कथित रूप से पीएम मुद्रा योजना के तहत जारी किए गए एक पत्र में ₹1999 जमा करने पर लोन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है#PIBFactCheck

मुद्रा लोन क्या है

मुद्रा लोन गैर-कृषि और गैर-कॉर्पोरेट सूक्ष्म और लघु उद्यमों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) के तहत प्रदान किया जाता है. ये एंटरप्राइजेज़ मुद्रा (माइक्रो यूनिट डेवलपमेंट एंड रीफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड) स्कीम के तहत रु. 10 लाख तक के लोन का लाभ उठा सकते हैं.

डिस्क्लेमर: हमने इस समय इस प्रॉडक्ट (मुद्रा लोन) को बंद कर दिया है. हमारे द्वारा प्रदान की जाने वाली मौजूदा फाइनेंशियल सर्विसेज़ के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया +91-8698010101 पर हमसे संपर्क करें.

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन की विशेषताएं:

अधिकतम लोन राशि रु. 10 लाख

  • शिशु के तहत रु. 50,000 तक का लोन
  • किशोर के तहत रु. 50,001 से रु. 5 लाख तक का लोन
  • तरुण के तहत रु. 5,00,001 से रु. 10 लाख तक का लोन

शिशु और किशोर लोन के लिए शून्य, डिजिटल मुद्रा ऋण तरुण लोन के लिए लोन राशि का 0.5%

नई और मौजूदा यूनिट

1 शिशु

मुद्रा लोन स्कीम के तहत, शिशु उन उद्यमियों को रु. 50,000 तक प्रदान करता है जो या तो बिज़नेस के नए चरणों में हैं या फिर शुरू करना चाहते हैं. उधारकर्ताओं को मशीनरी आपूर्तिकर्ता का विवरण भी देना होगा.

2 किशोर

मुद्रा लोन स्कीम के तहत, किशोर अपने ऑपरेशन का विस्तार करने के लिए अतिरिक्त फंड खोजने वालों को रु. 5 लाख तक का ऑफर देता है. उधारकर्ताओं को बिज़नेस की आर्थिक और तकनीकी व्यवहार्यता वाली एक रिपोर्ट भी देनी होगी.

3 तरुण

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन स्कीम के तहत, अगर बिज़नेस मालिक कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करता है, तो तरुण रु. 10 लाख तक की मंजूरी देता है.

यह स्कीम फाइनेंसिंग सुविधा प्रदान करती है, बजाज फिनसर्व से आपको अनसेक्योर्ड बिज़नेस लोन के रूप में उच्च स्वीकृति प्राप्त हो सकता है. आसान मानदंडों को पूरा करने और न्यूनतम डॉक्यूमेंटेशन प्रदान करने पर, आप 48 घंटों के अंदर रु. 50 लाख* (डिजिटल मुद्रा ऋण *इंश्योरेंस प्रीमियम, वीएएस शुल्क, डॉक्यूमेंटेशन शुल्क, फ्लेक्सी फीस और प्रोसेसिंग शुल्क सहित) तक के लिए अप्रूवल प्राप्त कर सकते हैं *.

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने डिजिटल मुद्रा - डिजिटल रुपया’ को लेकर बड़ा एलान किया

कल दिनांक 1 दिसंबर से जुडी बड़ी खबर सामने निकल कर आ रही है भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने डिजिटल मुद्रा - ‘डिजिटल रुपया’ को लेकर बड़ा एलान किया है। ई डिजिटल रुपया पायलट प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले ग्राहकों और व्यापारियों के क्लोज्ड यूजर ग्रुप (सीयूजी) में चुनिंदा लोकेशन पर उपलब्ध होगा। ई डिजिटल रुपया एक टोकन के रूप में लीगल टेंडर होगा। यह उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जो वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के के रूप में जारी किए जाते हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने डिजिटल मुद्रा - ‘डिजिटल रुपया’ को लेकर बड़ा एलान किया है। आरबीआई ने कहा है कि वह एक दिसंबर को खुदरा डिजिटल रुपये (e₹-R) के लिए पहली खेप लॉन्च करेगी। E₹-R एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा। यह कानूनी निविदाओं का प्रतिनिधित्व भी करेगा। आरबीआई ने यह भी जानकारी साझा कि डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं।

