डीमैट अकाउंट - अर्थ, प्रकार, लाभ, डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें

डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों या प्रतिभूतियों को रखने की अनुमति देता है। खरीदे गए शेयरों को डीमैट खाते में जमा किया जाता है और इसी तरह बिक्री के समय, प्रतिभूतियों को खाते से डेबिट किया जाता है। इस खाते का उपयोग शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, आदि जैसे निवेश का एक विस्तृत विकल्प रखने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडों का न्यायिक उपयोग करने के लिए 1996 में शेयरों के डीमैटरियलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। डीमैटरियलाइज्ड या डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक मोड में शेयरों को रखने में मदद करता है और लोगों को सुरक्षित तरीके से बिक्री के मामले में शेयरों को खरीदने और आय एकत्र करने में मदद करता है।

डीमैट खाते के प्रकार:

डीमैट खाते की तीन अलग-अलग श्रेणियां हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:

1. नियमित डीमैट खाता

नियमित डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो भारतीय निवासी हैं।

2. प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता

प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो अनिवासी भारतीय (NRI) हैं। इस प्रकार का डीमैट खाता विदेशों में पूंजी स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। हालांकि, गैर-निवासी एक्सटर्नल (NRE) बैक खाते की आवश्यकता है।

3. गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता

गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो फिर से अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपयुक्त है, लेकिन विदेशों में धन का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। इस प्रकार के डीमैट खाते के साथ संबद्ध होने के लिए एक अनिवासी आयुध (NRO) बैंक खाते की आवश्यकता होती है।

डीमैट खाते के लाभ:

डीमैट खाते के कई लाभ हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:

1. सुगमता

डीमैट खाते नेट बैंकिंग के माध्यम से निवेश और लेनदेन के स्टेटमेंट की आसान पहुंच प्रदान करते हैं। डीमैट खाते के माध्यम से लेनदेन और निवेश का विवरण आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।

2. प्रतिभूतियों का सरल डिमटेरियलाइजेशन

डिपॉजिटरी प्रतिभागी (DP) के अनुरोध पर, भौतिक रूप में प्रमाणपत्र आसानी से इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित किए जा सकते हैं, और इसका विपरीत भी संभव है।

3. कम जोखिम

भौतिक रूप में प्रतिभूतियों को रखने से चोरी या नुकसान का जोखिम होता है। लेकिन इन जोखिमों को पूरी तरह से डीमैट खाते के माध्यम से खारिज कर दिया जाता है जो निवेशक को इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रतिभूतियों को संग्रहीत करने देता है।

4. शेयरों के हस्तांतरण में आसानी

ट्रेडों पर शेयरों का हस्तांतरण भी डीमैट खाते के माध्यम से एक बहुत ही सरल प्रक्रिया बन गई है क्योंकि भौतिक प्रतिभूतियों जैसे स्टैंप ड्यूटी और अन्य शुल्कों में किए गए कुछ खर्चों को समाप्त कर दिया गया है। निवेशक के खाते में स्थानांतरण के लिए ली गई कुल लागत और समय भी कम हो गया है।

5. शेयरों का नकदीकरण

डीमैट खातों के माध्यम से शेयरों का नकदीकरण या बिक्री एक बहुत ही सरल और त्वरित प्रक्रिया बन गई है।

6. प्रतिभूतियों के आदान-प्रदान में ऋण

डीमैट खाता धारक खाते में रखी प्रतिभूतियों के बदले आसानी से ऋण प्राप्त कर सकता है। दूसरे शब्दों में, डीमैट खाते में प्रतिभूतियों का उपयोग ऋण क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है प्राप्त करने के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है।

7. वैश्वीकरण का पहलू

डीमैट खाते वैश्विक निवेशकों को भारतीय शेयर बाजारों तक सरल पहुंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। और इसलिए, देश में विदेशी निवेश प्राप्त करने में मदद करता है।

ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीमैट खाता खोलना, एक बहुत ही सरल और परेशानी रहित प्रक्रिया है। खाता खोलने के चरण नीचे दिए गए हैं:

1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) सेलेक्ट करें।

2. आवश्यक विवरण के साथ खाता खोलने का फॉर्म भरें और इसके साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें। डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।

