Childrens Mutual Funds में निवेश कर बच्‍चों का भविष्‍य कर सकते हैं सुरक्षित, बैंक से ज्‍यादा मिलेगा रिटर्न

Mutual Fund for Kids: बच्‍चों के भविष्‍य के लिए अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो म्‍यूचुअल फंड कंपनियों के चिल्‍ड्रेंस प्‍लान का सहारा ले सकते हैं. लंबी अवधि में इन फंडों का प्रदर्शन बेहतर रहा है.

By: ABP Live | Updated at : 18 Nov 2022 03:14 PM (IST)

बच्‍चों के लिए निवेश

Mutual Fund Schemes for Kids: घर में नन्हें मेहमान के आते ही लोग उसके भविष्य के सपने संजोने लगते हैं. चाहे वह बच्चा हो या बच्ची, पढ़ाई से लेकर शादी तक के खर्च के लिए लोग स्‍टार्टिंग से ही सोचना शुरू कर देते हैं. इसके लिए अपनी कमाई के एक छोटे हिस्से अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश को बचाना भी शुरू कर देते हैं. हालांकि, बचत या निवेश ऐसे इंस्‍टूमेंट्स या ऑप्शंस में करना ज्यादा अच्छा रहता अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश है जहां रिटर्न बेहतर मिले साथ ही जोखिम भी कम हो.
बच्चों के भविष्य के लिए की जाने वाली बचत कम अवधि की नहीं होती है. आम तौर पर लोग 5, 10 साल या उससे अधिक समय के लिए निवेश करते हैं. इक्विटी निवेश का एक ऐसा विकल्‍प है जिसमें समय के साथ जोखिम कम होता जाता है. यह बात ऐतिहासिक तौर पर साबित भी हो चुकी है कि लॉन्‍ग टर्म में इक्विटी सबसे बेहतर रिटर्न देते हैं. फाइनेंशियल एडवाइजर्स भी भी यही सलाह देते हैं कि लॉन्‍ग टर्म में रिटर्न के नजरिये से इक्विटी सबसे अच्छे हैं.
अच्छे शेयरों में निवेश करने के लिए निवेशकों को शेयर बाजार की समझदारी तो होनी ही चाहिए, इसके अतिरिक्त अच्छी ग्रोथ वाली कंपनियों के चुनाव करने की विशेषज्ञता भी होनी चाहिए. अगर, ऐसा संभव नहीं हो पाता है तो फिर बिना झंझट के किसी अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले इक्विटी म्यूचुअल फंड में लंबे समय के लिए निवेश कर बच्चों की पढ़ाई या शादी-विवाह के लिए पर्याप्त कॉर्पस बनाया जा सकता है. ऐतिहासिक तौर पर यह साबित हो चुका है कि इक्विटी के निवेश से जुड़ा जोखिम समय के साथ कम होता जाता है. कुछ म्‍यूचुअल फंड कंपनियों ने खास तौर से बच्चों के लिए कुछ स्‍कीम्‍स लॉन्च की हुई हैं. आइए, एक नजर इन पर डालते हैं.

एचडीएफसी चिल्‍ड्रेंस गिफ्ट फंड (HDFC Childrens Gift Fund)

एचफडीएफसी म्‍यूचुअल फंड ने फरवरी 2001 में दो फंड लॉन्‍च किए थे - एचडीएफसी चिल्‍ड्रेंस गिफ्ट फंड - सेविंग्‍स प्‍लान, जिसे 18 अक्‍टूबर 2017 को बंद कर दिया गया था और दूसरा एचडीएफसी चिल्‍ड्रेंस गिफ्ट फंड - ग्रोथ प्‍लान. एचडीएफसी चिल्‍ड्रेंस गिफ्ट फंड - ग्रोथ प्‍लान की. इस फंड ने 6 महीने में 14.15 फीसदी, 2 साल में 21.36 प्रतिशत और 5 साल में 12.76 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.

