अगर बात ऑप्शन की हो तो ये कैलकुलेशन और मुश्किल हो जाती है। लेकिन अब आपको इन सबकी टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं। क्योंकि आपके लिए 5paisa लाया है एक ऐसी सुविधा जिसमें आप अपने इस खास advisor के साथ कमाई की राह पर आगे बढ़ सकेंगे। खास बात ये है कि आपको इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं चुकाना होगा।

जाने शेयर मार्केट का सबसे अच्छा ऐप कौनसा है? ( With All Hidden Charges )

जब भी हम शेअर बाजार मे सुरुआत करते तब हमारे सामने कुछ बुनियादी सवाल होते है। उन मे से एक सवाल हमारे मन मे यह भी होता है के ; शेयर मार्केट का सबसे अच्छा ऐप कौनसा है ? किस अप्प से सुरुआत करे ? ऐसे मे जब हमारे सामने UPSTOX , ज़ेरोधा , Angel One, 5paisa और भी बहोत सारे विकल्प हो तब सबसे बढिया अप्प चुनना भी एक चुनौति हि है ।




इस पोस्ट मे हम उन स भी बातो को जानने कि कोशिस करेंगे ; 👍 के सबसे बढीया शेयर मार्केट एप कैसे चुने ? जब भी हम निवेश और ट्रेडिंग के लिय़े कोइ अप्प चुनते है तो उसमे कौनसी खुबी होनी चाहिए ? तो बने रहिये हमारे साथ ताकि आप भी उन सभि पहलुओको समझ ले ; जिससे आप खुद चुन सके शेअर मार्केट मे सबसे अच्छा अप्प ।



दोस्तों , वैसे तो सभी शेअर बाजार अप्प एक ही काम करते हैं। सभी का काम करने का मूलभूत तरीका एक जैसा ही होता हैं। पर फिर भी कुछ बाते ऐसी है , जिनके ऊपर से हम अपने लिये सर्वश्रेष्ठ डीमैट या ट्रेडिंग अकॉउंट का चयन कर सकते हैं । तो जानते शेयर मार्केट का सबसे अच्छा ऐप कौनसा है ?

Forex Trading को लेकर RBI से बड़ा अपडेट! 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के नामों की लिस्ट हुई जारी, इनपर न करें ट्रेड

रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है.

रिजर्व बैंक ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कराने वालों के बारे में लोगों को आगाह किया है. रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है. रिजर्व बैंक के मुताबिक ये लिस्ट अभी के हिसाब से और इसमें अगर शिकायतें आएंगी तो जांच के बाद लिस्ट की संख्या बढ़ भी सकती है. इसका मतलब ये भी नहीं है कि जिन प्लेटफॉर्म के नाम इस लिस्ट में नहीं हैं वो ऑथराइज्ड ही हैं. ऑथराइज्ड स्टेटस जांचने के लिए रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर मुहैया ऑथराइज्ड लोगों और ऑथराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट से मिलान किया जा सकता है.

ऑप्शन से कमाई होगी तगड़ी, जब समय पर मिलेगी ऐसी सटीक सलाह

ऑप्शन Derivative Market का हिस्सा होते हैं। डेरिवेटिव ऐसे financial instruments होते हैं जिनकी वैल्यू किसी अन्य एसेट से तय होती। ये एक फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। जिसमें भविष्य के लिए पहले से तय समय और कीमतों पर किसी एसेट की खरीद और बिक्री का कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। शेयर बाजार में कमाई का सबसे बड़ा मंत्र है. सही वक्त और सही कदम की जानकारी। बाजार के सभी जानकार अपनी पूरी रिसर्च का इस्तेमाल कर ये पता लगाने के लिए कोशिश करते हैं कि किसी खास वक्त पर खरीद या बिक्री से जुड़ा कौन सा कदम सबसे अच्छा रिटर्न देगा। हालांकि इसका पता करने के लिए आपको अनुभव, आंकड़े, इन आंकड़ों पर आधारित रिसर्च और इन रिसर्च के लिए कुछ खास टूल्स की जानकारी होनी जरूरी होती है।

