ᐈ भारत में सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन है? | 1Rupeepennystocks.Com
भारत में सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है अगर आपका इस बात से यह मतलब है कि भारत का Share Bazaar यानी भारत के स्टॉक एक्सचेंज में से कौन सा स्टॉक एक्सचेंज सबसे बड़ा है तो आइए इस पोस्ट में हम यही जानने वाले हैं
भारत में वैसे तो काफी सारे स्टॉक एक्सचेंज हैं जैसे कि चेन्नई स्टॉक एक्सचेंज कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज और कई सारे स्टॉक एक्सचेंज है जिनसे आप स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं मगर भारत में ज्यादा इस्तेमाल किए जानने वाले स्टॉक एक्सचेंज है एनएससी और बीएससी तो आइए इनके बारे में जानते हैं इनमें से कौन सा स्टॉक एक्सचेंज बड़ा है।
भारत में सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन है?
BSE (BOMBAY STOCK EXCHANGE) एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है इसकी शुरुआत अट्ठारह सौ 75 में हुई थी यह भारत का पहला स्टॉक एक्सचेंज था जिससे आप किसी भी कंपनी के शेयर के Buying & Selling कर सकते थे. पहले समय में जब हम बीएससी से किसी कंपनी के शेयर को खरीदते थे तो उसमें काफी ज्यादा वक्त लगता था अगर आपको किसी कंपनी के शेयर को खरीदना है तो उसे ट्रांसफर होने में कई दिन का समय लग जाता था जिसके बाद धीरे-धीरे समय बदला और फिर आया NSE (NATIONAL STOCK EXCHANGE) यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जिसकी शुरुआत 1992 में हुई और यह एक तरह का इलेक्ट्रिक स्टॉक एक्सचेंज था जिससे आप अपने कंप्यूटर के माध्यम से स्टोक्स को खरीद या बेच सकते थे और धीरे-धीरे वक्त ने रफ्तार पकड़ी और उसके बाद ज्यादातर सभी स्टॉक एक्सचेंज डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक हो गए। शेयर मार्केट हफ्ते में कितने दिन खुलता है
दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है?
अगर आज आप कोई कंपनी का स्टॉक खरीदते हैं चाहे एनएससी से खरीदें या बीएससी से तो जब आप उस शेयर को बेचेंगे तो वह उसी स्टॉक एक्सचेंज पर बिकेगा जिस स्टॉक एक्सचेंज पर उस कंपनी के स्टॉक का भाव ज्यादा होगा चाहे फिर वह स्टॉक एक्सचेंज एनएससी हो या फिर बीएससी. यह किसी ब्रोकर के द्वारा सेट किया गया कोई नियम नहीं है यह सेबी के द्वारा सेट की गई गाइडलाइन है।
भारत के सबसे बड़ा शेयर बाजार निम्नलिखित में से कौन सा है
अगर भारत के सबसे बड़े शेयर बाजार के स्टॉक एक्सचेंज की बात करें तो वह एनएससी है क्योंकि बीएससी भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है मगर एनएससी में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग का volume है और अधिकतर ट्रेडिंग, investing एनएससी के द्वारा ही होती हैं ।
- भारत में कुल कितने शेयर बाजार है
- Type Stock exchange
- Location Mumbai, Maharashtra, India
- Founded 1992; 30 years ago
- Ashishkumar Chauhan (MD & CEO)
- Market cap US$3.4 trillion
- Volume ₹8,998,811 crore (US$1.1 trillion) (FY 2020)
- Indices NIFTY 50
- www.nseindia.com
हम आपको बता दें कि एनएससी से ज्यादा बीएससी में कंपनियां लिस्टेड है मगर फिर भी शेयर मार्केट में एनएससी बीएससी से ऊपर आता है ऐसा इसलिए क्योंकि एनएससी में Trading volume और लिक्विडिटी ज्यादा है ।
शेयर बाजार में पैसा कैसे लगाएं | Share Market Basics for Beginners in Hindi
आज हम इस लेख में नए लोग शेयर बाजार में पैसा कैसे लगाएं, जिनसे उन्हें नुकसान न हो इसकी सारी जानकारी को जानेंगे.
