीच नए चीफ के लिए आवेदन मांगी है

The National Stock Exchange (NSE) of India: देश के सबसे बड़े शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने शुक्रवार को एक नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी की तलाश शुरू की, यूक्रेन-रूस के बीच च रहे युद्ध के दौरान प्रशासन में चूक के आरोप लगातार जारी है, जिसके कारण आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में काफी देरी हुई है। बाजार नियामक ने पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण को दंडित करने के बाद यह प्रयास किया, एक अखबार के विज्ञापन में, एनएसई ने निर्दिष्ट किया नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कि उम्मीदवारों के पास "कॉर्पोरेट गवर्नेंस को मजबूत करने का ट्रैक रिकॉर्ड" और कम से कम 25 साल का अनुभव होना चाहिए।इसके वर्तमान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुख्य कार्यकारी, विक्रम लिमये, जुलाई में अपना पांच साल का कार्यकाल समाप्त करने के लिए तैयार हैं।General awareness Ebook Free PDF: डाउनलोड करें

बाजार नियामक ने पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण कौन है-

चित्रा रामकृष्ण अधिकारियों के एक समूह में से थी, जिन्होंने 1990 के दशक की शुरुआत में एनएसई को अधिक स्थापित बीएसई लिमिटेड के लिए एक चुनौती के रूप में शुरू किया, जिसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के रूप में जाना जाता था। चित्रा ने 2009 में NSE का संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया और 2013 में CEO के रूप में उन्होंने पदोन्नत किया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी व सीईओ विक्रम लिमाए (Vikram Limaye) अब तक इस पद पर बने हुए हैं। इससे पहले विक्रम आईडीएफसी के मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं। विक्रम ने चित्रा रामकृष्णा के इस्तीफे के बाद 2017 में इस पद को संभाला था, अब जुलाई 2022 में इनका 5 साल का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है, और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी व सीईओ के पद के लिए आवेदन मांगे हैं ।
Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे

NSE Scam:नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व अधिकारी आनंद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज सुब्रमण्यम गिरफ्तार

NSE Scam:नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम गिरफ्तार

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (GOO) आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramanian) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 2018 में एक्सचेंज में हेराफेरी के मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है.

सीबीआई ने इससे पहले 21 फरवरी को पूछताछ खत्म करते हुए सुब्रमण्यम से तीन दिन तक पूछताछ की थी. वह पूर्व एमडी-सीईओ चित्रा रामकृष्ण और पूर्व सीईओ रवि नारायण से पहले ही पूछताछ कर चुकी है. रामकृष्ण से जहां पिछले शुक्रवार को पूछताछ हुई थी, वहीं नारायण से पिछले शनिवार को पूछताछ की गई थी.

सुब्रमण्यम की नियुक्ति में एक 'योगी' ने उनका मार्गदर्शन किया

इस हफ्ते की शुरुआत में सीबीआई की एक टीम ने मुंबई में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) कार्यालय का भी दौरा किया और मामले से संबंधित पेपर इकठ्ठा किए.

दो हफ्ते पहले एक आदेश में सेबी ने रामकृष्ण और कुछ अन्य को सुब्रमण्यम को GOO और MD के सलाहकार के रूप में नियुक्ति में सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रूल का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए दंडित किया था. सेबी ने कहा कि सुब्रमण्यम की नियुक्ति में एक 'योगी' ने उनका मार्गदर्शन किया था.

सीबीआई के अनुसार पूछताछ सेबी की एक रिपोर्ट के आधार पर की जा रही थी, जिसमें कहा गया था कि रामकृष्ण एक "हिमालयी योगी" के साथ गोपनीय एनएसई जानकारी शेयर कर रहे थे और उन्हें नियमों के उल्लंघन में सुब्रमण्यम की नियुक्ति के लिए प्रेरित किया था.

सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली स्थित ओपीजी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और प्रमोटर संजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था. सीबीआई के अनुसार, 2010 और 2014 के बीच संजय गुप्ता ने एनएसई के अज्ञात अधिकारियों के साथ आपराधिक साजिश में एनएसई सर्वर आर्किटेक्चर का दुरुपयोग किया और यहां तक ​​कि सेबी के अधिकारियों को रिश्वत भी दी.

रेटिंग: 4.37
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 658