3. फॉर्म जमा करने के बाद, नियमों और विनियमों की प्रतिलिपि, समझौते की शर्तें, शुल्क जमाकर्ता प्रतिभागी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

4. इन-पर्सन सत्यापन भी अनिवार्य है और इसलिए, डीपी अधिकारी कर्मचारियों के एक सदस्य को खाता खोलने के रूप में प्रदान किए गए विवरण को सत्यापित करने के लिए व्यक्ति से संपर्क करना होगा।

5. सत्यापन के बाद, डीपी स्टाफ का सदस्य एक खाता संख्या या ग्राहक आईडी देगा। इन विवरणों को ऑनलाइन भी चेक किया जा सकता है।

6. डिमैट खाते के लिए एक वार्षिक रखरखाव शुल्क भी लिया जाता है जो खाता लेनदेन शुल्क को कवर करता है। ये शुल्क डीपी द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार लागू होते हैं।

डीमैट खाता - अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. डीमैट खाते कितने प्रकार के होते हैं?

डीमैट खाते तीन प्रकार के होते हैं: नियमित डीमैट खाता, प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता और गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता।

2. क्या डीमैट खाते के माध्यम से ऋण लिया जा सकता है?

डीमैट खाताधारक अपने खाते में रखी प्रतिभूतियों के माध्यम से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

3. डीमैट खाते में प्रतिभूतियों का क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है न्यूनतम बैलेंस क्या है?

डीमैट खाते में आवश्यक प्रतिभूतियों की कोई न्यूनतम शेष राशि नहीं है।

4. DP क्या है?

DP का अर्थ है डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स जो NSDL और CDSL जैसी डिपॉजिटरी के बीच मध्यस्थ का काम करते हैं। एक बैंक के समान, व्यापारी अपने डीमैट खाते को DP के साथ अन्य सुविधाओं के साथ खोल सकते हैं जो उन्हें निवेश या व्यापार करने की सुविधा प्रदान करते हैं।

5. क्या पार्ट डीमैटरियलाइजेशन की अनुमति है?

हां, निवेशक अपनी होल्डिंग को पूरी तरह या आंशिक रूप से डीमैटरियलाइज कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए Demat होना जरूरी? जानिए क्या कहता है नियम

Invest In Mutual Funds: अगर आपके पास डीमैट अकाउंट नहीं है और आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो आप कई तरीकों के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.

पैसा कमाना तो आसान है लेकिन उसे बचा कर रखना थोड़ा मुश्किल काम है. महीने के अंत में जैसे ही सैलरी क्रेडिट होती है, खर्चों की लंबी फेहरिस्त पहले ही तैयार हो जाती है. इसलिए सैलरी आते ही उसका 20 या 30 फीसदी हिस्सा निवेश करना चाहिए, ये बेसिक रूल है. कहां निवेश करें, ये लोगों के मन में बड़ा सवाल रहता है. बहरहाल अगर आप सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) आपके लिए सबसे बेहतरीन ऑफर है. म्यूचुअल फंड में कई तरीके से निवेश किया जा सकता है. कई लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए डीमैट (Demat) अकाउंट होना जरूरी है. इसका जवाब है- नहीं. आप बिना डीमैट अकाउंट के भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. कोटक सिक्योरिटीज के मुताबिक म्यूचुअल फंड्स में बिना डीमैट अकाउंट के लिए कई तरह से निवेश किया जा सकता है.

1. एसेट मैनेजमेंट कंपनी की वेबसाइट

अगर आपके पास डीमैट नहीं है आप एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Asset Management Company) की वेबसाइट या ऑफिस जाकर म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. हर कंपनी अपने म्यूचुअल फंड प्रोडक्ट में निवेश करना का ऑप्शन देती है. हालांकि एक बार आपको कंपनी के ऑफिस जाकर एक फॉर्म भरना होगा और डॉक्यूमेंट्स में PAN कार्ड की कॉपी, चेक अमाउंट और केवाईसी डॉक्यूमेंट देने होंगे. इसके बाद आपको एक PIN और फोलियो (Folio) नंबर मिलेगा. कंपनी की वेबसाइट के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक नुकसान यह है कि आपको हर म्यूचुअल फंड के लिए इस प्रोसेस को दोहराना होगा और हर बार अलग- अलग PIN और फोलियो नंबर की वजह से कंफ्यूजन पैदा हो सकता है.