रिज़र्व बैंक ने 01 दिसंबर, 2022 को खुदरा डिजिटल रुपये का पहला पायलट लॉन्च करने की घोषणा की है। इससे पूर्व आरबीआई ने 31 अक्टूबर, 2022 की एक प्रेस विज्ञप्ति में पहले से ही संकेत दिया था कि खुदरा डिजिटल रुपये का पायलट प्रोजेक्ट एक महीने में शुरू होगा।

यह बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा। इसके उपयोगकर्ता बैंकों की ओर से उपलब्ध कराए गए एप के जरिए इसे खरीद सकेंगे और अपने मोबाइल फोन में सुरक्षित कर सकेंगे। इसमें व्यक्ति से व्यक्ति और व्यक्ति व व्यापारियों के बीच लेनदेन किया जा सकेगा। मर्चेंट् स्टोर पर लगे क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकेगा।

रिटेल डिजिटल रुपये के पहले चरण के पायलट प्रोजेक्ट में चार बैंको को शामिल करने की योजना है । इनमें पहले चरण में गवर्मेंट बैंक सेक्टर से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, प्राइवेट सेक्टर से आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक शामिल हैं। दूसरे चरण के पायलट प्रोजेक्ट में बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक व कोटक महिंद्रा बैंक शामिल रहेंगे।

खुदरा ई रुपये के पहले चरण के पायलट प्रोजेक्ट में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु व भुवनेश्वर जैसे शहरों को शामिल किया गया है। उसके बाद अन्य चरणों में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला शहर शामिल होंगे। जैसे-जैसे प्रोजेक्ट आगे बढ़ेगा वैसे वैसे इसमें रिसर्व बैंक ऑफ इंडिया अन्य बैंक और शहरों को शामिल करेगा । केंद्रीय बैंक के रिटेल डिजिटल रूपये पर ग्राहकों को कोई ब्याज नहीं मिलेगा। डिजिटल रुपये को करेंसी नोट और सिक्कों के डिनॉमिनेशन में परिवर्तित किया जा सकेगा।

BOB E Mudra Loan Online Apply : बैंक ऑफ बड़ौदा दे रहा 5 मिनट में 50,000 रुपए, ऐसे करें अप्लाई

BOB E Mudra Loan Online Apply : आज के समय में जहां आमदनी कम और खर्चे काफी ज्यादा है वहां पर ज्यादातर लोगों को लोन लेने की जरुरत पड़ ही जाती है। कई ऐसे लोग हैं जो किसी और से लोन लेने से अच्छा बैंक से लोन लेना पसंद करते हैं। इन लोगों के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने ई मुद्रा लोन की सुविधा निकाली है। आज इस लेक में जानते हैं कि BOB E डिजिटल मुद्रा ऋण Mudra Loan Online Apply करने के लिए उम्मीदवारों को क्या करना चाहिए?

BOB E Mudra Loan Online Apply करने में मिलेगा 50,000 तक का लोन

आपको बता दें कि ऐसे लोग जो डिजिटल मुद्रा ऋण लेना चाहते हैं लेकिन इस वजह से लोन अप्लाई नहीं करते क्योंकि इसमें तुरंत लोन (Instant Loan) का लाभ नहीं मिलता है। ऐसा अब नहीं होता है। बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) की मदद से E Mudra Loan ऑनलाइन अप्लाई (BOB E Mudra Loan Online Apply) करने वाले उम्मीदवारों को सिर्फ 5 मिनट में 50,000 तक का लोन का लाभ मिल जाता है।

