श्रीलंका से क्रिकेट खेलकर लौटे खिलाड़ी को मेरठ में बनाया बंधक, ग्वालियर पुलिस ने कराया मुक्त
ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्वालियर के व्यापारी का बेटा क्रिकेट खेलने के लिए श्रीलंका गया था। उसे मेरठ का एक क्लब खिलवाने के लिए ले गया था। कुछ दिन पहले वह लौट आया, और मेरठ से ग्वालियर आने की तैयारी में था, तभी उसे साथियों ने ही बंधक बना लिया। उससे छह लाख रुपये की फिरौती मांगी, उसके पिता को काल किया। जब पिता के पास खिलाड़ी और व्यापारी काल आया तो सभी व्यापारी इकठ्ठे होकर एसएसपी अमित सांघी के पास पहुंचे। एसएसपी ने क्राइम ब्रांच को पड़ताल में लगाया, गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम हापुड़ से व्यापारी के बेटे को छुड़ा लाई। इस मामले में व्यापारी की ओर से कोई एफआइआर नहीं कराई गई है। जब बेटा घर लौट आया तो उसने अपने साथ हुई पूरी घटना भी बताई।
क्राइम ब्रांच प्रभारी संतोष यादव ने बताया कि दही मंडी के कपड़ा कारोबारी धनेश जैन का बेटा क्रिकेट खेलता है। वह मेरठ के एक क्रिकेट क्लब से जुड़ा हुआ है। कुछ दिन पहले बेटा ऋषभ जैन क्रिकेट खेलने के लिए गया था। उसे मेरठ का क्लब श्रीलंका ले गया। करीब दस दिन पहले वह श्रीलंका से लौट आया। इसके बाद मेरठ में उसके साथ क्रिकेट खेलने वाले कुछ साथी और इनके दोस्तों ने उससे रुपये ऐंठने शुरू कर दिए। उसके पास विदेशी करंसी थी, उसे ब्लैकमेल किया कि उसकी पुलिस से शिकायत कर देंगे। करंसी होने के चलते उस पर एफआइआर हो जाएगी। उसे डराकर काफी रुपये लिए, इसके बाद उसे बंधक बना लिया। इसके बाद ऋषभ के पिता को काल किया। काल कर छह लाख रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद व्यापारी अपने साथियों के साथ एसएसपी के पास पहुंचे।
आटोमोबाइल कारोबारी ने व्यापारी के 31 लाख हड़पेः शहर के व्यापारी अशोक गोयल के साथ आटोमोबाइल कारोबारी ने 31 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। कोतवाली थाना प्रभारी राजीव गुप्ता ने बताया कि अशोक गोयल निवासी दाल बाजार साहूकारी का कारोबार करते हैं। उनके पास 2018 में आटोमोबाइल कारोबारी छविराम धाकड़ और उनकी पत्नी पूनम सिंह धाकड़ आए थे। इन लोगों ने व्यापार के लिए 31 लाख रुपये उधार मांगे। अशोक ने इनके साथ अनुबंध पत्र बनवाया, जिसमें निर्धारित ब्याज की राशि, रकम के बदले गिरवी रखे गए 10 टेंपो के बारे में उल्लेख किया गया। अनुबंध के मुताबिक टेंपो विक्रय करने से पहले छविराम को अशोक की अनुमति लेनी होगी, लेकिन उसने न तो पैसा लौटाया और टेंपो भी बेच दिए। इसके चलते अशोक ने पुलिस अफसरों से शिकायत की। शिकायती आवेदन की जांच के बाद गुरुवार रात को कोतवाली थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की।
अमरीका की जानी-मानी बॉस्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्राइनर रूस की जेल से रिहा किये जाने के बाद स्वदेश खिलाड़ी और व्यापारी रवाना
अमरीका की जानी-मानी बॉस्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्राइनर रूस की जेल से रिहा किये जाने के बाद स्वदेश रवाना हो गई हैं। उनके बदले अमरीका ने रूस के शातिर हथियार व्यापारी विक्टर बाउट को रिहा करना स्वीकार कर लिया है। ग्राइनर दो बार की ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता टीम की सदस्य रही हैं। उन्हें फरवरी में मॉस्को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से नशीला पदार्थ केनेबिस मिला था।