एसबीआई मैग्‍नम चिल्‍ड्रेंस बेनिफिट फंड - इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान

बच्‍चों के भविष्‍य के लिए तैयार किए गए इस इक्विटी ओरिएंटेड म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम ने 6 महीने में 7.84 प्रतिशत, 1 साल में 4.59 प्रतिशत और 2 साल में 51.27 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल चाइल्‍ड केयर फंड- डायरेक्‍ट प्‍लान

ICICI Pudential Child Care Fund - Direct Plan (आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल चाइल्‍ड केयर फंड- डायरेक्‍ट प्‍लान) का प्रदर्शन भी संतोषजनक रहा है. इस फंड ने 6 महीने में 9.50 प्रतिशत, 1 साल में 2.69 प्रतिशत और 2 साल में 17.95 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इस फंड का 5 साल का रिटर्न 10.09 प्रतिशत रहा है.

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Published at : 18 Nov 2022 03:14 PM (IST) Tags: Childrens Mutual Funds Mutual Fund for Kids हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Housewife कैसे करें निवेश की प्लानिंग? इनमें निवेश करके हासिल कर सकते हैं बंपर रिटर्न

Investment Idea

निवेश के साधनों की जब भी चर्चा होती है तो इसके लिए मार्केट में कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं. देश में आमतौर पर देखा जाता है कि निवेश की योजना को लेकर महिलाओं की तुलना में पुरुषों में जागरुकता ज्यादा है. हालांकि इसके पीछे कई वजह हैं जैसे अगर कोई महिला गृहिणी है तो उसके पास बचत ही काफी कम होती है. साथ ही निवेश के साधनों तक उसकी पहुंच भी कम रहती है. ऐसे में निवेश में उसकी भागीदारी सीमित ही रहती है. हालांकि नौकरीपेशा महिलाओं के अतिरिक्त गृहिणियां भी
अगर अपने बचत के पैसे को सही जगह पर निवेश करें तो उन्हें अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश इसके एवज में मोटा मुनाफा हासिल हो सकती है.

इन प्रोडक्ट में कर सकते हैं निवेश
जानकारों का कहना है कि हाउसवाइफ (Housewife) के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश सबसे अच्छा विकल्प है. म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश किया जा सकता है. बाजार में कई ऐसे म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं जिसमें 100 रुपये की छोटी रकम से निवेश की शुरुआत की जा सकती है. इसके अलावा बॉन्ड में भी निवेश करके पैसा बनाया जा सकता है.

वहीं अगर कोई महिला दीर्घकालीन अवधि के लिए निवेश करना चाहती है तो उसके लिए प्रॉविडेंट फंड (Provident Fund) एक बेहरीन जरिया हो सकता है. न्यूनतम 500 रुपये की शुरुआती रकम से प्रॉविडेंट फंड अकाउंट को खोला जा सकता है. इसमें 15 साल के लिए निवेश करना होगा. साल साल के बाद पीपीएफ में निकासी की सुविधा उपलब्ध है. इन योजनाओं के अतिरिक्त राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और शेयर बाजार भी निवेश के लिए उपयुक्त साधन हो सकता है. अगर कोई महिला जोखिम उठाने के लिए तैयार है तो उसके लिए शेयर बाजार बेहतर रहेगा. शेयर बाजार में बंपर रिटर्न की जितनी ज्यादा संभावना होती है उतनी ही ज्यादा जोखिम भी होती है.

Mutual Fund की इस स्कीम में निवेश पर प्राप्त कर सकते हैं टैक्स में छूट, साथ ही अच्छा रिटर्न

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। आज के समय में निवेश के लिए लोकप्रिय तरीकों में Mutual Fund सबसे आगे है। अधिकतर निवेशक अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश कम रिस्क में अच्छे रिटर्न के लिए इसमें निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Mutual Fund में निवेश की एक ऐसी स्कीम भी है जिसके द्वारा आप अपने टैक्स में भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह स्कीम है ELSS यानी Equity Linked Savings Scheme, जिसके द्वारा आप Mutual Fund के कम रिस्क और अच्छे रिटर्न की सुविधा का लाभ तो प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही अपने टैक्स में भी छूट प्राप्त कर सकते हैं।

