भारत में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्टे तानो कॉउमे ने कहा कि, "भारत की अर्थव्यवस्था बिगड़ते बाहरी वातावरण के प्रति उल्लेखनीय रूप से लचीली रही है, और मजबूत व्यष्टि अर्थशास्त्र की मौलिक अवधारणाओं ने इसे अन्य उभरती बाजार अर्थव्यवस्था ओं विश्वसनीय प्रबंधित विदेशी मुद्रा खाते की तुलना में अच्छी स्थिति में रखा है।" उन्होंने कहा कि "हालांकि, प्रतिकूल वैश्विक घटनाएं जारी रहने के कारण निरंतर सतर्कता की आवश्यकता है।"

एमपीओ एस

आसानी से रखे जा सकने वाले वायरलेस मोबाइल टाइप एमपीओएस यंत्र व्‍यापारियों को एक न्‍यूनतम वार्षिक शुल्‍क पर प्रदान किये जाएंगे जो त्रैमासिक अंतराल पर देय होगी और जिसका लेन-देन से समायोजन/ प्रतिपूर्ति की जा सकेगी।)

  • जब व्‍यापारी (ग्राहक) एयरपे लीड सिस्‍टम पर पंजीकृत कर दिया जाता है तो व्‍यापारी की जानकारी को एयरपे के कॉल सेंटर द्वारा प्राप्‍त कर लिया जाता है।
  • एयरपे के कॉल सेंटर के प्रतिनिधि व्यापारी को फोन करेंगे और उनको उत्‍पाद तथा उनके द्वारा वहन किये जाने वाले प्रभारों (अग्रिम + लेन देन) और एयरपे को आवश्‍यक सभी दस्‍तावेज़ों के बारे में समझाएंगे। दस्‍तावेजों के भाग के रूप में एयरपे का प्रतिनिधि व्यापारी से एक ईसीएस जनादेश फॉर्म भी एकत्र करेगा।
  • एयरपे का प्रतिनिधि व्‍यापारी को पीओएस मशीन देने में लगाने वाले दिनों की संख्‍या भी बताएगा।
  • एक सर्वोत्‍कृष्‍ट उपाय के रूप में प्रतिनिधि एयरपे व्यापारी से पूर्ण वर्ष की फीस का भुगतान करने का भी अनुरोध करेगा। प्रतिनिधि एयरपे व्यापारी को 2 भागों में या 4 भागों में भुगतान करने की अनुमति दे सकता है।
  • एयरपे के कॉल सेंटर के प्रतिनिधि व्यापारी को अग्रिम शुल्क लेने के लिए निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध कराएंगे:
  • ऑनलाइन लिंक को ईमेल या उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के रूप में भेजा जाता है। इस भुगतान के लिए मर्चेंट क्रेडिट कार्ड/ नेट बैंकिंग/ डेबिट कार्ड का उपयोग कर सकता है।
  • नकद जमा व्‍यापारी किसी भी एयरपे – के रिटेल पार्टनर पर नकद जमा कर सकते हैं जो मोबाइल टॉपअप रिचार्ज करता हो।
  • चेक – जब एयरपे के प्रतिनिधि द्वारा डिवाइस वितरित किया जाता है तो शाखा में जमाकर्ता के नाम के साथ व्‍यापारी और संपर्क विवरण के साथ जमाराशि की जांच करें और संग्रह करें।
  • एयरपे का स्थानीय प्रतिनिधि उपकरण व्यापारी को वितरित करेगा। वह एक डेमो प्रदान करेगा और व्यापारी से हस्ताक्षर किया हुआ चालान प्राप्त करेगा।
  • लेनदेन शुरू होने के बाद, एयरपे व्यापारी रुपे और वीसा से सभी पैसे एकत्र करेगा और टी+2 कार्यदिवसों के भीतर व्यापारी के चालू खाते में जमा करेगा।
  • मर्चेंट अकाउंट में पैसे जमा करने से पहले एयरपे अपने लेनदेन शुल्क को विश्वसनीय प्रबंधित विदेशी मुद्रा खाते काट लेगा।
  • यदि व्यापारी ने छमाही या तिमाही रूप से अग्रिम फीस का भुगतान किया है, तो एयरपे व्यापारी की लेनदेन भुगतान राशि से अगली छमाही/ / तिमाही शुल्क घटाएगा।
  • यदि व्यापारी भुगतान राशि अग्रिम शुल्क से कम है, तो एयरपे ईसीएस जनादेश का उपयोग करते हुए मर्चेंट के चालू खाते से इसे काट लेगा।