सूरत के हीरा व्यापारी ने ओलंपिक पदक जीतने पर महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों के लिए कार और घर का वादा किया
सूरत के उस हीरा व्यापारी को याद करें जो लगभग हर साल अपने कर्मचारियों को Diwali बोनस के रूप में सैकड़ों कारें उपहार में देता है? खैर, वह वापस आ गया है और इस बार उसने भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए पुरस्कार की घोषणा की है यदि वे 2020 ओलंपिक में पदक जीतती हैं जो वर्तमान में टोक्यो, जापान में हो रहा है।
Hari Krishna Group के Savji Dholakia ने घोषणा की कि वे महिला हॉकी टीम के सदस्यों को 11 लाख रुपये की नई कार या नया घर देंगे। Dholakia ने कहा कि उन्होंने पदक जीतने पर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए उपहारों और पुरस्कारों की घोषणा की है। अगर खिलाड़ी के पास पहले से ही एक घर है, तो Dholakia इसके बदले 5 लाख रुपये की एक नई कार गिफ्ट करेंगे।
“हमारी लड़कियां टोक्यो 2020 में हर कदम के साथ इतिहास रच रही हैं। हम पहली बार ऑस्ट्रेलिया को हराकर ओलंपिक के सेमीफाइनल में हैं। मैं Mirabai Chanu से प्रेरित थी और मैंने देखा कि कैसे हमारे देश की महिलाएं बड़ी छलांग लगा रही हैं। Chanu एक साधारण घर में रहती है लेकिन उसने मेडल जीत लिया। मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि जिनके पास घर नहीं है उन्हें 11 लाख रुपये और जिनके पास कार नहीं है उन्हें पांच लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाए। मैं आज के मैच के लिए हमारी महिला हॉकी टीम के सदस्यों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह घोषणा कर रहा हूं।”
भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक में अपना पहला सेमीफाइनल खेलेगी। उन्होंने शीर्ष टीम ऑस्ट्रेलिया को हराकर क्वार्टर फाइनल में 1-0 से जीत दर्ज की है। भारत कल सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से हार गया था। हालांकि टीम अभी भी खेल में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक के लिए आशान्वित है।
Dholakia ने कर्मचारियों की सराहना के लिए गिफ्ट की कारें
सालों से Dholakia अपनी कंपनी के कर्मचारियों को वाहन गिफ्ट करते आ रहे हैं। वह Diwali जैसे त्योहारों के दौरान उपहारों की बौछार करता है और वह इसे बड़े स्तर पर करता है। Dholakia ने अपने कर्मचारियों को 1,000 से अधिक कारें उपहार में दीं।
विशेष अवसरों पर जैसे कि जब कोई कर्मचारी कंपनी में 25 साल की सेवा पूरी कर रहा होता है, तो Dholakia उन्हें उपहारों की बौछार करता है। हीरा व्यापारी ने अपने तीन कर्मचारियों को टॉप-ऑफ-द-लाइन, फ्लैगशिप Mercedes-Benz SUVs उपहार में दी थी। Savji Dholakia ने कंपनी के साथ 25 साल पूरे करने वाले कर्मचारियों को तीन काले रंग की मर्सिडीज-बेंज GLS 350d SUVs उपहार में दी। तीनों एसयूवी को सूरत में एक समारोह में कर्मचारियों को सौंप दिया गया।
Savji Dholakia ने कर्मचारियों को उनकी कार उपहार वायरल होने के बाद खबरों में दिखाना शुरू कर दिया। अतीत में, उन्होंने अपने कर्मचारियों को लगभग 500 Fiat Puntos, Maruti और Datsun की 1,260 कारें और Datsun Redi-GO की 1,200 इकाइयां उपहार में दी हैं।
पॉलीथिन गेम में अब नए खिलाड़ी
लोकल सेलर्स का स्टॉक हुआ खत्म. बंगाल से गुमनाम व्यापारी खपा रहे हैैं रांची में माल. रांची के सभी प्लास्टिक व्यवसायियों ने बंद कर दिया काम.