BOB E Mudra Loan Online Apply करने के लिए इस काम को करें

अब लोन लेना पहले से काफी ज्यादा आसान होता जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा काफी कम समय में 50 हजार तक का लोन दे रही है। इसमें खाता खोलने के लिए उम्मीदवारों का अकाउंट बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) में होना चाहिए। तभी आप इस लोन का लाभ ले सकते हैं। उसके बाद आधार को मोबाइल से लिंक करना होगा उसके बाद मोबाइल में एक OTP आएगी। उसके बाद आपको नेक्स्ट बटन पर क्लिक करना होगा।

BOB E Mudra Loan ऐसे करें अप्लाई

  1. सबसे पहले उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  2. उसके बाद होम पेज पर आपको ई मुद्रा के लिए जारी रखे पर क्लिक करें।
  3. उसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुला।
  4. अब बैंक द्वारा निर्देशों को अच्छे से पढ़े।
  5. उसके बाद उम्मीदवारों को सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  6. अब आपके सामने एक और नया पेज खुलेगा।
  7. उसके बाद सभी डिटेल को अच्छे से भरें।
  8. अब आपको फाइनल सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
  9. इस तरह आप 5 मिनट में लोन को प्राप्त कर सकते हैं।

BoB ई-मुद्रा ऋण (BOB E Mudra Loan) एक प्रकार का डिजिटल ऋण है जिसे भारत में MSME क्षेत्र को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस डिजिटल मुद्रा ऋण के माध्यम से उम्मीदवारों को 50 हजार से 10 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त हो सकता है। इस लोन कंपनियों ने लोन को तीन श्रेणियों में बांटा है जिसमें पहला शिशु लोन , किशोर लोन और तीसरा वयस्क लोन है।

शिशु मुद्रा ऋण

शिशु को छोटा बच्चा भी कहा जाता है। जिन लोगों को छोटे लोन की आवश्यकता होती है उनके लिए यह लोन काफी फायदेमंद साबित होता है। आपको बता दें कि यह लोन अधिकतम 50,000 रुपये तक का लोन प्रदान करता है। उसके लिए किसी प्रकार की कोई न्यूनतम ऋण राशि नहीं लगेगी।

किशोर मुद्रा ऋण

इस योजना के चलते अगर कोई युवा है जिसे पैसे की जरुरत है वह इस लोन का लाभ ले सकते हैं। ये लोन उन व्यवसायों के लिए हैं जिन्होंने अपने छोटे वर्षों को पार कर लिया है। हालांकि उन्होंने अभी तक खुद को पूरी तरह से बाजार में डिजिटल मुद्रा ऋण नहीं उतारा है। किशोर मुद्रा ऋण के माध्यम से व्यवसाय के मालिक 5 लाख रुपये तक का लो

घर बैठे मुद्रा लोन लेने के चक्कर में ठगे जाते हैं लोग, जान लें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नियम

Pradhan Mantri Mudra Yojana : अगर आप अपने मोबाइल फोन पर आए मैसेज पर दिए नंबर या लिंक के जरिये प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) का लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं तो सतर्क हो जाएं. आजकल लोगों के पास यह मैसेज भेजा जा रहा है कि मुद्रा योजना के तहत 2% ब्याज पर 1 से 5 लाख रुपये तक का लोन मिल रहा है. यह आर्थिक धोखाधड़ी का एक प्रयास है.

हैदराबाद : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर ठगी का खेल जमकर चल रहा है. ठग सबसे पहले मैसेज के माध्यम से अपने शिकार को टारगेट करते हैं. जब एक बार लोग चंगुल में फंस जाते हैं तो उनसे रुपये ऐंठ लिया जाता है. आसानी से घर बैठे फोन से 5 लाख का लोन मिलने की लालच में कई बार लोग हजारों रुपये दे भी देते हैं. इसके अलावा साइबर अपराधियों ने मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ठगी के डिजिटल ऐप लॉन्च कर दिए हैं.