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2. स्वतंत्र पोर्टल

मौजूदा समय में कई ऐसे इंडिपेंडेंट पोर्टल हैं, जहां आप ऑनलाइन रजिस्टर कर म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. अगर आपकी केवाईसी पहले नहीं हुई है तो ये पोर्ट्ल इसकी भी सुविधा देते हैं. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए आप अपने निवेश का ट्रैक भी कर सकते हैं. हां अगर, इन पोर्ट्ल का आपके बैंक के साथ टाइअप नहीं होगा क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है तो आपको पेमेंट करने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है.

3. रजिस्टर म्यूचुअल फंड एडवाइजर

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (AMFI) के तहत हजारों म्यूचुअल फंड एजेंट्स रजिस्टर्ड हैं. एमफी (AMFI) की वेबसाइट पर जाकर आप इनकी लिस्ट देख सकते हैं और ये एजेंट्स आपके घर भी आ सकते हैं. ये एजेंट्स आपको मार्केट ट्रेंड और बेस्ट म्यूचुअल फंड की सलाह देंगे. ये एजेंट्स आपके लिए फॉर्म भी सकते हैं.

4. बैंक (Banks)

बैंक भी म्यूचुअल फंड में निवेश कराते हैं. बैंक म्यूचुअल फंड एजेंट माने जाते है. यहां आपको यह ध्यान रखना है कि बैंकों पर आंख बंद करके भरोसा नहीं करना है, क्योंकि कई बैंक अपना कमीशन बनाने के चक्कर में भी गलत म्यूचुअल फंड की सलाह दे देते हैं. अगर आपने किसी विशेष म्यूचुअल फंड के लिए फैसला ले लिया है तो आपको बैंक के जरिए निवेश करने में दिक्कत नहीं होगी.

डीमैट अकाउंट कैसे खोले?

आधुनिक डिजिटलीकरण के कारण, अब व्यक्तिगत निवेशकों के लिए डीमैट खाता खोलना आसान हैं। शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए शेयर बाजार में लेन-देन करने के लिए डीमैट खाता आवश्यक हैं। इस आर्टिकल में हम देखेंगे की डीमैट अकाउंट की परिभाषा क्या हैंं और डीमैट अकाउंट कैसे खोलें।

डीमैट खाता क्या हैं?

इससे पहले, जब निवेशक स्टॉक खरीदना और बेचना चाहते थे, तो उन्हे प्रत्यक्ष रूप से रसीदों/ प्रमाणपत्रों का आदान-प्रदान करके निवेश प्रक्रिया फिज़िकली करनी पडती थी। डिपॉजिटरी एक्ट 1996 ने डीमैटरियलाइजेशन या डीमैट की शुरुआत की, जिसके तहत इन भौतिक प्रमाणपत्रों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर्ड की जानेवाले असेट्स में बदल दिया गया। इस प्रक्रिया की वजह से शेयर मार्केट्स में शामिल जोखिम ना के बराबर हो गायी हैंं।

डीमैट खाता मतलब

demat account kaise khole

ये जानने से पहले की डीमैट अकाउंट कैसे खोलें, आइये जानते हैंं की डीमैट खाता क्या होता हैंं| डीमैट अकाउंट आपके द्वारा खरीदे गए सभी शेयरों को स्टोर करता हैं। डीमैट खाता न केवल स्टॉक बल्कि अन्य निवेश एसेट्स जैसे म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ईटीएफ आदि को संग्रहीत करता हैं। अनिवार्य रूप से तीन प्रकार के डीमैट खाते होते हैंं –

  1. रेगुलर डीमैट अकाउंट
  2. एनआरआई (NRI) डीमैट अकाउंट (रीपैटरीएबल)
  3. एनआरआई (NRI) डीमैट अकाउंट (नॉन-रीपैटरीएबल)

डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया क्या हैं?

डीमैट खाता ऑनलाइन खोलने के लिए आवश्यक प्रक्रिया और अत्यावश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए हैंं –

डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें?