आजकल शेयर मार्केट में निवेश यानी पैसे की बरबादी ऐसी लोगों की विचारधारा बन गई हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं, क्योंकी शेयर मार्केट से पैसे कमाने वाले आज बहुत सारे लोग हैं। शेयर मार्केट कैसे काम करती हैं यह नए लोगो को पता नहीं होता, इसलिए उनका नुकसान होता है। आज हम इस लेख में नए लोगों को शेयर मार्केट शुरू करने से पहले कोनसे चीजे समझना चाहिए यह 5 मुद्दों के आधारे देखेंगे। शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स अगर आप फोलो करते हो, तो शेयर मार्केट में नुकसान होने की संभावना कम होगी।
शेयर मार्केट का अध्ययन
जरा सोचिए, हमे नोकरी मिलने के लिए 15 वर्ष तक पढ़ना पड़ता है। फिर शेयर मार्केट का अध्ययन न करके कैसे पैसे कमा सकते हैं। इसलिए 90% शेयर मार्केट में निवेश करने वाले का नुक़सान होता है। शेयर मार्केट के किंग वारेन बफेट हर रोज 6-8 घण्टे किताब पढ़ते थे। इसलिए आज वो सबसे अमीर लोगो में से एक है। इसलिए अध्ययन न करके अगर आप शेयर मार्केट में आ रहे हैं तो आप अपना नुक़सान करने जा रहे हैं।
अब आपको प्रश्न आया होगा की शेयर मार्केट का ज्ञान कैसे ले सकते हैं? पहले आप शेयर मार्केट के जो इंडेक्स (सेंसेक्स और निफ्टी) है, उनकी जानकारी लो। सेंसेक्स में 30 और निफ्टी में 50 कंपनी होते हैं, इसकी जानकारी लो। इक्विटी शेयर Buy और Sell, Stop Loss, Target, Short Time & Long Time Investment, Intraday, Demat Account ऐसे सबकी जानकारी लो और उसे समझो।
फोकट के टिप्स से बचे
आप जब शेयर मार्केट में शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स आते हैं, तब आपको बहुत सारे लोग कोनसा शेयर खरीदे या टिप्स देने के लिए रहेंगे। अब यह सोचने वाली बात है, अगर किसी को पता है कि कोनसा शेयर खरीदे जीससे प्रॉफिट कमा सकते हैं, तो वो आपको क्यों बताएगा। वो व्यक्ति खुद उस शेयर्स में इन्वेस्ट कर सकता है। ऐसे लोगो का नए लोगो से पैसे उबलना होता है। शुरुवात में आपको फोकट कॉल्स देते है और फिर आपसे पैसे निकालेंगे। इसलिये ऐसे फोकट के टिप्स या सलाह से दूर रहना।
अगर आपको लगता है कि कोई वक्ति शेयर मार्केट में बहुत वर्ष काम कर रहा है। एक्सपर्ट और अच्छे कॉल्स दे सकते हैं, तो आप उनके दिए हुए कॉल्स एक या दो महिने पेपर ट्रेडिंग कर के देखे। पेपर ट्रेडिंग क्या होता है यह हम आगे बताया है। शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स अगर पेपर ट्रेडिंग के कॉल 80% के ऊपर सफल होए तो आप उनके टिप्स और सलाह वर विश्वास कर सकते हैं।
ट्रेडर या इन्वेस्टर तय करो
शेयर मार्केट में दो प्रकार के लोग काम करते हैं, एक ट्रेडर और दुसरा इन्वेस्टर। इन्वेस्टर यानी, जिनको लॉन्ग टर्म के लिए शेयर्स खरीदते हैं। जो रोज़ शेयर्स में निवेश नहीं कर सकते है, जिनका उद्देश्य होता हैं कि थोड़े वर्ष बाद हमारे निवेश पर अच्छे रिटर्न्स मिलने चाहिए।
