एजेंट और दलाल वे लोग हैं जिन्हें आपको बीमा या घर प्राप्त करते समय जाना चाहिए, वे आपकी मदद करने के लिए वहां हैं।

Top 10 Best Online Trading Apps of India

Top 10 Best Online Trading Apps :- अगर आप भी चाहते हैं Share Market में पैसे Investment कर लाखों रुपये Online Earn करना तो फिर सबसे पहले आपको Best Online Trading Apps के बारे में जानना जरुरी है। क्योंकि Share Market में पैसे लगाने से पहले Securities and Exchange Board of India ( SEBI ) द्वारा Registered किसी एक अच्छे Stock Broker के पास Demat Account and Trading Account खुलवाना होगा। तभी आप किसी Stock में Share खरीद या बेच सकते हैं।

Demat Account and Trading Account खुलवाने में ये Top 10 Best Trading Apps आपकी मदद कर सकते हैं , इन Trading Apps की मदद से आप Demat Account Open और Shares की खरीद – बिक्री आसानी से कर सकते हैं और इस तरह घर बैठे लाखों रूपये कमा सकते हैं।

आज के Article में जानेंगे :-

  • What is Trading ?
  • What is Demat Account ?
  • Top 10 Best Trading App in India
  • Top 10 Best Trading App in India Links

Trading क्या है ? | What is Trading ?

किसी भी व्यापार (Trade) को दो पक्षों के बीच वस्तुओं (Goods) और सेवाओं (Services) के आदान-प्रदान के रूप में परिभाषित किया गया है। जब भी आप किसी कीमत पर कोई Product को खरीदते हैं और फिर उसे अधिक कीमत Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है पर या कम कीमत बेचते हैं, तो इसे व्यापार (Trading) कहा जाता है। व्यापार किसी भी दो पार्टी के बीच में की जाती है जिसमे मुख्यतः 1. – बिक्रेता और 2.Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है - खरीददार होते हैं।

आज के समय में आपको Trading के लिए अपने घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा बल्कि आराम से घर बैठे Trading कर सकते हैं। आप अपने Mobile Phone से कभी भी, कहीं से भी, किसी भी Stock में, Online Trading कर सकते हैं। Google Play Store में बहुत ऐसे Best Trading App मौजूद हैं , जिसके द्वारा आप आसानी से Online Trading कर सकते हैं। बस आपको उन Apps को Download कर Account बनाने की जरुरत है।

शेयरों में ट्रेडिंग (Trading in Share) का अर्थ है :-

अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और शेयरधारक बनते हैं या किसी कंपनी के शेयर खरीदने का तात्पर्य उस कंपनी के Ownership का एक हिस्सा खरीदना से है। आप Mobile Apps के द्वारा Online Stock को खरीद सकते हैं और जब भी उस Stock का भाव बढ़े तो उसे बेच कर आप Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। Share खरीदने वाले को Shareholder कहा जाता है और किसी Share को खरीदने में मदद करने वाले को Brocker कहते हैं।

Demat Account क्या होता है?

Demat Account या Dematerialized Account एक विशेष प्रकार का Account होता है जिसका प्रयोग Share खरीदने , Bond खरीदने या Share बेचने के लिए पैसों के लेन – देन में होता है। यह आपको Share Market , Mutual Funds , Bonds या किसी दूसरे तरह के Investment में Electronically Fund Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है Transfer को आसान बना देती है। यह साधारण Account से अलग होता है इसके वार्षिक Maintenance Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है के लिए भी अधिक रकम खर्च करने होते हैं।

Demat Account Opening Apps & Links:-

Top 10 Best Online Trading Apps in India

Groww Features :-

  • आप Gold, Fixed Deposits, domestic and US stocks, Mutual Funds, and F&O आदि में निवेश कर सकते हैं।
  • इसमें Stock Market को बेहतर तरीके से सीखने के Class भी कराया जाता है।
  • Market Trends का अध्ययन करने में आपकी मदद करने के लिए Advanced Chart मौजूद है।

