3.सरकारी लेखांकन (Government accounting)-सरकारी लेखांकन, सरकार अपने आय और व्यय का हिसाब-किताब रखने के लिए जो लेखांकन प्रणाली अपनाती है उसे सरकारी या राजकीय लेखांकन कहा जाता है। सरकार अपने आय व्यय के लिए बजट बनाती हैं तथा उसके अनुसार कार्य करती है।

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लेखांकन के प्रकार या शाखाएं | Branches of Accounting In Hindi

एक व्यापारी के पास कितना भी पैसा क्यों न हों वह तभी एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन सकता है। जब वह लेखांकन का इस्तेमाल करता जानता हो, उसे यह ज्ञात हो कि लेखांकन कितने प्रकार के होते हैं और इसको इस्तेमाल खाता कितने प्रकार के होते हैं करने से क्या-क्या लाभ होंगे । आज के इस पोस्ट में मैं इन सभी टॉपिक पर बात करूँगा ।

व्यवसाय में कई प्रकार के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अलग-अलग प्रकार की लेख पद्धति विकसित हुई है। इन्हें ही लेखांकन के प्रकार या लेखांकन की शाखाएं कहां जाता है। लेखन के प्रकार मुख्य रूप से तीन है जो नीचे इस प्रकार से दिए गए हैं-
1. वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)
2.प्रबंध लेखांकन (Management Accounting)
3.लागत लेखांकन (Cost Accounting)

1.वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)-वित्तीय लेखांकन वह लेखांकन होता है जिसके अंतर्गत वित्तीय प्रकृति वाले सौदों ( लेन-देन) का लेखा किया जाता है। इन लेखों के आधार पर ही लाभ-हानि खाता (P&L A/C), आय विवरण खाता तथा तुलन पत्र (Balance Sheet) को तैयार किया जाता है।
इस प्रकार से वित्तीय लेखांकन के निम्नलिखित कार्य होते हैं –
1. संस्था से संबंधित लेनदेन को उपर्युक्त बही में लिखना।
2. आय विवरण खाता, लाभ हानि खाता तथा आर्थिक चिट्ठा बनाना।
3. एक निश्चित अवधि के व्यावसायिक परिणामों से व्यवसाय के स्वामी या संबंधित पक्षकारों को अवगत कराना।

लेखांकन की अन्य प्रकार तथा शाखाएं

1. मानव संसाधन लेखांकन (HRA)
2. कर लेखांकन (Tax accounting)
3. सरकारी लेखांकन (Government accounting)
4. सामाजिक लेखांकन (Social accounting)

1.मानव संसाधन लेखांकन (Human Resources Accounting)-लेखांकन जगत में मानव शक्ति के मूल्यांकन तथा लेखों में दर्ज कर वित्तीय परिणामों को प्रदर्शित करने की एक नई प्रणाली विकसित होने लगी है। जिससे ‘मानव संसाधन लेखांकन’ कहा जाता है। इसे शॉर्ट फॉर्म में HRA के नाम से जाना जाता है ।
अमेरिकन अकाउंटिंग एसोसिएशन समिति के अनुसार- “मानव संसाधन लेखांकन मानव साधनों को पहचानने, इनका आंकड़ा में मापन करने और इस सूचना को संबंधित पक्षो तक संवाहित करने खाता कितने प्रकार के होते हैं की प्रक्रिया है ।

2.कर लेखांकन (Tax accounting)-कर लेखांकन, आय (income) पर सही-सही कर की गणना करने हेतु जो लेखांकन प्रयोग किया जाता है उसे कर लेखांकन कहते हैं ।जैसे – संपदा कर,विक्री कर,उपहार कर तथा मृत्यु कर आदि ।