ट्रेडर वो होते हैं जो 1 महीना, 1 हफ्ता या 1 दिन के लिए शेयर्स में निवेश करते हैं। आप ट्रेडिंग में ज्यादा मार्जिन का प्रयोग करके कम पैसे में ज्यादा शेयर्स ले सकते हैं। लेकिन इंवेस्टमेंट में आपको पूरा पैसा देना पड़ता है। ट्रेडिंग में रिस्क ज्यादा होता है और इन्वेस्टर में रिस्क कम होता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं की शुरुवात पहले Investment से करनी चाहिए। जिसमे हम Equity Shares पूर्ण भुगतान करके खरीद सकते हैं। इस शेयर्स का अवधि अनियमित होता है। आप इसे कितने भी दिन यह शेयर्स रख सकते हैं।
जब इंवेस्टमेंट में अच्छा अनुभव आए तब आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग आप कर सकते हैं। जिसमे आप Positional या Swing कर सकते हैं। इस ट्रेडिंग का अवधि 1 हफ्ता से 1 महीना होता है। यह ट्रेडिंग Intraday Trading से सुरक्षित माना जाता है। यह ट्रेडिंग आपको अच्छा अनुभव आने के बाद करना चाहिए और वो भी कम पैसे के साथ । बहुत सारे लोग Intraday Trading से शुरुवात करते हैं। इस ट्रेडिंग की अवधि सिर्फ एक दिन का होता है। अब आप ही तय करो की आपको ट्रेडिंग करना है या इंवेस्टमेंट।
पेपर ट्रेडिंग
अगर आप शुरुवात में ट्रेडर बनकर काम करना चाहते हो, तो तुम्हे पेपर ट्रेडिंग करना अनिवार्य है। पेपर ट्रेडिंग यानी रोज पेपर पर आप खोजे हुए कंपनी और उनके टारगेट लिखना। फिर दिन के अंत में देखना की आप लगाए हुए कितने टारगेट हिट होते हैं। जब आपका पावर ट्रेडिंग का Ratio 80% ऊपर जाना शुरू होता है, तब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हो चुके होते है। एक्सपर्ट कहते हैं, आपको शुरुवात में 2-3 महिने पेपर ट्रेडिंग करनी चाहिए। फिर आपको एक महिना 80% से ऊपर टारगेट हिट होने लगने के बाद ही आप रियल शेयर मार्केट में आ सकते हैं।
ट्रेडिंग करने से पहले और एक तरीका है, पहले एक या दो महिने सिर्फ 1-2 शेयर्स खरीदे और बेचे। फिर चेक करे की आपको कितना प्रॉफिट या लॉस होता है। 1-2 शेयर्स होने से ज्यादा लॉस होता नही है, लेकिन आपको रियल मार्केट का अनुभव मिलता है। और यहां भी आपका 80% से ज्यादा कॉल्स हिट होने लगे तो धीरे धीरे शेयर्स बढ़ा सकते हैं।
धैर्य रखना
बहुत सारे लोग जल्दी पैसे कमाने के लिए शेयर मार्केट में आते हैं। और ऐसे जल्दी पैसे कमाने मे उनका जल्दी नुकसान होता है। अगर आप में धैर्य रखने की वृत्ति ना हो तो शेयर मार्केट आपके लिए नही है। शेयर मार्केट यह एक बड़ा विषय है इसलिए यहा सभी चीजे समझ कर पैसा कमाने के लिए वक्त लगता है, इसलिए धैर्य शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स रखना सीखिए।
निष्कर्ष
शेयर मार्केट में समझ कर निवेश करने की आवश्यकता होती है। इसलिए यहां ऊपर बताए गए पाच मुद्दों फोलो करोगे तो आपको नुक़सान ना होने के साथ आप धीरे धीरे अच्छे पैसे भी कमाने की संभावना है।
Stock market में ज्यादातर लोग सफल क्यों नहीं हो पाते
Stock market में बहुत कम लोग ही मुनाफा कमा पाते हैं, ज्यादातर को नुकसान ही होता है। ऐसा कहा जाता है कि शेयर बाजार में केवल पाँच प्रतिशत लोग ही प्रोफिट कमा पाते हैं, शेष 95 प्रतिशत को नुकसान ही होता है। इसके क्या कारण हैं? Stock market में ज्यादातर लोग सफल क्यों नहीं हो पाते?