व्यापारियों (ग्राहकों) के लिए लाभ:

  • शीघ्र भुगतान और नकद प्रबंधक : कार्ड के माध्‍यम से भुगतान विश्वसनीय प्रबंधित विदेशी मुद्रा खाते स्‍वीकार करने पर बिक्री प्रक्रिया को आपके खाते में लेनदेन चक्र के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमा कर दिया जाता है।
  • संसाधनों और गुणवत्तापूर्ण समय की बचत:
    हमारी अधिग्रहण सेवाओं के परिणामस्‍वरूप कम नकदी लेनदेन होता है और नकदी को बार-बार गिनने व उसके भंडारण में लगने वाले आपके प्रयासों व संसाधनों की बचत होती है। इससे व्यापारी को अपने व्यापार को प्रबंधित करने और बढ़ाने व उसमें अधिक समय बिताने और जैसी महत्वपूर्ण चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलता है।
  • ग्राहक का लगाव और बढ़ी हुई बिक्री की मात्रा:
    कार्ड के माध्यम से भुगतान करने की सुविधा ग्राहकों को अधिक खर्च करने के लिए प्रोत्साहित करती है क्योंकि उन्हें हाथ में नकदी नहीं दी जाती है। यह ग्राहक न केवल लगाव में परिणाम देता है बल्कि उच्च-मार्जिन उत्पादों की बढ़ी हुई खरीदारी के साथ-साथ विशेष आइटम भी देता है।
  • ग्राहक की खुशी:
    क्रेडिट, डेबिट या प्रीपेड कार्ड के माध्यम से भुगतान करने की सुविधा प्राप्त करने से ग्राहकों को खुशी मिल सकती है।
  • मजबूत प्रणाली:
    हमारे मजबूत व्यापारिक सेवाओं का अधिग्रहण नेटवर्क आउटेज और पीओएस टर्मिनल खराब होने पर त्वरित प्रतिक्रिया और विश्वसनीय समर्थन प्रदान करता है। इससे डाउनटाइम कम होता है। इस प्रकार उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ जाती है।

RBI Update: रुपये को गिरने से बचाने के लिए आरबीआई ने अपने विदेशी मुद्रा कोष से बेच डाले 2 अरब डॉलर, जानें क्यों?

By: ABP Live | Updated at : 03 Mar 2022 03:05 PM (IST)

RBI Sell Dollars: रूस यूक्रेन युद्ध के चलते दुनियाभर के करेंसी में कमजोरी देखी जा रही है जिससे भारतीय करेंसी रुपया भी अछूता नहीं है. रुपये को गिरने से बचाने के लिए आरबीआई ने बड़ा फैसला उठाते हुए 2 बिलियन डॉलर अपने विदेशी मुद्रा कोष से बेचा है.

आरबीआई ने बेचा डॉलर
वैश्विक तनाव और कच्चे तेल के दामों में भारी उछाल के चलते करेंसी पर दबाव है. रुपये को कमजोर होने से बचाने के लिए आरबीआई ने डॉलर बेचने को काम किया है. जिससे इंपोर्ट करने वाली कंपनियों को महंगा डॉलर ना खरीदना पड़े. कच्चे तेल के दाम आठ सालों के उच्चतम स्तर 115 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा है. महंगे कच्चे तेल के चलते देश में महंगाई बढ़ने का अंदेशा है. आपको बता दें जब आरबीआई डॉलर बेचने का काम करती है तो वो रुपया खरीदती है जिससे बाजार में उपलब्ध ज्यादा नगदी को कम किया जा सके. इससे बढ़ती कीमतों पर नकेल कसी जा सकती है.