5paisa :-

5paisa App भारत का एक बेहद चर्चित Stock Exchange कंपनी है जो मुख्य रूप से Brokerage, Gold, Currency, NSE, BSE, MSEI, NCDEX, MCX, Commodities Trading, Mutual Fund, और Bonds जैसे चीजों में कार्य करती है। इस Company की शुरुआत वर्ष 1995 में Nirmal Jain के द्वारा की गयी थी। जिसका Headquarters मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। साथ ही इसकी Branches भारत के लगभग सभी बड़े शहरों में स्थापित हैं।

5paisa Online Trading App मौजूदा समय में एक बहुत ही अच्छा Investment App है, जिसका Google Play Store में भी अच्छा खासा Rating है।

Which is Safe NSDL or CDSL दोनों में कौन सुरक्षित हैं

NSDL AND CDSL यह दोनों संस्थाएं 1 तरीके से आपके लिए online Locker सिस्टम का काम करती हैं जिस तरह से आप अपने सोने को या गोल्ड को बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखते हैं यह महसूस करके कि आपका सोना वहां पर सुरक्षित है उसी

तरीके से यहां पर आप अपने शेयर्स , म्यूच्यूअल फंड को सुरक्षित रखने के लिए यहां पर रखा जाता है क्योंकि, पुराने समय में कुछ घटनाएं ऐसी हुई है कि ब्रोकर बिना आपकी इजाजत के आपके द्वारा खरीदे गए shares को बेच देते थे स्क्वायर ऑफ (exit stocks position )

यह घटनाएं उस समय देखने में आई थी जब ऑनलाइन broking सिस्टम का जमाना नहीं था

लोगों को अपने शेयर खरीदने के बाद एक पेपर मिलता था फिर कंपनी की तरफ से पोस्टमैन या डाकिया आपके घर पर एक चिट्ठी ले करके आता था उसके अंदर वह सारे लिफाफे होते थे या ब्रोकर की ट्रेडिंग रिपोर्ट होती थी. यह सारा काम उस जमाने

What is Work CDSL and NSDL का काम क्या होता है

जैसा कि आपको अभी बताया कि यह दोनों संस्थाएं हैं जो आपके द्वारा खरीदे गए शेयर्स या मैचुअल फंड सिक्योरिटीज को ब्रोकर के माध्यम से अपने पास सुरक्षा के तौर पर रखती है.

जब कोई आप स्टॉक या म्यूच्यूअल फंड या सिक्योरिटी डेरिवेटिव्स जैसे कि फ्यूचर एंड ऑप्शन में trade करते हैं.

और इन शेयर्स को आप अपने पास कुछ दिनों के लिए रखते हैं तब आपने ट्रेडिंग का यह साइकिल

T+2 Days जरूर सुन रखा होगा.

जिसमें आपके शेयर या stocks या म्यूचुअल फंड या सिक्योरिटीज या कमोडिटी जैसे कि गोल्ड, सिल्वर, कॉपर, मेंथा आयल, इत्यादि आपके द्वारा खरीदे गए या ट्रेड किए गए इन सिक्योरिटीज को Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है 2 दिन के बाद आपके डीपी में अपने आप आ जाते हैं.

यह पूरी ट्रेडिंग आप अपने डीमेट अकाउंट के जरिए करते हैं.

इसलिए इस प्रक्रिया को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेट कहते हैं.

Which is better CDSL or NSDL?

NSDL और CDSL दोनों में कौन ज्यादा बेहतर बढ़िया है

अब आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि अगर दो संस्थाएं काम कर रही हैं तो इनमें से अच्छी कौन है.

यह सवाल आना आपके दिमाग में बिल्कुल जरूरी है क्योंकि भारत में यह दोनों संस्थाएं भारत सरकार के नियंत्रण में काम कर रहे हैं तो दोनों ही संस्थाए है अच्छी है अब रही बात आप आपको कौन सा पसंद है यह ब्रोकर डिसाइड करता है कि उसको कौन सी संस्था चाहिए एनएसडीएल या सीडीएसएल इन दोनों में से वह कोई भी चुन लेता है और आप जब भी अपना डिमैट अकाउंट ओपन कर आते हैं किसी भी ब्रोकर के अंडर में तब आपके द्वारा खरीदे गए शेयर्स अपने आप उस संस्था के पास चले जाते हैं जो कि आपके शेयर्स या सिक्योरिटीज को सुरक्षित रखता है.