शेयर बाजार में ज्यादातर उन्ही लोगों को नुकसान होता है जो शेयर बाजार को गंभीरता से नहीं लेते या दूसरों ने बताये अनुसार निवेश या ट्रेडिंग करते हैं। stock market में अपनी किस्मत अपने हाथ में रखनी चाहिए कभी भी फ्री के टिप्स सोशल मीडिया, बिजनेस मैगजीन, बिजनेस चैनल आदि से लेकर शेयर बाजार में investment तथा trading नही करना चाहिये, क्योंकि उनकी आपके प्रति कोई जिम्मेदारी नही होती हैं वह तो डिस्क्लेमर देकर बच निकलते हैं। नुकसान आप ही को भुगतना पड़ेगा।
नुकसान से बचने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप stock market के बारे मे सीखे तथा कभी भी किसी stock मे invest या trade करने पहले उसके बारे मे रिसर्च कर ले।अगर आपको नुकसान हो रहा है तो उसके जिम्मेदार आप हैं क्योंकि हर नुकसान के पीछे कोई कारण होता है। आपने कोई ना कोई गलती जरूर की होगी जिसकी वजह से नुकसान हुआ।
Stock market मे ज्यादातर दो तरह की गलतियों की वजह से नुकसान होता है, पहली -धैर्य की कमी तथा दूसरी गलती है-अच्छी तरह रिसर्च नहीं करना।इन्ही दो गलतियों की वजह से ज्यदातर नुकसान होते हैं।यदि लोग इन दो गलतियों को न करें तो शेयर बाजार में अक्सर होने नुकसान से बच सकते हैं।
Warren Buffet biography in Hindi
धैर्य की कमी:
मानलो आपने किसी stock में इन्वेस्ट किया, उसके बाद शेयर की कीमत गिरने लग जाती है जैसे ही आपके शेयर की कीमत बीस- पच्चीस प्रतिशत गिर जाती है, आपका उस शेयर से विश्वास उठ जाता है तथा आपको उस शेयर में कमियां ही कमियां नजरआने लगती हैं, आप घबराकर अपने stock बेच देते हैं। लेकिन कुछ महीनों बाद वह शेयर, आपने जिस प्राइस पर खरीदा उससे ऊपर चला जाता है। इस तरह आपको अपने धैर्य की कमी की वजह से नुकसान उठाना पड़ता है।Stock market , मे नुकसान का एक कारण ज्यादा लालच करना तथा जल्दी पैसा कमाने की इच्छा भी है।
अच्छी तरह रिसर्च नही करना:
अगर आप शेयर बाजार के बारे में सीखना नही चाहेंगे तथा आप महेनत नही करेगे, आप इधर -उधर से टिप्स लेकर पैसे कमाना चाहेंगे तो इस तरह आप stock market से कभी पैसे नही कमा पायगे । शेयर बाजार में नुकसान के यही दो मुख्य कारण हैं-जल्दबाजी और आलस्य ।कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार से सम्बंधित बुक पढ़कर इसमें इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग करना सीख सकता है लेकिन इसके लिए काफी महेनत करनी पड़ती है, इसका कोई शार्टकट नही है। यहाँ मै एक सलाह देना चाहूंगी कि कभी भी intraday trading नही करनी चाहिए क्योंकि इसमें ज्यादातर नुकसान ही होता है।
यदि आप अच्छी तरह रिसर्च कर के आठ - दस अच्छी कंपनियों को चुनकर उनमें लम्बे समय के लिए पैसा इन्वेस्ट करते हैं, तो यकीन मानिए उनमें से पांच-छः कंपनियां आपको बहुत ही अच्छा रिटर्न देंगी। आपके पोर्टफोलियो का रिटर्न अपने आप अच्छा हो जायेगा।
अगर आप शेयर बाजार के बारे में सीखना नही चाहेंगे तथा आप महेनत नही करेगे, आप इधर -उधर से टिप्स लेकर पैसे कमाना चाहेंगे तो इस तरह आप stock market से कभी पैसे नही कमा पायगे । शेयर बाजार में नुकसान के यही दो मुख्य कारण हैं-जल्दबाजी और आलस्य ।कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार से सम्बंधित बुक पढ़कर इसमें इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग करना सीख सकता है लेकिन इसके लिए काफी महेनत करनी पड़ती है, इसका कोई शार्टकट नही है। यहाँ मै एक सलाह देना चाहूंगी कि कभी भी intraday trading नही करनी चाहिए क्योंकि इसमें ज्यादातर नुकसान ही होता है।