क्या विदेशी मुद्रा को विदेशी रियल एस्टेट में विदेशी निवेश आकर्षित करेगा?

500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के मुताबिक, रियल एस्टेट क्षेत्र में नकद लेनदेन में तत्काल कमी होने की संभावना है। खरीदारों से अधिक वैध लेनदेन की ओर बढ़ने की संभावना है, इस प्रकार, समय की अवधि में संरचनात्मक प्रभाव पड़ता है अल्प अवधि के तहत तरलता का अनुबंध होगा और कीमतें अधिक आकर्षक हो जाएंगी अल्पकालिक लाभ के लिए निवेशकों के कम अवसर होंगे।

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RBI Update: रुपये को गिरने से बचाने के लिए आरबीआई ने अपने विदेशी मुद्रा कोष से बेच डाले 2 अरब डॉलर, जानें क्यों?

By: ABP Live | Updated at : 03 Mar 2022 03:05 PM (IST)

RBI Sell Dollars: रूस यूक्रेन युद्ध के चलते दुनियाभर के करेंसी में कमजोरी देखी जा रही है जिससे भारतीय करेंसी रुपया भी अछूता नहीं है. रुपये को गिरने से बचाने के लिए आरबीआई ने बड़ा फैसला उठाते हुए 2 बिलियन डॉलर अपने विदेशी मुद्रा कोष से बेचा है.

आरबीआई ने बेचा डॉलर
वैश्विक तनाव और कच्चे तेल के दामों में भारी उछाल के चलते करेंसी पर दबाव है. रुपये को कमजोर होने से बचाने के लिए आरबीआई ने डॉलर बेचने को काम किया है. जिससे इंपोर्ट करने वाली कंपनियों को महंगा डॉलर ना खरीदना पड़े. कच्चे तेल के दाम आठ सालों के उच्चतम स्तर 115 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा है. महंगे कच्चे तेल विश्वसनीय प्रबंधित विदेशी मुद्रा खाते के चलते देश में महंगाई बढ़ने का अंदेशा है. आपको बता दें जब आरबीआई डॉलर बेचने का काम करती है तो वो रुपया खरीदती है जिससे बाजार में उपलब्ध ज्यादा नगदी को कम किया जा सके. इससे बढ़ती कीमतों पर नकेल कसी जा सकती है.

वैश्विक प्रतिकूलताओं के मार्गदर्शन के लिए भारत अन्य प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बेहतर स्थिति में: विश्व बैंक की नई रिपोर्ट

नई दिल्ली, 06 दिसंबर 2022 - विश्व बैंक ने अपने प्रमुख प्रकाशन, इंडिया डेवलपमेंट अपडेट अपडेट (भारतीय विकास अद्यतन) के नवीनतम संस्करण में कहा है कि चुनौतीपूर्ण वाह्य वातावरण के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था ने लचीलेपन का प्रदर्शन किया है। "नेविगेटिंग द स्टॉर्म" शीर्षक वाली रिपोर्ट में निष्कर्ष है कि जहां बिगड़ते बाहरी वातावरण का भार भारत की विकास संभावनाओं पर पड़ेगा, वहीं अधिकांश अन्य उभरते बाजारों की तुलना में अर्थव्यवस्था वैश्विक हालात से निपटने के लिए अपेक्षाकृत अच्छी स्थिति में है।

कड़े वैश्विक मौद्रिक नीति चक्र के प्रभाव, धीमी वैश्विक वृद्धि और वस्तुओं की बढ़ी हुई कीमतों का अर्थ होगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2021-22 के मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 में कम वृद्धि करेगी। इन चुनौतियों के बावजूद, अपडेट उम्मीद जताता है कि मजबूत घरेलू मांग के कारण भारत सकल घरेलू उत्पाद में मजबूत वृद्धि दर्ज करेगा और दुनिया में तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहेगा।

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