लोन के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है : अगर आपके पास भी ऐसा मेसेज है तो संदिग्ध लिंक या प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें. अगर संभव हो तो इन माध्यमों से लोन लेने का प्लान कैंसल कर दें. ध्यान रखें, किसी भी लोन की प्रक्रिया कभी फोन पर पूरी नहीं होती है. इसके लिए फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होता है. 2019 में सस्ते दर पर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर फ्रॉड के 2313 केस रजिस्टर्ड किए गए थे. पिछले दो साल में ऐसी ठगी के हजारों मामले सामने आए हैं.

mudra loan fraud

रुपये ऐेठने के बाद मोबाइल नंबर डिजिटल मुद्रा ऋण बंद कर देते हैं ठग : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन दिलाने के नाम पर जमकर ठगी हो रही है. इस योजना से मिलते-जुलते नाम वाली फर्जी फाइनैंस कंपनियां बनाकर पैसों की धोखाधड़ी की जा रही है. सितंबर 2021 में दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था. इस गिरोह के सदस्य लोगों से कम ब्याज पर लोन देने का झांसा देते थे. फॉर्म भरने समेत अलग-अलग शुल्क के नाम पर हजारों की रकम ऐंठकर आरोपी अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिया करते थे.

वॉट्सऐप पर बैंक नहीं भेजता है लोन का अप्रूवल लेटर : ट्वीटर पर ठगी की शिकायतों की भरमार है. कई मामलों में ठगों ने फाइनैंस कंपनी का नकली अप्रूवल लेटर साइन, डिजिटल मुद्रा ऋण मुहर और कोर्ट एफिडेविट के साथ लोगों को वॉट्स ऐप पर भेज दी. इसके बाद प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्चों के नाम पर हजारों रुपये की डिमांड की गई. फ्रॉड करने वालों ने पैसे देने पर लोन की राशि 15 मिनट के अंदर बैंक अकाउंट में डालने का वादा किया. आपको बता दें कि कोई बैंक या वित्तीय संस्था वॉट्सऐप पर अप्रूवल की कॉपी नहीं भेजती है. अक्सर फ्रॉड करने वाले बड़े वित्तीय संस्थानों के फर्जी लेटरहेड पर लोन अप्रूवल के लेटर भेज देते हैं.

कथित रूप से पीएम मुद्रा योजना के तहत जारी किए गए एक पत्र में ₹1999 जमा करने पर लोन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है#PIBFactCheck

➡️प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया गया है।

➡️केंद्र सरकार के नाम पर हो रहे ऐसे धोखाधड़ी के प्रयासों से सावधान रहें। pic.twitter.com/3EAmafq3uo

— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 27, 2021

15 मिनट कभी नहीं मिलता है लोन, रेफरेंस आईडी भी जरूरी : लोन के मामलों में ठगी करने वाले अधिकतर फोन, वॉट्सऐप और ई-मेल के जरिये डील करते हैं. वह 15 मिनट में कम समय में अप्रूवल का दावा करते हैं. सच यह है कि कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था15 मिनट में कभी भी लोन नहीं देती है. नियम के अनुसार फिजिकल वेरिफिकेशन और डॉक्युमेंट से संबंधित प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है. सभी तरह के लोन के लिए एक रेफेरेंस आईडी मिलती है. लोन मंजूर होने के बाद लोन अकाउंट नंबर दिया जाता है. अगर आपके प्रोसेस में रेफरेंस आईडी और लोन अकाउंट नंबर मिसिंग है तो समझ लें यह फ्रॉड है.

बैंक में करें एप्लाई, कंपनियों में मुद्रा नाम देखकर भ्रमित नहीं हों : ध्यान रखें ठगी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए डिजिटल मुद्रा ऋण सरकारी या बैंक की शाखा में आवेदन करें. किसी एजेंट या लोन दिलाने वाली फाइनैंस कंपनी के जरिए मुद्रा लोन लेने की पहल नहीं करें. 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू हुई है. उसके बाद से मुद्रा नाम जोड़कर कई कंपनियां लोगों को झांसा दे रही हैं. इसलिए मुद्रा लोने के लिए सरकार ने जिन बैंकों को चुना है, उनमें से किसी एक में एप्लिकेशन डालें. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी से लिया जा सकता है.