यदि आप अच्छी तरह रिसर्च कर के आठ - दस अच्छी कंपनियों को चुनकर उनमें लम्बे समय के लिए पैसा इन्वेस्ट करते हैं, तो यकीन मानिए उनमें से पांच-छः कंपनियां आपको बहुत ही अच्छा रिटर्न देंगी। आपके पोर्टफोलियो का रिटर्न अपने आप अच्छा हो जायेगा। भारतीय शेयर बाजार में पाँच हजार के करीब कंपनियां लिस्टेड हैं उनमें से आपको सबसे अच्छी सात - आठ कंपनियों को चुनकर उनमें invest करना है।बाकी का काम stock market अपने आप कर देगा।
ब्रोकर की ट्रेडिंग कॉल्स पर ट्रेडिंग:
स्टॉक ब्रोकर के ट्रेडिंग ऐप पर बहुत सारी ट्रेडिंग कॉल्स आती रहती हैं, उन्हें देखकर भी अंधाधुंध ट्रेडिंग करने से भी ज्यदातर नुकसान ही होता है।ट्रेडिंग बहुत ही सोच समझकर तथा सावधानी पूर्वक करना चाहिये।
स्टॉक ब्रोकर के ट्रेडिंग ऐप पर बहुत सारी ट्रेडिंग कॉल्स आती रहती हैं, उन्हें देखकर भी अंधाधुंध ट्रेडिंग करने से भी ज्यदातर नुकसान ही होता है।ट्रेडिंग बहुत ही सोच समझकर तथा सावधानी पूर्वक करना चाहिये।
स्टॉप लॉस का उपयोग नही करना:
जो लोग शेयर बाजार में अपने निवेश पर स्टॉप लॉस नही लगते हैं, उन्हें कभी - कभी बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है। जो लोग ट्रेडिंग करते वक्त स्टॉप लॉस नही लगते है उन्हें तो बहुत ही ज्यादा नुकसान होता है ऐसे लोग stock market में कभी भी मुनाफा नही कमा पाते।
जो लोग शेयर बाजार में अपने निवेश पर स्टॉप लॉस नही लगते हैं, उन्हें कभी - कभी बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है। जो लोग ट्रेडिंग करते वक्त स्टॉप लॉस नही लगते है उन्हें तो बहुत ही ज्यादा नुकसान होता है ऐसे लोग stock market में कभी भी मुनाफा नही कमा पाते।
रिस्क - रिवार्ड रेश्यो का ध्यांन नही रखना:
ट्रेडिंग में लोगों को अक्सर इस वजह से बहुत ज्यादा नुकसान होता है क्योंकि वे रिस्क - रिवॉर्ड रेश्यो का ध्यान नही रखते , ट्रेडिंग करते वक्त कम से कम 3 : 1 का रिस्क - रिवॉर्ड रखना चाहिए ,यानि कि यदि हम किसी ट्रेड से तीन प्रतिशत प्रोफिट कामना चाहते हैं तो हमे उस ट्रेड़ में एक प्रतिशत नुकसान का जोखिम लेना चाहिए।
ट्रेडिंग में लोगों को अक्सर इस वजह से बहुत ज्यादा नुकसान होता है क्योंकि वे रिस्क - रिवॉर्ड रेश्यो का ध्यान नही रखते , ट्रेडिंग करते वक्त कम से कम 3 : 1 का रिस्क - रिवॉर्ड रखना चाहिए ,यानि कि यदि हम किसी ट्रेड से तीन प्रतिशत प्रोफिट कामना चाहते हैं तो हमे उस ट्रेड़ में एक प्रतिशत नुकसान का जोखिम लेना चाहिए।
उम्मीद है आज की प्रेरणादायी पोस्ट आपको पसंद आयी होगी ऐसी ही प्रेरणादायी पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर कीजिये। इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर भेजें तथा यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
लॉन्ग टर्म में शेयर बाजार ऊपर जाने के बावजूद लोगों को नुकसान क्यों होता है? कारण जानिए
इतना ही नही सब कुछ जानकारी होते हुऐ भी लोग शेयर बाजार में नुकसान में रहते हैं। आइए जानते हैं कि इसके क्या कारण हैं?