रांची(ब्यूरो)। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बावजूद राजधानी रांची में इसका इस्तेमाल खत्म नहीं हो रहा है। वजह है कुछ नए प्लेयर्स का रांची के बाजार में एंट्री, जो बेधड़क अपना माल लोकल रिटेल सेल कर रहे हैैं। कोलकाता के कैनिंग स्ट्रीट, बागडीह मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक की खुलेआम उपलब्धता है। इसके अलावा बिहार के गया और पटना से भी माल आसानी से रांची आ रहा है। यहां कांटाटोली, किशोरगंज और चुटिया के गुमनाम व्यापारी खुदरा सेल में जुट गए हैैं। ऐसे लोग सिंगल यूज प्लास्टिक को रांची जिले के पड़ोसी जिलों समेत बिहार-बंगाल से लाकर बेच रहे हैं और छोटे कारोबारियों, फल विक्रेताओं समेत अन्य व्यवसायियों को उपलब्ध करा रहे हैं।
ऐसे चल रहा है धंधा
सिंगल यूज प्लास्टिक का व्यवसाय सिटी में छोटे वाहनों से किया जा रहा है। कोराबारी अपने निजी वाहनों से पड़ोसी राज्यों से सीमित मात्रा में प्लास्टिक ला रहे हैं और दुकानदारों को उपलब्ध करा रहे हैं। वहीं सिटी का प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र अपर बाजार से इसका व्यवसाय लगभग बंद हो चुका है। अपर बाजार के सभी व्यवसायी अपना सामान ट्रांसपोर्ट से मंगाते हैं और ट्रांसपोर्ट व्यवसायी सामान की स्लिप देखकर सामान की लोडिंग करते हैं तथा प्रतिबंधित सामान देखते ही उसकी ढुलाई करने से इंकार कर देते हैं।
एक जुलाई से प्रतिबंधित
पर्यावरण के लिए खतरनाक बन चुके सिंगल यूज प्लास्टिक झारखंड समेत पूरे देश में एक जुलाई से प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि, झारखंड में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर 19 सितंबर 2017 से किसी भी आकार (हैंडिल या बिना हैंडिल के साथ), मोटाई, आकार व रंग के पालिथीन या कैरी बैग पर प्रतिबंधित है। लेकिन, सख्ती की कमी के चलते और जागरुकता के अभाव के कारण इसका पालन नहीं हो सका। वहीं इस साल से केंद्र सरकार ने इसके निर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री और उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है। मालूम हो कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बांग्लादेश और ताइवान जैसे छोटे देशों ने भी प्रतिबंध लगा दिया है।
19 आईटम पर प्रतिबंध
फिलहाल प्लास्टिक के 19 आइटम को प्रतिबंध के दायरे में लाकर बैन किया गया है। वहीं 31 दिसंबर से 120 माइक्रॉन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक कैरी बैगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
इन चीजों पर है प्रतिबंध
प्लास्टिक स्टिक वाले इयर बड्स, गुब्बारों की प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइस्क्रीम स्टिक, सजावट वाले थर्माकोल, प्लास्टिक प्लेट और कप, गिलास, कटलरी, कांटे, चम्मच, स्ट्रा, ट्रे, प्लास्टिक पैकिंग आइटम, प्लास्टिक इनविटेशन कार्ड, सिगरेट के पैकेट्स, 100 माइक्रॉन से कम मोटाई वाले पीवीसी बैनर पाबंदियों के दायरे में हैैं।
प्रदूषण बोर्ड का था निर्देश
झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देश पर सिंगल यूज प्लास्टिक से बने उत्पादों, इन्हें स्टॉक करने, वितरण, बिक्री और उपयोग करने को लेकर राज्य के सभी उत्पादकों, स्टॉकिस्टों, खुदरा दुकानदारों, ई-कॉमर्स कंपनियों, स्ट्रीट वेंडरों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों (माल, मार्केट, शॉपिंग सेंटर्स, सिनेमाघर, पर्यटन, स्थलों, स्कूल, कॉलेजों, कार्यालय परिसर, अस्पतालों और अन्य संस्था) और आम जनता को सूचना देकर खिलाड़ी और व्यापारी निर्देश दिया था। साथ ही इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत कार्रवाई करने की बात कही थी। इसके तहत माल की जब्ती, पर्यावरण क्षतिपूर्ति की वसूली, उद्योग-वाणिज्यिक इकाईयों के संचालन को बंद करना शामिल था।
प्रदूषण बोर्ड की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक के व्यवसाय पर प्रतिबंध लगाने के बाद हमलोगों ने इसका व्यवसाय बंद कर दिया है। यदि इसके बाद भी कुछ व्यवसायी इसका चोरी-छिपे व्यवसाय कर रहे हैं तो प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए।
-राजीव थेपड़ा, सचिव, झारखंड डिस्पोजेबल एंड पैकिंग मैटेरियल एसोसिएशन (जेडीपीए)
सिटी में कुछ लोग फिर से सिंगल यूज प्लास्टिक का व्यापार कर रहे हैं। ऐसी सूचनाएं आ रही हैं। इस मामले पर हमलोग बैठक कर रहे हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।
-शशि रंजन, नगर आयुक्त, रांची नगर निगम
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 832