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क्या है ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम)

ELSS एक तरीके का Mutual Fund प्रोडक्ट है जो कि टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट की तरह भी काम करता है। ELSS Mutual Fund में आपका पैसा इक्विटी शेयर्स में लगाया जाता है, जिससे यह स्कीम पूरी तरह शेयर मार्केट पर निर्भर करती है। साथ ही इस स्कीम में तीन साल का लॉक-इन पीरियड भी होता है। इस स्कीम से पूरी तरह टैक्स लाभ लेने के लिए आपको अपने पैसे कम से कम तीन साल के लिए इसमें निवेश करने होंगे। हालांकि आप जितने लम्बे समय के लिए इसमें निवेशित रहते हैं आपके अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के अवसर उतने ही बढ़ जाते हैं।

ELSS से टैक्स लाभ

इनकम टैक्स ऐक्ट अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश 1961, के सेक्शन 80 C के अंतर्गत एक वित्त वर्ष में निवेश के कई इसंट्रूमेंट्स पर आपको 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट प्राप्त होती है। इसके तहत आने वाले कुछ टूल्स हैं- लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम (LIC), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), एम्प्लॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF), यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP), नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), सुकन्या समृद्धि योजना आदि। इन्हीं में से एक स्कीम है ELSS, जिसपर आप 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इनकम टैक्स ऐक्ट 1961, के सेक्शन 80 C के अंतर्गत सालाना 1.5 लाख रुपये की राशि पर छूट प्राप्त की जा सकती है। हालांकि आप इससे अधिक राशि भी ELSS में निवेश कर सकते हैं लेकिन आपको छूट 1.5 लाख रुपये की राशि पर ही मिलती है।

ELSS में कैसे करें निवेश

अन्य Mutual Fund स्कीम की तरह ही आप ELSS में भी लम्प सम या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) दोनों के जरिये निवेश कर सकते हैं। आपको बता दें कि इसमें आपका हर एक निवेश एक अलग निवेश समझा जाता है और इसी वजह से हर इन्वेस्टमेंट पर तीन साल का लॉक अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश इन पीरियड होता है। अगर आप भी ELSS फंड में निवेश करना चाहते हैं और टैक्स छूट का लाभ पाना चाहते हैं तो 5paisa.com एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से इसमें निवेश कर सकते हैं। साथ ही आप एक्सपर्ट्स की सलाह भी प्राप्त कर सकते हैं।

ELSS में निवेश से पहले ध्यान रखें ये महत्वपूर्ण बातें

ELSS में आपका पैसा अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश इक्विटी शेयर्स में डाला जाता है। इस वजह से यह स्कीम पूरी तरह बाजार पर निर्भर करती है। Mutual Fund की तरह ही इसमें भी रिस्क होता है, इसलिए अपने जोखिम लेने की क्षमता का आंकलन जरूर करें और उसी अनुसार निवेश करें। इसके अतिरिक्त इसमें 1.5 लाख रुपये के निवेश पर टैक्स छूट तो प्राप्त होती है लेकिन इसके तहत 1 लाख रुपये से ज्यादा रिटर्न प्राप्त होने पर रिटर्न पर 10 प्रतिशत का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है।

तो अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश अगर आप भी कम रिस्क में अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं साथ ही ऐसा इन्वेस्टमेंट प्लान ढूंढ रहे हैं जिसमें आपको टैक्स में भी छूट मिले तो ELSS आपके लिए एक आदर्श विकल्प है। 5paisa.com के साथ आज ही शुरू करें इसमें निवेश का अपना सफर।

Financial Tips: जानें आप किन तरीकों से अतिरिक्त आय का समझदारी से निवेश कर सकते हैं

डिंपल अलावाधी

Financial Tips: वित्तीय रूप से अपने अतिरिक्त लक्ष्यों को सुरक्षित करना अहम है। रिटायरमेंट के बाद आरामदायक जीवन के लिए पहले ही बड़ी सेवानिवृत्ति राशि जमा करें।