क्या मैं दोनों NSDL और CDSL ले सकता हूं?

आप यह बिल्कुल कर सकते हैं आप अलग-अलग ब्रोकर के द्वारा डिमैट अकाउंट ओपन करा सकते हैं वहां पर जो भी ब्रोकर जिस संस्था से जुड़ा होगा वह अपने आप आपको उसका लाभ मिल जाएगा मतलब आपको सीडीएसएल या एनएसडीएल दोनों मिल जाएंगे अलग-अलग ब्रोकर के द्वारा

जैसे अगर मैं उदाहरण के तौर पर बताऊ तो भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकर zerodha है और ज़ेरोधा के पास CDSL का अकाउंट है ज़ेरोधा आपके शेयर को सीडीएसएल के पास में रखता है.Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है

वहीं अगर किसी और ब्रोकर जैसे कि एंजल ब्रोकिंग के पास NSDL है और यह आपके शेयर को यहां पर रखता है तब आप अलग-अलग डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं और Brokers के बीच कौन सा ब्रोकर सुरक्षित है इसका लाभ ले सकते हैं

हर्षद मेहता: कहानी चार हजार करोड़ के उस घोटाले की जिसने बदल डाली शेयर बाजार की दिशा

Dimple Alawadhi

‌डिंपल अलावाधी
Updated Fri, 09 Apr 2021 05:43 PM IST

  • हर्षद मेहता ने 1990 के दशक में देश का वित्तीय बाजार हिला कर रख दिया था।
  • यह घोटाला करीब 4,000 करोड़ रुपये का था।
  • इसके बाद ही सेबी को शेयर मार्केट में गड़बड़ी रोकने की ताकत दी गई।

हर्षद मेहता घोटाला

इन दिनों हर्षद मेहता का नाम फिर से चर्चा में है। हर्षद मेहता ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 1990 के दशक में देश का वित्तीय बाजार बुरी तरह से हिला कर रख दिया था। इसके बाद उनके जीवन पर किताब भी लिखी गई और वेब सीरीज भी बनी। अब अभिनेता अभिषेक बच्चन की फिल्म 'द बिग बुल' रिलीज हुई है, जिसके बाद से लोगों में इस कहानी का क्रेज और बढ़ गया है।

विस्तार

इन दिनों हर्षद मेहता का नाम फिर से चर्चा में है। हर्षद मेहता ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 1990 के दशक में देश का वित्तीय बाजार बुरी तरह से हिला कर रख दिया था। इसके बाद उनके जीवन पर किताब भी लिखी गई और वेब सीरीज भी बनी। अब अभिनेता अभिषेक बच्चन की फिल्म 'द बिग बुल' रिलीज हुई है, जिसके बाद से लोगों में इस कहानी का क्रेज और बढ़ गया है।

आज भी लोगों के जहन में है 1992 के स्कैम की यादें
देश में इकोनॉमिक रिफॉर्म्स की शुरुआत साल 1991 में हुई थी। भारतीय अर्थव्यस्था के लिए साल 1990 से 1992 का समय बड़े बदलाव का वक्त था। लेकिन इस बीच एक ऐसा घोटाला सामने आया, जिसने शेयरों की खरीद-बिक्री की प्रकिया में ऐतिहासिक परिवर्तन किए। इस घोटाले के जिम्मेदार हर्षद मेहता थे। यह घोटाला करीब 4,000 करोड़ रुपये का था और इसके बाद ही सेबी को शेयर मार्केट में गड़बड़ी रोकने की ताकत दी गई। घोटाले के मुख्य आरोपी हर्षद मेहता का 2002 में निधन हो गया। लेकिन 1992 के बहुचर्चित स्टॉक मार्केट स्कैम की यादें भी अब बहुत कम लोगों के जेहन में हैं।

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