जान लें मुद्रा योजना के तहत लोन कैसे मिलता है.

आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. मगर याद रहे यह नॉन कॉरपोरेट और गैर कृषि लघु उद्यमों के लिए दिया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूंजी उपलब्ध कराना है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत तीन तरह से लोन मिलता है. अपनी जरूरत के हिसाब से शिशु, किशोर और तरूण लोन के तहत बैंक में अप्‍लाई किया जा सकता है.

mudra loan fraud

15 मिनट में लोन का एप्लिकेशन मंजूर होता है, मगर उसकी प्रक्रिया बिना फिजिकल वैरिफिकेशन के पूरी नहीं होती है. इसलिए धोखे वाले मैसेज से सतर्क रहें.

शिशु लोन : अगर आप अपने नए शुरू करने के लिए मुद्रा लोन लेना चाहते हैं तो बैंक में शिशु लोन के लिए एप्लाई करना होगा. इसके तहत अधिकतम 50,000 रुपये का लोन दिया जाता है. इसका भुगतान 5 साल की अवधि में करना जरूरी है. इस लोन पर सलाना 10% से 12% का ब्याज लगता है.

किशोर लोन : अगर आपका कारोबार पहले ही शुरू कर चुके हैं, लेकिन अभी तक स्थापित नहीं हुआ है तो आप 50,000 से 5 लाख रुपये के बीच किशोर लोन ले सकते हैं. ब्याज की दर लोन देने वाली संस्था या बैंक तय करता है. लोन के भुगतान की अवधि भी बैंक ही तय करता है.

तरुण लोन :डिजिटल मुद्रा ऋण मुद्रा योजना की इस कैटिगरी में 5 लाख से 10 लाख का लोन दिया जाता है. इसके लिए आवेदक को यह प्रूफ करना होता है कि उसका व्यापार स्थापित हो चुका है और अब उसे बढ़ाने और संपत्ति की खरीद के लिए धन की आवश्यकता है. बैंक या वित्तीय संस्था ब्याज दर और भुगतान की अवधि और आवेदक के क्रेडिट रिकॉर्ड के आधार पर तय करता है.

डिजिटल करेंसी क्या है in Hindi | क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है | Digital Currency in India

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI – Reserve Bank of India) ने डिजिटल करेंसी को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है | जहाँ आज से पहले हमारे देश में किसी चीज को खरीदने के लिए अधिकतर नगदी मुद्रा का इस्तेमाल होता रहा है, वही अब देश की मोदी सरकार द्वारा भारत में डिजिटल करेंसी को शुरू कर लेन-देन के तरीके को डिजिटल रूप दे दिया है | आरबीआई के डिप्टी गवर्नर (Deputy Governor) टी रवि शंकर का कहना है, कि केंद्रीय बैंक जल्द ही डिजिटल मुद्रा को जारी करने वाली है, जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी है |

RBI ने बहुत पहले ही डिजिटल करेंसी को शुरू करने का संकेत डिजिटल मुद्रा ऋण दे दिया था | इसके अतिरिक्त दुनिया के दूसरे केंद्रीय बैंक भी अपने-अपने देश में डिजिटल करेंसी को शुरू करने की तैयारी में है | यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टो करेंसी से बिलकुल अलग होगी | इस डिजिटल करेंसी की सबसे खास बात यह होगी की इसे RBI द्वारा विनियमित किया जायेगा, जिससे लोगो को उनके पैसो के डूबने का खतरा भी नहीं होगा | यदि आप भी इस डिजिटल करेंसी के बारे अधिक जानकारी जानना चाहते है, तो इस पोस्ट में आपको डिजिटल करेंसी क्या है in Hindi, क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है, Digital Currency in India आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है |

डिजिटल करेंसी क्या है (What is Digital Currency)