डीमैट खाता ऑनलाइन खोलना पूरी तरह से सुरक्षित हैं क्योंकि यह सेबी द्वारा अनिवार्य सुरक्षा उपायों के अनुरूप हैं। डीमैट खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया इस प्रकार हैंं –

  1. आपको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को चुनना होगा।
  2. ऑनलाइन फॉर्म भरें|
  3. आपके मूल विवरण, पता विवरण, आर्थिक विवरण और बैंक विवरण की जानकारी भरे।
  4. आपके पास नॉमिनी जोड़ने का विकल्प भी हैं।
  5. इसके बाद आपको निचे बताए गए आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
  6. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन को पूरा करें|
  7. ई-साइन चुनें, जो आपकी खाता खोलने की प्रक्रिया को गति देता हैं।
  8. यदि आप का केवाईसी वेरिफाईड हैंं और आपने ई-साइन का विकल्प चुना हैं तो आपका पंजीकरण सफलतापूर्वक पूरा करने के लगभग 4 घंटे के भीतर आपको एक ट्रेडिंग कोड/क्लाइंट आईडी मिल जानी चाहिए।
  9. अंत में, आपको डीपी को पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी की हस्ताक्षरित प्रति को कुरियर करना होगा, जो पंजीकरण पूरा करने के समय आपके पंजीकृत ईमेल आईडी पर आपको मेल कर दी जाएगी।

डीमैट खाता खोलने के लिए अत्यावश्यक दस्तावेज

सेबी द्वारा डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया हैं।

आधार कार्ड पहचान और पते दोनों के प्रमाण के रूप में कार्य करता हैं।

बैंक खाता होने के प्रमाण के रूप में आवश्यक। ये बैंक अकाउंट आपके डीमैट खाते से जोड़ा जाता हैंं|

अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) अनुपालन के लिए वैध पासपोर्ट फोटोग्राफ होना अनिवार्य हैंं।

डेरिवेटिव और कमोडिटी में व्यापार करने के लिए आवश्यक निम्नलिखित क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है दस्तावेजों का उपयोग आय प्रमाण के रूप में किया जा सकता हैं –

  • अंतिम 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
  • लेटेस्ट आईटीआर स्टेटमेंट
  • लेटेस्ट वेतन विवरण
  • डीपी होल्डिंग स्टेटमेंट

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निष्कर्ष

शेयर बाजार में निवेश करने और अन्य निवेश साधनों की तुलना में बेहतर मुनाफा कमाने की आपकी तलाश में ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने का तरीका सबसे महत्वपूर्ण हैं। किसी भी नामांकित ब्रोकर के साथ, ऑनलाइन डीमैट खाता खोलना अत्यंत आसान और सुविधाजनक हैं।

ऊपर बतायी गयी प्रक्रिया और विवरणों को ध्यान में रखते हुए, आप भी पूरी तरह से परेशानी मुक्त क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है तरीके से डीमैट खाता खोल सकते हैंं। यदि आप इक्विटी में निवेश करना चाहते हैंं और लंबी अवधि के लिए निवेश करके कम्पाउंडिंग से लाभ प्राप्त करना चाहते हैंं, तो आगे बढ़ें और अभी अपना डीमैट खाता खोलें।

अगर आपको डीमैट अकाउंट कैसे खोले की जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर जरूर शेयर करें और अगर आपके कोई सवाल हैं तो आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते हैं।

LIC IPO: एलआईसी के IPO को सब्सक्राइब करने के लिए आपको पड़ेगी डीमैट खाते की जरूरत, जानें- कैसे खोलें खाता

LIC IPO: अगर आप एलआईसी पॉलिसीधारक हैं, तो एलआईसी ने आपके हिस्से के लिए 10 फीसदी आरक्षित करने का प्रावधान कर रहा है. ऐसे में आपके पास डीमैट खाता नहीं होगा तो आप एलआईसी आईपीओ को सब्सक्राइब नहीं कर पाएंगे.

Updated: February 9, 2022 3:51 PM IST

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पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इश्यू का एक हिस्सा एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित होगा, एलआईसी के आईपीओ इश्यू साइज (Issue Size of LIC) का 10 फीसदी तक पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित होगा.