Stock Market Investment: What is Demat Account and Trading Account

5paisa के साथ पाएं अपना एडवाइजर

5paisa के साथ आपको tech based derivative advisor मिलता है, जिसके लिए आपको कोई अतिरिक्त भुगतान भी नहीं करना पड़ता। आपको अपने सौदों में ज्यादा से ज्यादा फायदा मिले इसलिए एप आपके लिए पूरा कैलकुलेशन, मुश्किल रिसर्च और सभी टूल्स का इस्तेमाल करता है और आपको देता है सटीक और मुनाफे की सलाहें. । आपको सिर्फ इन सलाहों पर अमल करना होता है और इस advisor के साथ मोबाइल की मदद से घर, ऑफिस या अपने सैर सपाटे के बीच भी आप लगातार कमाई कर सकते हैं। एप अपनी इन रिसर्च में आधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल करता है और एक सटीक रिसर्च के बाद ही नतीजे और सलाह सामने रखता है। यानि इससे सलाह के सटीक रहने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।

5paisa के ये फीचर्स है ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए खास, देखें वीडियो-

क्या होती है ऑप्शन ट्रेडिंग

Option, Derivative Market का हिस्सा होते हैं। डेरिवेटिव ऐसे financial instruments होते हैं जिनकी वैल्यू किसी अन्य एसेट से तय होती। ये एक फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। जिसमें भविष्य के लिए पहले से तय समय और कीमतों पर किसी एसेट की खरीद और बिक्री का कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है। हालांकि ऑप्शन में कॉन्ट्रैक्ट की शर्त को पूरा करने की बाध्यता नहीं होती है।

कारोबारी option trading के जरिए कम निवेश से ज्यादा रिटर्न पाने की कोशिश करते हैं, क्योंकि इसमें आप पूरे सौदे के एक छोटे से हिस्से के बराबर रकम लगाकर ट्रेड कर सकते हैं। अगर आपका सौदे को लेकर अनुमान सही रहा तो आप मोटा मुनाफा उठा सकते हैं। वहीं अनुमान गलत रहा तो ऑप्शन के इस्तेमाल से आप सौदे की शर्तों से सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कौन सा है हाथ खींच सकते हैं इससे आपका नुकसान सीमित रहता है। यानी ऑप्शन ट्रेडिंग की मदद से आप निवेश से कई गुना मुनाफा उठा सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको बाजार की अच्छी खासी समझ और मेहनत की जरूरत पड़ती है। या फिर आप 5paisa की मदद ले सकते हैं। इसकी मदद से न केवल आप आसानी से option trading समझ सकते हैं साथ ही आसान प्रोसेस सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कौन सा है और सटीक सलाह से ऊंचे मुनाफा भी उठा सकते हैं।

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कौन सा है तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

एक्सचेंज फीस

  • क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
  • फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
  • आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.

वॉलेट फीस

  • क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
  • क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
    (Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
    (स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

Career Tips: शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले समझ लें ये सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कौन सा है बातें और फायदे

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Image Credit: freepik

  • ट्रेनिंग सेंटर ढूंढते समय इन बातों का रखें ध्‍यान
  • जानें कौन-से हैं स्टॉक मार्केट के बेस्ट कोर्स
  • जानें शेयर बाजार ट्रेनिंग के फायदे
  1. संस्थानों और दी जाने वाली सेवाओं के बारे में अच्छी तरह से अध्ययन करें।
  2. सेवाओं और संस्थानों की संक्षिप्त तुलना करें।
  3. जांचें कि क्या आपकी आवश्यकताओं के अनुसार कोर्स मौजूद है।
  4. उसी संस्थान में एक उन्नत कार्यशाला की तलाश करें।
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