Financial Tips

Financial Tips: आमतौर पर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की 50 वर्ष की आयु तक उच्च आय होती है और उनके पास रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा आदि जैसे अपने लक्ष्यों के लिए राशि बचाने के बाद पर्याप्त अधिशेष धन बचा रहता है। ऐसे मामलों में अक्सर वे अतिरिक्त आय का निवेश करते हैं।

और सुरक्षित करें अपने अतिरिक्त लक्ष्य
हालांकि, वित्तीय प्लानर्स का कहना है कि ऐसी स्थिति में सबसे अच्छा विकल्प यही है कि आप वित्तीय रूप से अपने अतिरिक्त लक्ष्यों को और सुरक्षित करें। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि किसी ने अपने बेटे की इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए पहले से ही आर्थिक रूप से तैयारी कर ली हो, लेकिन वास्तव में, उसका बेटा मेडिकल या कमर्शियल पायलट प्रशिक्षण जैसे कुछ अन्य कोर्स कर सकता है, जो इंजीनियरिंग शिक्षा की तुलना में महंगा है। ऐसे में अगर आपके पास कुछ अतिरिक्त पैसा है तो आप आसानी से अपने बच्चे की शिक्षा के लिए फंडिंग कर सकते हैं, नहीं तो आपको एजुकेशन लोन लेना पड़ सकता है।

रिटायरमेंट पर भी यही नियम लागू
यही नियम आपकी सेवानिवृत्ति (Retirement) पर भी लागू होता है। उदाहरण के लिए, आप मानते हैं कि आपकी सेवानिवृत्ति के लिए 5 करोड़ रुपये पर्याप्त होंगे और इसी के अनुसार आप म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में SIP के माध्यम से हर महीने 50,000 रुपये का निवेश कर रहे अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश हैं। हालांकि, हो सकता है कि वास्तव में उच्च मुद्रास्फीति (Inflation) और स्वास्थ्य से जुड़े खर्चों के कारण सेवानिवृत्ति के बाद अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश अपनी वर्तमान जीवन शैली को बनाए रखने के लिए 5 करोड़ रुपये आपके लिए पर्याप्त न हों। लेकिन यदि आप एक बड़ी सेवानिवृत्ति राशि जमा करते हैं, तो रिटायरमेंट के बाद आपका जीवन और आरामदायक हो सकता है। इसके अलावा, यदि आप एक बड़ा कोष जमा कर लेते हैं तो आप जल्दी रिटायरमेंट लेकर अपने शेष जीवन का आनंद ले सकते हैं।

आम तौर पर लोग ज्यादा पैसे इसलिए कमाते हैं ताकि उनकी मृत्यु के बाद वह राशि अपने प्रियजनों को मिल सके। लेकिन ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने 80 या 90 के दशक तक पहुंच जाता है। इस समय तक, उनके बच्चों की उम्र 50 से 60 के बीच हो जाती है और वे अपने लिए संपत्ति बना लेते हैं। इसलिए अगर उनके बच्चों को उस समय अतिरिक्त राशि मिलती है तो हो सकता है कि इससे उन्हें ज्यादा मदद न मिले। लेकिन अगर आप अपने बच्चों को उनके शुरुआती 30 के दशक में मदद करें जब वे अपने करियर में संघर्ष कर रहे हैं, तो यह राशि वास्तव में उनके काम आएगी।

ऐसे में वित्तीय प्लानर्स कहते हैं कि यदि आपको अतिरिक्त आय मिलती है तो अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य बनाएं, जो आप अपने बच्चों को उनके जीवन के शुरुआथी दौर में दे सकते हैं। यदि आप म्यूचुअल फंड एसआईपी में हर महीने 45,000 रुपये का निवेश करते हैं तो आप 10 साल में 12 फीसदी की अनुमानित वार्षिक रिटर्न के आधार पर आसानी से 1 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं।

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