यह डिजिटल करेंसी नगदी का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा,जिसे देश की सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होगी | इस करेंसी को केवल देश की केंद्रीय बैंक (Central Bank) द्वारा ही जारी किया जा सकता है | देश की केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट (Balance Sheet) में भी इसे शामिल किया जायेगा | इस डिजिटल मुद्रा की खास बात यह होगी की इसे सॉवरेन करेंसी (Sovereign Currency) में भी बदला जा सकेगा तथा यह डिजिटल मुद्रा ऋण भारत का डिजिटल रुपया होगा |

यह डिजिटल करेंसी दो तरह से होगी पहला रिटेल (Retail) और दूसरा होलसेल (Wholesale) | रिटेल डिजिटल मुद्रा को आम नागरिक तथा कंपनियों द्वारा प्रयोग में लाया जायेगा, जबकि होल सेल डिजिटल करेंसी को वित्तीय संस्थाओ द्वारा इस्तेमाल किया जायेगा|

नई अपडेट: केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत (INDIA) स्वयं का डिजिटल रुपया लांच करने की तैयारी में है| यह भारत के लिए क्रन्तिकारी कदम हो सकता है, इससे अर्थव्यवस्था में असर देखने को मिलने की उम्मीद है|

डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल कैसे होगा (How to Use Digital Currency)

भारत की डिजिटल करेंसी यानि सीबीडीसी (CBDC) -सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के इस्तेमाल को लेकर अभी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है | लेकिन मिली जानकारी के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि RBI-बैंक द्वारा डिजिटल करेंसी को जारी किया जायेगा,जिसके बाद यह आपको मिलेगी | इसके बाद आप जिसे पेमेंट करना चाहते है, उसे इससे भुगतान कर दे यह सीधे उसके अकाउंट में पहुंच जाएगी |

इसमें किसी तरह का वॉलेट नहीं होगा और न ही बैंक खाते की जरूरत होगी | यह बिलकुल नगदी (Cash) की तरह ही उपयोग में लायी जाएगी | फर्क सिर्फ इतना होगा कि यह टेक्नोलॉजी के माध्यम से डिजिटल रूप में कार्य करेगी | यह नगद का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा |

क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है (What डिजिटल मुद्रा ऋण is Crypto Currency)

क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मुद्रा का एक रूप होता है | यह किसी सिक्के या नोट के रूप में आपकी जेब में न होकर पूरी तरह ऑनलाइन होती है | यह एक गैर कानूनी करेंसी होती है | जिसे किसी तरह की सरकारी मान्यता नहीं प्राप्त है, और न ही इसे किसी सरकारी या विनियामक अथॉरिटी द्वारा जारी किया जाता है | इसमें व्यापार को बिना किसी नियमो के व्यापार किया जाता है |

डिजिटल करेंसी और क्रिप्टोकरेंसी में अंतर (Difference Between Digital Currency and Cryptocurrency)

डिजिटल करेंसी (Digital Currency) और क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में सबसे बड़ा अंतर यह है, कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होती है, यह देश की केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की जाती है | इसलिए यह पूरी तरह से जोखिमों के अधीन होती है | यह जारी किये गए देश में खरीदारी लेन-देन के रूप में प्रयोग में लायी जाती है | इस करेंसी को सॉवरेन मुद्रा (Sovereign Currency) यानि उस देश की करेंसी में बदला जा सकता है | वही क्रिप्टो करेंसी में इस तरह की सुविधा नहीं उपलब्ध होती है |

क्रिप्टो करेंसी की तरह डिजिटल करेंसी की वैल्यू में किसी तरह का उतार-चढाव नहीं होता है, जबकि क्रिप्टो करेंसी में उतार-चढ़ाव होते है, इसका एक उदाहरण बिटकॉइन है | बिटकॉइन की वैल्यू में आपको कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिल जाते है | डिजिटल करेंसी को देश की केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है, वही क्रिप्टो करेंसी में को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है |

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