शेयर बाजार में नुकसान के कारण
वैसे शेयर बाजार में नुकसान होने का कोई एक कारण नहीं है। इसके बहुत से शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स कारण हो सकते हैं जिनमे से कुछ पर हम चर्चा करते हैं:-
जानकारी का अभाव
कुछ लोग शेयर मार्केट में आते हैं और बिना शेयर बाजार की बेसिक जानकारी प्राप्त किए ही ट्रेडिंग शुरु शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स कर देते हैं।
कुछ लोग तो सिर्फ रातों रात अमीर बनने के लिए ही शेयर बाजार में कदम रखते हैं।
कुछ लोग उन लोगों को देख कर शेयर बाजार में उतरते हैं जो पहले से ही शेयर बाजार में काम कर रहे होते हैं और उससे पैसे कमा रहे होते हैं।
इन सब वजह से लोग शेयर बाजार में आ तो जाते हैं फिर उसके बाद वह बिना अपनी समझ के दूसरों की सलाह पर या तो पेनी स्टॉक खरीद करने लगते हैं जो कि जाहिर सी बात है सस्ता रहता है या गलत शेयर में पैसा लगा लेते हैं और शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स फिर यह उम्मीद करते हैं कि वह बढ़ जाए।
शेयर बाजार जुए का खेल नहीं है जहां पर केवल आप भाग्य के भरोसे पैसा कमा का पाए| यहां आपकी सारी जमा पूंजी सिर एक दिन में ही स्वाहा हो सकती है।
इसलिए शेयर बाजार में निवेश से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें। इसके लिए आपको किसी विशेष कोर्स की तो मैं सलाह नही देता, आप यूट्यूब वीडियो के माध्यम से या zerodha varsity या मनी कंट्रोल की साइट का उपयोग भी कर सकते हैं।
आप जितनी नॉलेज लेते जायेंगे आपका रिस्क उतना ही कम होता जायेगा और आपके लाभ की संभावना उतनी ही अधिक होती जायेगी।
लालच भी शेयर बाजार में नुकसान का एक बहुत बड़ा कारण हैं। लोग एक दिन में ही लाखों रुपए कमाने का सपना देखते हैं।
इस लालच के चक्कर में अक्सर लोग ऐसे शेयर में बहुत सारा निवेश करते हैं जो एक दिन में ही 10% से लेकर 50% तक ऊपर चले जाते हैं। अक्सर पैनी स्टॉक में ऐसा ही होता है।
दरअसल यह कुछ पैसे वाले फंड मैनेजर या ऑपरेटर्स का जाल होता है जिसमें कई लोग फस जाते हैं।
जैसे जब इस तरह के शेयर ऊपर जाते हैं तो इनमें कोई सेलर नही होता और आपका ऑर्डर नीचे के दामों में प्रोसेस ही नही हो पाता। जब ऊपर के दामों पर आपका ऑर्डर कंप्लीट हो जाता है तो फिर शेयर के दाम नीचे गिरने लगते हैं। अगर आप फिर शेयर बेचने का सोचते भी हो तो इसमें कोई buyer ही नही रहता।
कई बार कोई कंपनी लगातार बहुत खराब प्रदर्शन करती जाती है जिससे उसका शेयर प्राइस नीचे आता जाता है और लोग नीचे के दामों पर उसको खरीदते जाते हैं इस लालच में की ज्यादा लाभ होगा जबकि ऐसा होता नही है।
इसलिए अपने लालच को काबू में रखें और सही स्टॉक में ही पैसा लगाए।
लालच की तरह डर भी शेयर मार्केट में नुकसान का कारण बनता है। किसी खबर के कारण बाजार में आई गिरावट में नुकसान पर ही अच्छे शेयर्स शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स को बेच कर निकल जाते हैं।
इसी डर के कारण लोग लाभ होने की स्थिति में शेयर को ज्यादा अवधि के लिए hold नही करते कि कही उनका लाभ न चला जाए और थोड़े से लाभ में ही शेयर बेच देते हैं।
सब्र की कमी
सब्र रखना शेयर बाजार में पैसे कमाने के लिए बहुत जरुरी है।
कुछ लोग जब बाजार ऊपर होता है तब उसके नीचे आने का सब्र नही रखते बल्कि ऊपर के दामों पर ही खरीददारी कर लेते हैं।
इसके विपरीत, जब बाजार थोड़ा सा भी गिरता है तो होल्ड करने के लिए भी सब्र नही रखते और नुकसान में ही बेच देते हैं। और उनके बेचने के बाद ही शेयर के दाम ऊपर भाग जाते हैं।
अनुशासन की कमी
शेयर बाजार में भी अनुशासन की बहुत आवश्यकता होती है। कुछ लोग लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं और बीच में ही ट्रेडिंग करने लगते हैं। कुछ लोग लाभ होने पर भी और ज्यादा लाभ के लिए अपनी पूंजी से ज्यादा की ट्रेडिंग करने लगते हैं जिसे मार्जिन ट्रेडिंग कहा जाता है।
कुछ लोग अच्छे स्टॉक्स की बजाय गलत स्टॉक्स में पैसा लगाने लगते हैं। कुछ पैसा लगाने से पहले बिल्कुल भी रिसर्च नही करते हैं।
ये सब बहुत जरुरी बाते शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स हैं जिनको ध्यान में रखकर बहुत ही अनुशासन के साथ आपको शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए। इसको आप शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स के रूप में अपने अंदर बिठा लें।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 270