लेखांकन के प्रकार या शाखाएं | Branches of Accounting In Hindi

एक व्यापारी के पास कितना भी पैसा क्यों न हों वह तभी एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन सकता है। जब वह लेखांकन का इस्तेमाल करता जानता हो, उसे यह ज्ञात हो कि लेखांकन कितने प्रकार के होते हैं और इसको इस्तेमाल करने से क्या-क्या लाभ होंगे । आज के इस पोस्ट में मैं इन सभी टॉपिक पर बात करूँगा ।

व्यवसाय में कई प्रकार के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अलग-अलग प्रकार की लेख पद्धति विकसित हुई है। इन्हें ही लेखांकन के प्रकार या लेखांकन की शाखाएं कहां जाता है। लेखन के प्रकार मुख्य रूप से तीन है जो नीचे इस प्रकार से दिए गए हैं-
1. वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)
2.प्रबंध लेखांकन (Management Accounting)
3.लागत लेखांकन (Cost Accounting)

1.वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)-वित्तीय लेखांकन वह लेखांकन होता है जिसके अंतर्गत वित्तीय प्रकृति वाले सौदों ( लेन-देन) का लेखा किया जाता है। इन लेखों के आधार पर ही लाभ-हानि खाता (P&L A/C), आय विवरण खाता तथा तुलन पत्र (Balance Sheet) को तैयार किया जाता है।
इस प्रकार से वित्तीय लेखांकन के निम्नलिखित कार्य होते हैं –
1. संस्था से संबंधित लेनदेन को उपर्युक्त बही में लिखना।
2. आय विवरण खाता, लाभ हानि खाता तथा आर्थिक चिट्ठा बनाना।
3. एक निश्चित अवधि के व्यावसायिक परिणामों से व्यवसाय के स्वामी या संबंधित पक्षकारों को अवगत कराना।

लेखांकन की अन्य प्रकार तथा शाखाएं

1. मानव संसाधन लेखांकन (HRA)
2. कर खाता कितने प्रकार के होते हैं लेखांकन (Tax accounting)
3. सरकारी लेखांकन (Government accounting)
4. सामाजिक लेखांकन (Social accounting)

1.मानव संसाधन लेखांकन (Human Resources Accounting)-लेखांकन जगत में मानव शक्ति के मूल्यांकन तथा लेखों में दर्ज कर वित्तीय परिणामों को प्रदर्शित करने की एक नई प्रणाली विकसित होने लगी है। जिससे ‘मानव संसाधन लेखांकन’ कहा जाता है। इसे शॉर्ट फॉर्म में HRA के नाम से जाना जाता है ।
अमेरिकन अकाउंटिंग एसोसिएशन समिति के अनुसार- “मानव संसाधन लेखांकन मानव साधनों को पहचानने, इनका आंकड़ा में मापन करने और इस सूचना को संबंधित पक्षो तक संवाहित करने की प्रक्रिया है ।

2.कर लेखांकन (Tax accounting)-कर लेखांकन, आय (income) पर सही-सही कर की गणना करने खाता कितने प्रकार के होते हैं हेतु जो लेखांकन प्रयोग किया जाता है उसे कर लेखांकन कहते हैं ।जैसे – संपदा कर,विक्री कर,उपहार कर तथा मृत्यु कर आदि ।

एनपीएस अकाउंट कितने तरह के होते हैं?

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टियर 1 अकाउंट
एनपीएस स्‍कीम के तहत इस अकाउंट को खुलवाना अनिवार्य है. इस अकाउंट में जो भी रकम जमा कर रहे हैं, उसे वक्त से पहले यानी रिटायरमेंट तक नहीं निकाल सकते हैं. जब आप स्कीम से बाहर जाएंगे, तब ही इसकी रकम आप निकाल सकते हैं. दूसरे शब्‍दों में कहें तो इस अकाउंट से मैच्‍योरिटी से पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता है.

टियर 2 अकाउंट
कोई भी टियर 1 अकाउंट होल्डर इस अकाउंट को खोल सकता है और अपनी इच्छा से इसमें पैसा जमा कर सकता है और निकाल भी सकता है. यह अकाउंट सभी के लिए अनिवार्य नहीं है. यह आपकी इच्छा पर निर्भर है.