एक बार मसौदा दस्तावेज दाखिल हो जाने के बाद, सेबी इसके माध्यम से जाएगा और डीआरएचपी (DHRP) में उल्लिखित सब कुछ ठीक होने पर अपनी मंजूरी देगा. इसके बाद एलआईसी (LIC) के आईपीओ (IPO) की सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया शुरू होगी और शेयर आवंटन की प्रक्रिया भी होगी.

डीमैट खाता

  1. जो लोग एलआईसी के आईपीओ की सदस्यता प्रक्रिया में भाग लेने के इच्छुक हैं, उनके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए.
  2. डीमैट खाता या डीमैटरियलाइजेशन खाता किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक है जो शेयरों में निवेश करने में रुचि रखता है.

डीमैट खाता कैसे खोलें

  • यदि आपने डीमैट खाता नहीं खोला है, तो आप आसान चरणों का क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है पालन करके ऐसा कर सकते हैं.
  • आपको एक ब्रोकर का चयन करना होगा जिसके माध्यम से आप एक डीमैट खाता खोलना चाहते हैं.
  • ब्रोकर डिजिटल निवेश प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन बैंक और स्टॉक ब्रोकर हो सकते हैं.
  • चयन करने के बाद, आपको ब्रोकर की वेबसाइट पर जाना होगा और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया शुरू करनी होगी.
  • आपको क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है नॉमिनी असाइन करने, फॉर्म भरने और नो योर कस्टमर (KYC) को पूरा करने की जरूरत है.
  • आपको पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, बैंक खाता विवरण और आय प्रमाण जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे.
  • दस्तावेजों को जमा करने और सत्यापन पूरा होने के बाद, आपको ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान करना होगा.
  • ब्रोकरेज हाउस के साथ अनिवार्य रूप से इन-पर्सन क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है वेरिफिकेशन होगा जो ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जाएगा.
  • एक बार डीमैट खाता खोलने का अनुरोध स्वीकृत हो जाने पर, आपको एक अद्वितीय 16-अंकीय लाभकारी स्वामी पहचान संख्या या डीमैट खाता संख्या प्राप्त होगी.
  • आप 16 अंकों की संख्या का उपयोग करके अपने डीमैट खाते में ऑनलाइन लॉग इन कर सकते हैं.

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डीमैट खाता

  1. जो लोग एलआईसी के आईपीओ की सदस्यता प्रक्रिया में भाग लेने के इच्छुक हैं, उनके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए.
  2. डीमैट खाता या डीमैटरियलाइजेशन खाता किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक है जो शेयरों में निवेश करने में रुचि रखता है.

डीमैट खाता कैसे खोलें

  • यदि आपने डीमैट खाता नहीं खोला है, तो आप आसान चरणों का पालन करके ऐसा कर सकते हैं.
  • आपको एक ब्रोकर का चयन करना होगा जिसके माध्यम से आप एक डीमैट खाता खोलना चाहते हैं.
  • ब्रोकर डिजिटल निवेश प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन बैंक और स्टॉक ब्रोकर हो सकते हैं.
  • चयन करने के बाद, आपको ब्रोकर की वेबसाइट पर जाना होगा और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया शुरू करनी होगी.
  • आपको नॉमिनी असाइन करने, फॉर्म भरने और नो योर कस्टमर (KYC) को पूरा करने की जरूरत है.
  • आपको पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, बैंक खाता विवरण और आय प्रमाण जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे.
  • दस्तावेजों को जमा करने और सत्यापन पूरा होने के बाद, आपको ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान करना होगा.
  • ब्रोकरेज हाउस के साथ अनिवार्य रूप से इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा जो ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जाएगा.
  • एक बार डीमैट खाता खोलने का अनुरोध स्वीकृत हो जाने पर, आपको एक अद्वितीय 16-अंकीय लाभकारी स्वामी पहचान संख्या या डीमैट खाता संख्या प्राप्त होगी.
  • आप 16 अंकों की संख्या का उपयोग करके अपने डीमैट खाते में ऑनलाइन लॉग इन कर सकते हैं.

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