दोनों खातों के लिए होता है एक पीआरएएन
दोनों खातों के लिए एक ही पीआरएएन होता है. ये दोनों अकाउंट एक पीआरएएन से लिंक होते हैं.

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रेगुलर सेविंग्स अकाउंट
न्यूनतम बैलेंस : पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट के उलट यह खाता जीरो बैलेंस के साथ खुलवाया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट खुलवाने के लिए कम से कम 20 रुपये की जरूरत होती है. इसके अलावा रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस मेनटेन करने की जरूरत नहीं है. 10 साल से ज्यादा की उम्र का कोर्इ भी व्यक्ति केवार्इसी के साथ इस खाते को खुलवा सकता है. इस खाते में आप जितनी बार चाहें पैसा जमा कर सकते हैं. इसमें से पैसे निकालने के लिए भी कोर्इ बंदिश नहीं है.

ऐसे करें ऑनलाइन अप्लाई –

  • सबसे पहले आपको SBI की इस आधिकारिक वेबसाइट पर आना होता हैं।
  • इसके बाद आपको इसमें किस प्रकार का खाता खोलना हैं उसका चुनाव करना हैं जैसे बचत खाता, चालू खाता इतियादी।
  • उसके बाद आपको इस जो अकाउंट खोलना हैं उसके साथ खाता कितने प्रकार के होते हैं ही Apply Now का आप्शन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करेंगे तो आप एक नए पेज पर चले जायेंगे।
  • इस पेज पर आने के बाद आपको SBI की एप्लीकेशन का लिंक मिलेगा जिसकी मदद से आपको उस एप्लीकेशन को डाउनलोड और इनस्टॉल करना होता हैं।
  • उसके बाद उसमे आपसे जो भी जानकारी मांगी जाती हैं उसको भरना होता हैं जैसे आपका नाम, पिता का नाम , पता, जन्म तारीख इतियादी।
  • उसके बाद इसमें आपसे कुछ दस्तावेज मांगे जाते हैं जिन्हें आपको अपलोड करना होता खाता कितने प्रकार के होते हैं हैं। उसके बाद सबमिट करते ही आपकी जानकारी आपके नजदीकी शाखा में चली जाती हैं।

SBI Offline Account Opening

SBI का ऑफलाइन खाता खोलने के लिए आपको अपने सभी जरुरी दस्तावेजों की फोटोकॉपी करवा कर खाता खोलने के फॉर्म को भर कर उसके साथ उन सभी दस्तावेजों को लगवाना होता हैं। उसके बाद उस फॉर्म और दस्तावेज को लेकर बैंक में जाना होता हैं।

बैंक में आपके सभी दस्तावेजों और फॉर्म की जांच होती हैं और उसके बाद फॉर्म को बैंक दुवारा ऑनलाइन भरा जाता हैं। फॉर्म सबमिट करने के 2 दिन बाद आपका खाता खुल जाता हैं और आपको बैंक खाते की डिटेल दे दी जाती हैं।

CSC के माध्यम से खोले खाता

ऑफलाइन के माध्यम से बैंक के अलावा CSC के माध्यम से खाते भी खोला खाता कितने प्रकार के होते हैं जा सकता हैं। इसके लिए आपको अपने दस्तावेज लेकर और खाता खोलने के लिए फॉर्म भर के CSC पर जा सकते हैं। वहा आपका आधार कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन खाता खोला जाता हैं तो इस बात का ख्याल करे की आप जब भी CSC जाए तो अपना आधार कार्ड हमेशा अपने साथ रखे।

खाते में कम से कम कितना पैसा रखना जरुरी हैं यह इस बात पर निर्भर करता खाता कितने प्रकार के होते हैं हैं की आप किस प्रकार का खाता खुलवाते हैं। खता 0 बैलेंस वाला भी खुलता हैं और 500 और 2000 वाला भी, यह आपके खाते पर निर्भर करता हैं।

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